ठाकुर धर्म सिंह ब्रजवासी की रिपोर्ट
मथुरा: यूपी के मथुरा के गांव सुनरख में खादर की ज़मीन को खाली कराने पहुंची प्रशासन और पुलिस की टीम को किसानों के आक्रोश का सामना करना पड़ा। किसानों और अवैध कब्जे को खाली कराने पहुंची टीम के साथ गहमागहमी हो गई। किसानों ने जमकर हंगामा किया। किसानों का आरोप है कि बिना किसी नोटिस के ज़मीन को ख़ाली कराया जा रहा है। हंगामा कर रहे किसानों ने कहा कि ज़मीन हमारी है प्रशासन जबरन ख़ाली करा रहा है।
क्या पूरा मामला
वृंदावन के गांव सुनरख के पास 130 हेक्टेयर भूमि पर सौभरि वन विकसित कर रहा है। प्रदेश सरकार की इस महत्वाकांक्षी परियोजना का काम स्थानीय जिला प्रशासन, उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद, मथुरा-वृंदावन विकास प्राधिकरण और वन विभाग द्वारा सामूहिक रूप से किया जा रहा है। सुनरख, आटस और जहांगीरपुर खादर को मिलाकर 130 हेक्टेयर जमीन 10 वर्ष के लिए वन विभाग को दी गई है।
पीढ़ियों से कर रहें हैं खेत- किसान
गांव सुनरख के किसान इसका विरोध कर रहे हैं। किसानों का कहना है कि बिना किसी नोटिस के उनकी खेती की जमीन का अधिग्रहण किया जा रहा है। वे कई पीढ़ियों से इस जमीन पर खेती करते आ रहे हैं। अपने घर का पालन पोषण कर रहे हैं, लेकिन वन विभाग द्वारा इस जमीन को सरकारी जमीन बताया जा रहा है।
प्रशासन का क्या कहना है?
वहीं प्रशासन का कहना है कि गांव सुनरख की जिस जमीन पर सौभरि वन विकसित होगा, वह खादर की जमीन है। इस जमीन पर किसान अवैध रूप से खेती कर रहे हैं। गुरुवार को इसी जमीन पर खाली कराने के दौरान किसान उग्र हो गए। उन्होंने कालीदह परिक्रमा मार्ग पर हंगामा कर दिया।
Author: samachar
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