इरफान अली की रिपोर्ट
देवरिया। भटनी के पिपरा देवराज गांव निवासी विजय प्रताप सिंह को अधिकारियों द्वारा अभिलेखों में मृत घोषित कर दिया गया।
अभिलेखों में मारा गया किशोर भटक रहा जिंदा होने का सबूत लेकर। माता पिता के मौत के बाद परिवार रजिस्टर और खतौनी से नाम गायब होने पर विजय को अब अपनी सुरक्षा का भय सताने लगा है। इसके लिए उसने जिला अधिकारी और एसपी से मिलकर सुरक्षा प्रदान करने की बात कही है।
उन्होंने बताया कि जो लोग सरकारी अभिलेखों में उसको मार सकते हैं वह आगे कुछ और भी कर सकते हैं। पिता की मौत के बाद सरकारी अभिलेख से नाम गायब होने पर पिपरा देवराज गांव निवासी किशोर विजय प्रताप सिंह अधिकारियों से मिलकर जिंदा होने का प्रमाण दे रहा है। वह अधिकारियों के दफ्तर में गले से पट्टी चिपका कर पहुंचते हैं जिस पर लिखा है ‘साहब मैं जिंदा हूं’। मंगलवार को भी वह ऐसे दिखे यह नजारा देख लोग सरकारी तंत्र को बस कोसते नजर आए।
विजय गांव और क्षेत्र में घूम कर न्याय की लड़ाई में लोगों से समर्थन जुटाने में भी लगे हैं। 480 लोगों ने विजय के समर्थन में एसडीएम के समक्ष उपस्थित होकर गवाही दी। मंगलवार को ग्रामीणों और रिश्तेदारों के साथ विजय एक बार फिर एसडीएम सलेमपुर के पास पहुंचे और मांगे गए जरूरी दस्तावेज प्रस्तुत किया।
भटनी के पिपरा देवराज गांव निवासी रामवृक्ष उर्फ तूफानी की मृत्यु जनवरी 20-22 में हो गई थी इसके पहले उनकी पत्नी बृजवती की मृत्यु हो चुकी थी मां और पिता की मृत्यु के बाद इकलौती संतान प्रिय प्रताप सिंह अपने ननिहाल आमघाट थाना बरियारपुर में रहने लगे। प्रीत की ओर से परिवार रजिस्टर की नकल में 15:00 बजे नंबर पेज पर विजय का नाम है। मौजूदा परिवार रजिस्टर में वह पन्ना गायब है । जवाब देह लोगों को 3 दिन में इस पर स्पष्टीकरण देने के लिए कहा गया है। जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा उस पर कड़ी कार्रवाई होगी। -अरुण कुमार एसडीएम सलेमपुर
Author: samachar
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