Explore

Search
Close this search box.

Search

November 23, 2024 5:35 am

लेटेस्ट न्यूज़

शिवपाल बार बार आईना दिखा रहे हैं और अखिलेश हैं कि समझते नहीं….

16 पाठकों ने अब तक पढा

ज़ीशान मेहदी की रिपोर्ट 

शिवपाल सिंह यादव ने पहले ही एनडीए प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू को वोट देने का ऐलान कर दिया था। उन्होंने अखिलेश यादव को एक पत्र भी लिखा था, जिसमें उन्होंने मुलायम सिंह यादव को आईएसआई का एजेंट बताने वाले विपक्षी उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को वोट नहीं देने की अपील की है।

समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव और चाचा शिवपाल यादव के बीच राष्ट्रपति चुनाव को लेकर एक बार फिर से ‘तलवारें’ खिंच गई हैं, जिसमें बीजेपी अपनी सियासी रोटियां सेंकने में लगी है। हालांकि राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान की गरमा-गरमी थम चुकी है, लेकिन चाचा-भतीजे उसी पर अटके हुए हैं। विवाद की शुरुआत की वजह बना चाचा शिवपाल यादव का वह लेटर जिसमें उन्होंने भतीजे अखिलेश यादव को आगाह किया था कि वह विपक्ष के राष्ट्रपति पद के प्रत्याशी यशवंत सिन्हा का समर्थन न करें, जिन्होंने कभी मुलायम सिंह यादव को आईएसआई का एजेंट बताया था। कायदे से तो अखिलेश को ऐसी स्थितियों में विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के समर्थन में मतदान नहीं करना चाहिए, लेकिन राजनीति में यह सब नहीं चलता है। समाजवादी पार्टी द्वारा बाकायदा पार्टी के सांसदों, विधायकों व अन्य जनप्रतिनिधियों के लिए व्हिप जारी करके विपक्ष के साझा उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के पक्ष में मतदान करने को कहा गया था। इस व्हिप से सपा विधायक चाचा शिवपाल यादव भी बंधे थे, लेकिन उन्होंने इसकी चिंता नहीं की और राजग की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का समर्थन किया। इतना हीं नहीं अखिलेश यादव को मुलायम के संदर्भ में यशवंत सिन्हा के पुराने बयान को कुरेद कर आईना भी दिखाया। चाचा के इस लेटर बम से अखिलेश ने कुछ समझने की कोशिश नहीं की उलटे उनका गुस्सा फूट पड़ा। लेकिन अखिलेश ने चाचा शिवपाल की जगह बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। अखिलेश का आरोप था कि शिवपाल यादव ने जो पत्र उन्हें लिखा था, वह बीजेपी ने लिखवाया और सार्वजनिक किया था। 

बहरहाल, समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव जहां राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा का समर्थन कर रहे हैं वहीं प्रसपा प्रमुख शिवपाल यादव उनका विरोध कर रहे हैं। शिवपाल के इस बयान के बाद यूपी के राजनीतकि गलियारों में सियायत गरमा गई है। बता दें कि मतदान करने से पूर्व अखिलेश यादव ने राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को वोट डालने की बात कही थी, वहीं मतदान करने के बाद सपा प्रमुख ने भाजपा पर जमकर हमला बोला। अखिलेश यादव ने सपा और रालोद विधायकों के साथ यशवंत सिन्हा के पक्ष में मतदान किया तो चाचा शिवपाल ने कह दिया कि नेताजी को आईएसआई का एजेंट कहने वाले का हम समर्थन नहीं करते।

राष्ट्रपति चुनाव में आज हो रही वोटिंग से पहले समाजवादी पार्टी ने पार्टी विधायकों के लिए व्हिप जारी किया था। विधानसभा में पार्टी के मुख्य सचेतक मनोज पांडे ने ये व्हिप जारी करते हुए कहा था कि सभी विधायकों को कहा गया है कि वे विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को वोट करें। पार्टी ने शिवपाल सिंह यादव को भी व्हिप की कॉपी भेजी है। इसमें कहा गया है कि जो इसका पालन नहीं करेगा उसके खिलाफ पार्टी सख्त कार्रवाई करेगी।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

लेटेस्ट न्यूज़