Explore

Search
Close this search box.

Search

November 22, 2024 12:14 pm

लेटेस्ट न्यूज़

सपा विधायक से इंश्योरेंस के नाम पर लूट लिए लाखों रुपए

15 पाठकों ने अब तक पढा

ठाकुर बख्श सिंह की रिपोर्ट

समाजवादी पार्टी के विधायक डॉक्टर मनोज पांडेय के साथ लाखों की ठगी का मामला सामने आया है। सपा नेता से इंश्योरेंस के नाम पर 39.50 लाख रुपये की ठगी की गई है। मनोज पांडेय सपा सरकार में पूर्व मंत्री भी रह चुके हैं। 

अभी वह रायबरेली के ऊंचाहार से विधायक हैं। सपा नेता मनोज पांडेय को अपने साथ हुई लाखों ठगी का पता तब चला जब उन्हें इंश्योरेंस कंपनी की ओर से कोई रसीद नहीं दी गई। आनन-फानन में सपा नेता ने पुलिस में इस मामले में शिकायत दर्ज कराई है। आरोपी इंश्योरेंस कंपनी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। 

सपा विधायक ने पुलिस में दर्ज रिपोर्ट में बताया कि ठगी का यह मामला जनवरी 2019 का है। विधायक लखनऊ में रह रहे हैं। इनके पास जनवरी 2019 में एक इंश्योरेंस कंपनी का मैनेजर उनके घर आया। उसने बताया कि उनकी कंपनी में एक खास स्कीम आई है। 10 लाख रुपए प्रति साल किस्त जमा करने पर 3 साल बाद 39 लाख 20000 वापसी व साथ में 5,37, 500 बोनस मिलेंगे। कुल 44 लाख 57,594 वापस मिलेगा। 

कंपनी ने दिया ये लालच

साथ ही इंश्योरेंस कंपनी के मैनेजर ने कहा कि यदि 4 साल बाद अपना रुपया वापस लेंगे तो बोनस सहित 63 लाख 23980 रुपए मिल जाएंगे। स्कीम के समझने के बाद सपा विधायक ने इंश्योरेंस कंपनी के मैनेजर के झांसे में आकर विधायक ने फरवरी 2019 का दस लाख का चेक तुरंत ही मैनेजर को सौंप दिया। 

जमा किए कुल इतने रुपये

सपा विधायक मनोज पांडे ने तीन साल तक किस्त के रूप में 29,35,409 रुपये इंश्योरेंस कंपनी में जमा किए। जब वह 10 लाख की और चौथी किस्त देने के बाद उन्हें कंपनी की ओर से कोई रसीद नहीं मिली तो उन्होंने पुलिस में मामला दर्ज कराया है। उन्होंने इंश्योरेंस कंपनी को कुल 39 लाख 35 हजार रुपये चेक से दे चुके थे। कंपनी के पास उन रुपयों का कोई रिकॉर्ड नहीं दिया गया है। 

सपा विधायक की ओर से दर्ज कराई गई शिकायत के बाद पुलिस ने मामले में जांच शुरू कर दी है।

पुलिस ने कहा कि जो भी दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस तरह की ठगी के बाद से पुलिस महकमा इस घटना को साइबर क्राइम से भी जोड़ कर देख रही है। 

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

लेटेस्ट न्यूज़