सन्तोष कुमार सोनी की रिपोर्ट
करतल। कुदरत की मार झेल रहे किसानों पर विगत रात्रि आसमानी आफत के रुप में बारिश के साथ साथ भीषण उपलवृष्टि होने से जहाँ एक ओर किसानों की हजारों बीघे दलहनी एवं तिलहनी फसलों को भारी नुकसान हुआ है वहीं दूसरी ओर लघु सीमांत किसानों को गहरा सदमा लगा हुआ है।
अपनी फसलों की बर्बादी देखकर किसानों के सामने परिवार के भविष्य एवं भरण पोषण तथा बैंकों द्वारा कर्जे की भरपाई को लेकर उनके माथे पर चिंता की लकीरें साफ नजर आने लगी हैं। लेकिन शायद ईश्वर की मर्जी के खिलाफ कोई क्या कर सकता है।
कुछ ऐसा देखने को मिल रहा है जनपद बांदा के ब्लॉक नरैनी के अन्तर्गत सभी क्षेत्रों में जहाँ विगत रात्रि अचानक आये मानसून ने भीषण बारिश के साथ साथ भारी उपलवृष्टि करते हुये तबाही मचा दी। क्षेत्रीय किसानों की फसलों का लगभग सफाया ही कर दिया जिसके चलते किसानों के सारे अरमान ढेर हो गये हैं।
मौसम की इस मार से कराहता किसान आज दुनिया के सामने बेबस खड़ा अपने परिवार की भविष्य को लेकर बड़ी ही ऊहापोह की स्थिति में है ।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."