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November 23, 2024 1:49 am

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नेहरू-इंदिरा से लेकर पूरी कांग्रेस निशाने पर NDA 400 पार, पीएम मोदी ने संसद में क्या-क्या कहा? 

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आत्माराम त्रिपाठी की रिपोर्ट

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब दिया। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में महंगाई से लेकर नए-नए स्टार्टअप तक जिक्र किया। 

पीएम मोदी ने पिछले 10 साल की उपब्लिधियों को भी गिनाया और कहा कि जब हम तीसरी बार सरकार में आएंगे तो भारत की अर्थव्यवस्था पूरी दुनिया में तीसरे नंबर पर होगी। इसके साथ-साथ उन्होंने विपक्षी दलों पर भी जमकर निशाना साधा। पीएम ने कहा कि कांग्रेस ने देश की जो हालत करके रखी है वो किसी ने छिपा नहीं है। इस दौरान उन्होंने पूर्व पीएम नेहरू और इंदिरा गांधी का भी जिक्र किया। 

पीएम ने कहा, दो-दो युद्ध के बाद भी हमारी सरकार ने महंगाई को नियंत्रण में रखा है। नीचे पढ़ें पीएम मोदी के संबोधन की एक-एक बात…

PM Narendra Modi Speech in Lok Sabha

आप चाहे जितना पत्थर उछालना है उछाल लीजिए, मैं उस पत्थर को देश को विकसित बनाने के काम में लूंगा। ये लोग (विपक्ष) नामदार हैं और हम कामदार हैं। हम सुनते रहेंगे और देश को आगे बढ़ाते रहेंगे। बहुत-बहुत धन्यवाद। 

कंधे से कंधा मिलकार हम देश के निर्माण के लिए आगे बढ़ें। अब इस राह को मत छोड़िए। मैं आपका साथ मांग रहा हूं। मां भारती के कल्याण के लिए साथ मांग रहा हूं। आपका सहयोग चाहता हूं, 140 करोड़ देशवासियों की जिंदगी को और समृद्ध बनाने के लिए। 

जम्मू-कश्मीर के लोगों को नेहरू जी की गलतियों का बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ी है। वो भले गलतियां करके गए, लेकिन हमारी कोशिश गलतियों को सुधारने की है। हमारे लिए देश पहले है। 

भारत की सेनाओं पर गर्व होना चाहिए। मुझे मेरी सेना पर पूरा भरोसा और गर्व है। किसी के एजेंट बनकर गलत भाषा कही से उठती है तो उसे देश स्वीकार नहीं कर सकता है। देश के और कितने टुकड़े चाहते हो। अगर नेहरू जी का नाम लेते हैं तो इनको बुरा लगता है। 

जिसने भी देश को लूटा है उनको लौटाना पड़ेगा। यह मैं देशवासियों से वादा करता हूं। देश को लूटने नहीे दिया जाएगा। जिन्होंने भी लूटा है उसे लौटाना पड़ेगा. देश सुरक्षा और शांति का एहसास कर रहा है। सुरक्षा के क्षेत्र में देश आज सशक्त हुआ है। आतंकवाद और नक्सलवाद एक छोटे दायरे में सिमटा हुआ है। 

जो सजा काट रहे हैं, ऐसे लोगों को महिमामंडन किया जाता है। उनको महान बताया जा रहा है। ऐसी बातें लंबी नहीं चल सकती है। ऐसे लोग अपने की खात्मे की चिट्ठी पर हस्ताक्षर कर रहे हैं। जांच करना ऐजेंसियों का काम है जो स्वतंत्र हैं। जज करने का काम अदालत का है और वो अपना काम कर रही है। 

सभी राजनीति दलों को सोचने और समझने की जरूरत है। आज देश का दुर्भाग्य है, पहले तो क्लासरूम में भी कोई अगर चोरी करता था तो 10 दिन तक मुंह नहीं दिखाता था। आज जो भ्रष्टाचार के आरोप में जेल से निकलकर बाहर आए हैं वो चोरों का महिमामंडन कर रहे हैं। 

कांग्रेस के प्रधानमंत्री ने कहा था कि 1 रुपया भेजते हैं 15 पैसा पहुंचता है‌। हमने 10 करोड़ फर्जी नाम हटाएं हैं। आपने ऐसी व्यवस्था बनाई थी जिस बेटी का जन्म नहीं हुआ, उसको विधवा पेंशन जाते थे। हमने फर्जी नामों को हटाने से करीब करीब 3 लाख करोड़ रुपए गलत हाथों में जाने से बचाया। 

अधीर बाबू तो बंगाल से आते हैं, उन्होंने नोटों का ढेर तो देखा है. यह देश नोटों का ढेर देखकर समझ गया है। अब जनता को आप मूर्ख नहीं बना सकते है‌। हमने सारे पैसे गरीबों के कल्याण में लगा दिया। अब गरीबों को लूटना मुश्किल हो गया है। 

हमारी सरकार ने महंगाई को लगातार नियंत्रण में रखा। दो-दो युद्ध के बाद भी हमारी सरकार ने महंगाई को नियंत्रण में रखा है। पहले सदन का पूरा समय घोटाले पर चर्चा में निकल जाता था। 

1974 में जब इंदिरा जी ने हर जगह ताले लगा दिए थे तब देश में 30 फीसदी महगाई थी। अपने भाषण में कहा था, अगर जमीन न हो तो अपने गमले और कनस्तर में सब्जी उगा लें। देश में महंगाई को लेक दो गाने भी खूब प्रचलित हुए। दोनों गाने कांग्रेस शासन काल में आए थे। 

मैं कुछ कहना चाहता हूं, कहा गया था कि हर चीज की कीमत की बढ़ जाने की वजह से मुसीबत फैली है, आम जनता उनमें फंसी है, ये बात लाल किले से नेहरू जी ने कहा था। इसके 10 साल बाद फिर कहा गया, आप लोग आजकल भी कुछ दिक्कतों में हैं, परेशानियों में हैं, महंगाई है। तब पीएम रहते हुए हर बार महंगाई का गीत गाया था। 

एनर्जी के क्षेत्र में हमारी कोशिश ग्रीन एनर्जी की तरफ है। हाइड्रोजन को लेकर हम आगे बढ़ रहे हैं। पिछली सरकारों ने प्रयास तो किया लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली। आने वाला समय हमारा है। सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में अभूतपूर्व निवेश को देख रहा हूं। 

ईपीएफओ में 10 साल में 18 करोड़ नए लोग जुड़े हैं। 8 करोड़ लोगों ने जीवन में पहली बार अपना कारोबार शुरू किया है। 2014 से पहले इन्फ्रा स्ट्रक्चर के निर्माण में करीब 12 लाख करोड़ का बजट था। बीते 10 साल में यह बजट 44 लाख करोड़ पर पहुंच गया है। इस पैसे से जितनी मात्रा में काम हुआ है उसका अंदाजा लगा सकते हैं। 

टूरिज्म सेक्टर में बड़ा उछाल आया है। यह स्व रोजगार देने वाला सेक्टर है। भारत में सिर्फ एयरपोर्ट बने ऐसा नहीं है। भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा डोमेस्टिक एविएशन है। भारत की कंपनियों ने 1000 नए प्लेन का ऑर्डर दिया है। 

आज मेड इन इंडिया फोन दुनिया में पहुंच रहे हैं। एक तरफ सस्ता मोबाइल प्राप्त हुआ और दूसरी तरफ सस्ता डेटा। आज मेड इन इंडिया अभियान को देश देख रहा है। ये सारे काम हमारे नौजवानों के लिए सबसे ज्यादा रोजगार के अवसर पैदा करेंगे। 

आज चारों तरफ स्टार्टअप की गूंज है। आज डिजिटल क्रिएटर्स का बड़ा वर्ग हमारे सामने है। ये नए भारत की नई पहचान है। ये सेक्टर युवाओं के लिए रोजगार के लिए लाखों नए अवसर बना रहे हैं। 2014 से पहले डिजिटल अर्थव्यवस्था की साइज न के बराबर थी। आज भारत इसमें अग्रणी है। 

देश में पहली बार पाशु पालकों के लिए अलग मंत्रालय बना। आर्थिक चंक्र को चलाने में पशुओं की भी बहुत बड़ी भूमिका है। हमने पशुओं की जिंदगी को बचाने के लिए 50 करोड़ से ज्यादा टीके लगाए हैं। 

गांव में जाकर कहा जाता था कि देखिए ये मोदी के पैसे मत लेना, ये चुनाव एक बार जीत गया तो सारे पैसे ब्याज समेत वापस मांगेगा, किसानों का मूर्ख बनाने का काम किया गया था, लेकिन हमारी सरकार ने पीएम किसान सम्मान निधि 2 लाख 80 हजार करोड़ रुपए दिया। 

किसानों के लिए आंसू बहाने की आदत मैंने बहुत देखी है.किसानों के साथ कैसा विश्वासघात होता है वो देखा है। हमारी सरकार ने कृषि के लिए बजट का बहुत बड़ा हिस्सा दिया है। कांग्रेस ने 10 साल के कार्यकाल में 10 लाख करोड़ का धान-गेंहू खरीदा था। हमने 18 लाख करोड़ की खरीदारी की। 

एक समय था जब पूछा जाता था बेटी की उम्र बढ़ रही है शादी कब करोगो, पूछा जाता था घर का मालिक घर पर है कि नहीं है, आज किसी के घर जाते हैं तो घर महिला के नाम पर। परिवार के मुखिया की जगह आज मेरी माताएं और बहनें हैं। 

आज जिस घर में बेटी पैदा होती है तो लोग पूछते हैं कि सुकन्या समृद्धि खाता खुला कि नहीं। पहले समाज में सवाल होते थे कि महिला होकर नौकरी क्यों करना चाहती हो? आज लोग पूछ रहे हैं कि मैडम आपके स्टार्टअप में मुझे नौकरी मिलेगी। 

यूपीए के समय एक एक्स्ट्रा संसदीय बॉडी बनाई गई थी, जिसके आगे सरकार की कुछ नहीं चलती थी, जरा पेपर निकालकर देखिए उसमें कोई ओबीसी नेता था क्या? हिंदुस्तान में कोई ऐसा सेक्टर नहीं है जहां देश की बेटियों के लिए दवारजे बंद हों। 

जिस कर्पूरी ठाकुर ने पूरा जीवन लोकतंत्र के सिद्धांतों के लिए खपा दिया, उनका अपमान करने का काम इस कांग्रेस पार्टी ने किया है। इनकी चिंता है कि सरकार में कितने पद पर ओबीसी हैं, लेकिन मैं हैरान हूं कि उन्हें आज तक ओबीसी नजर नहीं आया। 

कर्पूरी ठाकुर जब बिहार के मुख्यमंत्री बने थे तो उनकी सरकार को अस्थिर करने के लिए क्या-क्या नहीं किया गया। 1987 में जब कांग्रेस के पास पूरे देश में उनका झंडा फहरता था, तब उन्होंने कर्पूरी ठाकुर को प्रतिपक्ष के नेता के रूप में मानने से मना कर दिया। 

जब मैं वोकल फॉर लोकल की बात करता हूं, तो मैं करोड़ों उद्योगों से जुड़े हुए लोगों के परिवारों के कल्याण की बात करता हूं। खादी को सरकारों ने भूला दिया। विपक्षियों ने ओबीसी नेताओं का अपमान करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। 

देश में पहली बार जन-जातियों में भी अति पीछड़े लोगों को पीएम जनधन योजना बनाकर उनके कल्याण का मिशन मोड में काम किया जा रहा है। देश के आखिरी गांव को हमने पहला गांव बनाकर विकास की दिशा बदल दी है। 

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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