अंजनी कुमार त्रिपाठी की रिपोर्ट
प्रयागराज। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रहे महंत नरेंद्र गिरि की मौत के एक साल पूरे हो गए हैं। महंत की मौत कैसे हुई थी, अभी तक इसकी असलियत सामने नहीं आई है। गुरुवार को CBI की टीम जांच के लिए प्रयागराज के अल्लापुर के मठ बाघंबरी गद्दी पहुंची। जिस कमरे में महंत की लाश मिली थी, सीबीआई ने उस कमरे का ताला खुलवाया और जांच की।
सूत्रों के अनुसार महंत के कमरे से 3 करोड़ रुपए कैश और 50 किलोग्राम सोना, हनुमान जी का सोने का मुकुट, कड़ा-बाजूबंद मिला है। ये सब एक लोहे की अलमारी में बंद थे। इसके अलावा करोड़ों की संपत्ति के रजिस्ट्री पेपर और 9 क्विंटल देशी घी भी मिला। सुबह 11:30 बजे से CBI उनके कमरे में डेरा डाले हुए है। CBI के जांच अधिकारी एडिशनल एसपी केएस नेगी और CBI इंस्पेक्टर की मौजूदगी में कमरे का ताला खाेला गया। इस दौरान SP सिटी समेत कई अधिकारी भी फोर्स के साथ मौजूद रहे।
महंत गिरि पिछले साल कमरे में फंदे से लटके मिले थे
महंत नरेंद्र गिरि का शव 20 सितंबर 2021 को मठ के एक कमरे में फंदे से लटकता मिला था। जांच CBI को सौंपी गई। इस मामले में महंत नरेंद्र के शिष्य रहे आनंद गिरि, आद्या प्रसाद तिवारी और उनके बेटे संदीप तिवारी को अरेस्ट किया गया था। आद्या और संदीप नैनी जेल में बंद हैं, जबकि आनंद गिरि चित्रकूट जेल में बंद हैं। आनंद गिरी कई बार कोर्ट में जमानत के लिए याचिका भी दाखिल कर चुके हैं, लेकिन उन्हें जमानत नहीं मिली। उधर, यूपी पुलिस ने गिरि के कमरे को सील कर दिया था। कमरे से एक सुसाइड नोट भी मिला था।
बलवीर गिरि ने कमरा खोलने के लिए अर्जी लगाई थी
बाघंबरी मठ के मौजूदा महंत बलवीर गिरि ने कमरा खुलवाने के लिए कोर्ट में अर्जी लगाई थी। बलवीर ने कोर्ट से अपील की थी कि मठ में पहली मंजिल के उस कमरे को खोलने की अनुमति दी जाए। इसके बाद CBI गुरुवार को बाघंबरी मठ पहुंची। गुरुवार को सुबह 11:30 बजे से शाम 7 बजे तक CBI ने हर सामान की वीडियोग्राफी कराई। हालांकि इस संबंध में CBI के अधिकारियों ने मीडिया से बातचीत करने से मना कर दिया।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."