दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
देश की 3 लोकसभा सीटों और 7 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के वोटों की गिनती जारी है। उत्तर प्रदेश की रामपुर लोकसभा सीट और आजमगढ़ लोकसभा सीट पर भी 23 जून को उपचुनाव के लिए वोट डाले गए थे। रामपुर में आजम खान के प्रतिष्ठित, तो वहीं आजमगढ़ में अखिलेश यादव की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है। आजमगढ़ से अखिलेश यादव के चचेरे भाई धर्मेंद्र यादव चुनाव लड़ रहे हैं।
यूपी की आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा सीटों पर उपचुनाव की प्रक्रिया चल रही है। रविवार को रामपुर और आजमगढ़ में वोटों की गिनती शुरू हो गई है। इन सीटों पर सपा की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। वहीं बीजेपी इन दोनों सीटों पर जीत हासिल करके रिकॉर्ड बनाने की चाह रही है। आजमगढ़ में शुरूआती रुझानों में धर्मेंद्र यादव आगे चल रहे हैं। जबकि रामपुर में भाजपा उम्मीदवार घनश्याम सिंह लोधी ने बढ़त बना ली है।
यूपी के आजमगढ़ में सपा नेता धर्मेंद्र यादव स्ट्रांग रूम की ओर जा रहे थे तभी पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोक लिया, जिस पर सपा नेता अपना आपा खो बैठे। धर्मेंद्र यादव ने गुस्से में कहा कि ये आजमगढ़ है… हम ये बर्दाश्त नहीं करेंगे।
रामपुर और आजमगढ़ में गुरुवार को हुए लोकसभा उपचुनावों में कम मतदान ने दोनों सीटों पर आमने-सामने की लड़ाई का संकेत दिया है। आजमगढ़ में जहां 49.43 प्रतिशत मतदान हुआ तो वहीं रामपुर में 41.39 प्रतिशत लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। इन सीटों पर मुख्य रूप से सपा और बीजेपी के बीच ही मुकाबला है।
आज सुबह जैसे ही आजमगढ़ में वोटों की गिनती शुरू हुई, उसी दौरान सपा प्रत्याशी धर्मेंद्र यादव ने हंगामा शुरू कर दिया। दरअसल स्ट्रांग रूम में जाने को लेकर धर्मेंद्र यादव की पुलिस से बहस हो गई। धर्मेंद्र यादव जिस गेट से स्ट्रांग रूम में जाना चाहते थे, पुलिस ने उन्हें रोक लिया और दूसरे रास्ते से आने को कहा। इस पर धर्मेंद्र यादव भड़क गए।
आप मशीन बदलना चाहते हो?
धर्मेंद्र यादव ने पुलिस से चिल्लाते हुए कहा कि आप लोग हमें अंदर क्यों नहीं जाने दे रहे हो? आप मशीनें बदलना चाहते हो। धर्मेंद्र यादव काफी देर तक वहां मौजूद पुलिस अधिकारियों पर चिल्लाते रहे। उसके बाद वायरल वीडियो में पुलिस के लोग यह कहते हुए सुनाई दे रहे हैं कि आप इस तरह से अधिकारी से बात नहीं कर सकते। लेकिन धर्मेंद्र यादव अंदर जाने के लिए अड़े रहे।
रामपुर सीट– रामपुर से पहले आजम खान सांसद थे। उन्होंने बीजेपी की जया प्रदा को हराया था। रामपुर में 2019 के लोकसभा चुनाव में 63.19 प्रतिशत मतदान हुआ था। 2014 में इस सीट पर बीजेपी ने जीत हासिल की थी, जबकि 2009 में जया प्रदा यहां से सांसद बनीं थीं, तब वो सपा में ही थीं, लेकिन 2019 में वो बीजेपी में गईं और आजम खिलाफ भाजपा ने जया प्रदा को मैदान में उतारा था, हालांकि आजम खान यहां से काफी मतों से जीते थे।
हाल में हुए यूपी विधानसभा चुनावों में जब आजम खान विधायक चुने गए तो उन्होंने सांसदी से इस्तीफा दे दिया, जिसके कारण इस सीट पर उपचुनाव हो रहा है। यहां से भाजपा ने इस बार घनश्याम सिंह लोधी को उम्मीदवार बनाया है, जबकि बसपा और कांग्रेस ने इस सीट पर अपना उम्मीदवार नहीं उतारा है।
आजमगढ़ सीट– इसी सीट से पहले अखिलेश यादव सांसद थे, उनसे पहले उनके पिता मुलायम सिंह यादव सांसद थे, अब यहां से उन्होंने अपने चचेरे भाई धर्मेंद्र यादव को मैदान में उतारा है। वहीं भाजपा ने भोजपुरी गायक निरहुआ तो बसपा ने शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली को अपना उम्मीदवार बनाया है। कांग्रेस यहां भी चुनाव नहीं लड़ रही है।
2019 के चुनाव में इस सीट पर 57.56 प्रतिशत वोटिंग हुई थी। तब भी अखिलेश के सामने निरहुआ को ही बीजेपी ने उतारा था, लेकिन तब उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
Author: samachar
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