संजय सिंह राणा की रिपोर्ट
चित्रकूट। मानिकपुर थाना क्षेत्र के सरैया चौकी अंतर्गत राजापुर सरैया मार्ग के किनारे वन विभाग की नर्सरी में झाड़ियों के बीच एक खून से लथपथ नवजात शिशु मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई है चंद्रा मारा गांव की एक महिला ने जैसे ही नवजात को झाड़ियों के बीच देखा तो पहले वह घबराई फिर उस नवजात शिशु को अपने साथ ले गई l
कहते हैं, मां ममता की प्रतिमूर्ति होती है. मां अपने बच्चों के जीवन की रक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकती है, लेकिन चित्रकूट ज़िले के मानिकपुर थाना क्षेत्र के सरैया चौकी अंतर्गत राजापुर सरैया मार्ग पर वन विभाग की नर्सरी में एक दिल दहलाने देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक कलयुगी मां अपने नवजात शिशु को झाड़ियों में छोड़कर फरार हो गई,इस घटना से मां की ममता शर्मसार हुई है l
शनिवार दिनांक 10फरवरी 2024को राजापुर सरैया मार्ग के किनारे वन विभाग की नर्सरी में झाड़ियों के बीच (जीवित) नवजात शिशु मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई l मिली जानकारी के अनुसार शनिवार शाम छह बजे चंद्रा मारा निवासी भोंडी पत्नी लेखपाल अपने मायके कबरा पुरवा पैदल जा रही थी तो उसे कुछ ही दूरी पर नर्सरी की खाखरी झाड़ियों से कुछ अजीब सी रोने चिल्लाने की आवाज आई l
हालांकि, भोंड़ी आवाज सुनकर घबरा गई, लेकिन हिम्मत करके जब वहां पहुंची तो उसने देखा कि एक कपड़े में खून से लिपटा नवजात शिशु पड़ा हुआ था l जिसको लेकर भोंडी अपने घर चली आई।
दूसरे दिन भोंडी ने सारी घटना की जानकारी चौकी प्रभारी सरैया को दी और बच्चे सरैया चौकी पहुंची जिसमें पुलिस ने पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए आज दिनांक 12 फ़रवरी 2024 को नवजात शिशु को बाल कल्याण समिति को सौंप दिया l
वहीं नवजात शिशु को पाने वाली महिला भोंडी पत्नी लेखपाल के पास एक भी बच्चे नहीं हैं जिसके कारण इस नवजात शिशु का पालन पोषण करना चाहती है लेकिन कानूनी बंदिशों के चलते यह हो पाना असम्भव सा लग रहा है l
अब देखना यह है कि इस नवजात शिशु के लालन पालन की जिम्मेदारी इस महिला को दी जायेगी या फिर इस नवजात शिशु का पालन पोषण बाल कल्याण समिति द्वारा किया जाएगा l
Author: samachar
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