संतोष कुमार सोनी की रिपोर्ट
बांदा । जैसा की आप सभी जानते हैं की हमारे समाज में बुजुर्गों से लेकर युवा पीढ़ी आज कई तरह के “नशे” की गिरफ्त में है हमारे समाज में ही ऐसे कई लोग अपने मानसिक तनाव को कम करने के लिये कई नशीले पदार्थों का प्रयोग कर रहे हैं जिसके परिणाम आगे चलकर बहुत ही “खतरनाक” साबित हो सकते हैं। उसी में एक है तम्बाकू। जिसका प्रयोग आज से ही नहीं सैकड़ों वर्षों से हो रहा है। जिसका प्रयोग आज पारिवारिक लोगों एवं युवाओं द्वारा गुटखा, खैनी एवं लुभावने पान मसालों के प्रयोग को देखकर आज की अधिकतर पीढ़ी इसके प्रयोग में लिप्त है। जिसके परिणामस्वरूप अधिकतर लोग कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों से ग्रसित होकर मौत के आगोश में समा कर परिवार को रोता बिलखता छोड़ जाते हैं।
तंबाकू के अंदर पाया वाला जहरीला तत्व जिसे नीकोटिन के नाम से जाना जाता है एक स्लो प्वाइजन होने के चलते इंसान में कई बीमारियों को जन्म देता है। इससे होने वाली मौतों के आंकड़ों को देखते हुये आज ही के दिन विश्व तम्बाकू निषेध दिवस के रूप में जन जन को तम्बाकू से मुक्ति की ओर अग्रसर रहने की अनूठी पहल प्रारम्भ की गयी जिसे समूचे देश में मनाया भी जाता है।
इसी क्रम में आज बांदा जनपद के ब्लॉक नरैनी अंतर्गत सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नरैनी के चिकित्साधीक्षक विपिन शर्मा ने अपने समस्त कर्मचारियों के बीच बैठक कर तम्बाकू एवं तम्बाकूयुक्त उत्पादों का निषेध करने की शपथ दिलाई जिसका सभी ने समर्थन करते हुये अपने साथ साथ लोगों को भी तम्बाकू निषेध कराने हेतु प्रेरित करने की शपथ ली।
Author: samachar
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