जयपुरराजस्थान

आदिवासी समुदाय के बलिदान को याद करते हुए मोदी ने गहलोत के लिए भी दिए “बोल वचन”

सुरेन्द्र प्रताप सिंह की रिपोर्ट 

बांसवाड़ा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को राजस्थान के मानगढ़ में 1913 में ब्रिटिश सेना द्वारा मारे गए आदिवासी सेनानियों को श्रद्धांजलि दी। पीएम मोदी ने बांसवाड़ा जिले के मानगढ़ धाम में भील आदिवासियों और अन्य जनजातियों के सदस्यों की एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि भारत का अतीत, इतिहास, वर्तमान और भविष्य आदिवासी समाज के बिना पूरा नहीं होता है। आजादी के ‘अमृत महोत्सव’ में हम सभी का मानगढ़ धाम आना सुखद है। मानगढ़ धाम जनजातीय वीर-वीरांगनाओं के तप, त्याग, तपस्या और दे​श​भक्ति का प्रतिबिंब है। यह राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र की साझी विरासत है।

IMG_COM_20230613_0209_43_1301

IMG_COM_20230613_0209_43_1301

IMG_COM_20230629_1926_36_5501

IMG_COM_20230629_1926_36_5501

आदिवासी समुदाय के बलिदान को याद किया 

पीएम मोदी ने कहा कि 17 नवंबर 1913 को मानगढ़ में जो नरसंहार हुआ वह अंग्रेजी हुकूमत की क्रूरता की पराकाष्ठा थी। दुनिया को गुलाम बनाने की सोच के साथ अंग्रेजी हुकूमत ने मानगढ़ की इस पहाड़ी पर 1500 से ज्यादा लोगों को घेरकर के उन्हें मौत के घाट उतार दिया था। लेकिन दुर्भाग्य से आदिवासी समाज के इस बलिदान को इतिहास में जो जगह मिलनी चाहिए वह नहीं मिली। आज वह कमी पूरी की जा रही है। भारत की परंपराओं और आदर्शों के प्रतिनिधि गोविंद गुरू जैसे महान स्वतंत्रता सेनानी किसी रियासत के राजा नहीं वरन लाखों आदिवासियों के नायक थे। 

आदिवासी समाज की सेवा के लिए कर रहे काम 

गोविंद गुरू ने आजादी की लड़ाई में अपना परिवार खो दिया लेकिन हौसला कभी नहीं खोया। देश के स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास का हर पन्ना आदिवासी वीरता से भरा पड़ा है। गोविंद गुरु का वह चिंतन, वो बोध, आज भी उनकी धुनी के रूप में, मानगढ़ धाम में अखंड रूप से प्रदीप्त हो रहा है। उनकी सम्प सभा के आदर्श, आज भी एकजुटता, प्रेम और भाईचारा की प्रेरणा दे रहे हैं। देश में आदिवासी समाज की भूमिका इतनी बड़ी है कि हमें उसके लिए समर्पित भाव से काम करने की जरूरत है। आज देश आदिवासी समाज की सेवा के लिए स्पष्ट नीति के साथ काम कर रहा है।

सीएम अशोक गहलोत के लिए बोल बचन 

अपने संबोधन में पीएम मोदी ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की तारीफ भी की। उन्होंने कहा कि अशोक गहलोत जी और मैंने मुख्यमंत्री के रूप में साथ काम किया है। वह हमारे बहुत से मुख्यमंत्रियों में सबसे वरिष्ठ थे, आज भी यहां मंच पर बैठे सभी मुख्यमंत्रियों में से वह सबसे वरिष्ठ हैं। वहीं अशोक गहलोत ने भी अपने संबोधन में पीएम मोदी की तारीफ की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री दुनिया के कई देश में जाते है तो बेहद सम्मान मिलता है। प्रधानमंत्री को यह सम्मान इसलिए मिलता है क्योंकि नरेंद्र मोदी जी गांधी के देश के पीएम हैं। उस देश की जहां पर लोकतंत्र की जड़ें मजबूत है।

Tags

samachar

"ज़िद है दुनिया जीतने की" "हटो व्योम के मेघ पंथ से स्वर्ग लूटने हम आते हैं"
Back to top button
Close
Close
%d bloggers like this: