ठाकुर बख्श सिंह की रिपोर्ट
यूपी के बिजनौर में एक सिपाही अपने ही थाने में अरेस्ट हो गया। रिश्वत लेने के आरोप में उसे अरेस्ट किया गया है। उसने पूछताछ के नाम पर दो युवकों को उठाया था। फिर छोड़ने के नाम पर उनसे 50 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी। पीड़ित ने इसकी शिकायत एसपी से की। एसपी ने जांच के बाद मामले में एक्शन लिया।
पूरा मामला मामला बिजनौर के चांदपुर थाने का है। जहां सिपाही ने दो युवकों को पूछताछ के नाम पर उठाया था। बाद में छोड़ने के नाम पर दोनों से 50 -50 हजार रुपये की रिश्वत मांगी। जिसका ऑडियो युवकों के पिता ने एसपी को सौंपा। जिसके बाद एसपी ने मामले की जांच के आदेश दिए। जांच में दोषी पाए जाने पर सिपाही के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम का मुकदमा दर्ज कराया गया। साथ ही उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
बता दें कि थाना चांदपुर के जलीलपुर चौकी क्षेत्र में तैनात राजन नाम का सिपाही गांव रवाना के दो युवकों वाहिद और तोहीद को उठाकर थाने ले आया था। सिपाही राजन द्वारा इन दोनों के घर वालों से 50-50 हजार रुपये की मांग की गई थी।
रिश्वत मांगने का ऑडियो एसपी को सौंपा तो हुआ एक्शन
रिश्वत मांगने का आरोप पीड़ित के घर वालों ने सिपाही पर लगाया था। इसकी ऑडियो भी वादी के पास थी। वादी ने सिपाही द्वारा रुपये मांगने के ऑडियो को एसपी को सौंप दिया। एसपी ने पूरे घटना की जांच करते हुए शिकायत सच पाए जाने पर सिपाही को पहले तो तत्काल प्रभाव से निलंबित किया।
बाद में सिपाही के विरुद्ध चांदपुर थाने में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा लिखवाकर उसे गिरफ्तार कर जेल भिजवा दिया. सिपाही पर हुए इस एक्शन से महकमे में हड़कंप मच गया. पुलिस अधिकारी ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाते हुए सिपाही को जेल भेज गया है.
Author: samachar
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