पूर्व IPS अमिताभ ठाकुर पर एक और मुकदमा
देवरिया जेल से वाराणसी शिफ्ट, आज दो अदालतों में निर्णायक सुनवाई

संजय कुमार वर्मा की रिपोर्ट
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उत्तर प्रदेश की राजनीति और न्यायिक हलकों में एक बार फिर हलचल तेज हो गई है। देवरिया जेल में निरुद्ध पूर्व आईपीएस अधिकारी
अमिताभ ठाकुर
को गुरुवार की शाम कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच वाराणसी स्थानांतरित किया गया। यह कार्रवाई ऐसे समय पर हुई है जब उनके खिलाफ वाराणसी के चौक थाना क्षेत्र में एक नया मुकदमा दर्ज किया गया है और शुक्रवार को इस मामले में उनकी पेशी मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (CJM) न्यायालय में प्रस्तावित है।

मामले की गंभीरता इस तथ्य से भी समझी जा सकती है कि इसी दिन देवरिया में दर्ज एक अन्य धोखाधड़ी प्रकरण में भी उनकी जमानत याचिकाओं पर सुनवाई होनी है। यानी एक ही दिन दो जिलों की अदालतों में अमिताभ ठाकुर से जुड़े मामलों की सुनवाई उत्तर प्रदेश की सियासत और प्रशासनिक व्यवस्था के लिए अहम परीक्षा मानी जा रही है।

देवरिया से वाराणसी तक—कड़ी सुरक्षा में हुआ स्थानांतरण

गुरुवार शाम जैसे ही अमिताभ ठाकुर को देवरिया जेल से बाहर लाया गया, पूरे परिसर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई। पुलिस बल के साथ विशेष सुरक्षा वाहनों के जरिए उन्हें वाराणसी ले जाया गया। प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, यह कदम किसी भी अप्रिय स्थिति से बचने और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के उद्देश्य से उठाया गया।

जेल प्रशासन का कहना है कि यह एक नियमित प्रक्रिया है, क्योंकि वाराणसी में दर्ज नए मुकदमे में शुक्रवार को उनकी उपस्थिति आवश्यक है। वहीं दूसरी ओर, राजनीतिक गलियारों में इस स्थानांतरण को एक बड़े घटनाक्रम के रूप में देखा जा रहा है।

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फर्जी वीडियो वायरल कर दुष्प्रचार का आरोप

वाराणसी में दर्ज नया मुकदमा कफ सिरप तस्करी से जुड़े एक संवेदनशील मामले से संबंधित है। आरोप है कि इस प्रकरण में एक फर्जी वीडियो वायरल कर जानबूझकर दुष्प्रचार किया गया। शिकायत में कहा गया है कि सोशल मीडिया पर फैलाए गए इस वीडियो से न केवल जांच प्रक्रिया प्रभावित हो सकती थी, बल्कि प्रशासनिक छवि को भी नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया गया।

यह मुकदमा वाराणसी के चौक थाना क्षेत्र में दर्ज कराया गया है। शिकायतकर्ता हैं हिंदू युवा वाहिनी नेता और वाराणसी विकास प्राधिकरण के मानद सदस्य
अंबरीश सिंह भोला
उनका आरोप है कि इस वीडियो के जरिए भ्रम फैलाकर कानून व्यवस्था को प्रभावित करने की कोशिश की गई।

कफ सिरप तस्करी मामला: पहले से विवादों में घिरा प्रकरण

कफ सिरप तस्करी से जुड़े मामलों ने बीते कुछ महीनों में उत्तर प्रदेश की राजनीति और प्रशासन को लगातार सवालों के घेरे में रखा है। यह मामला केवल अवैध व्यापार तक सीमित नहीं रहा, बल्कि इसमें प्रभावशाली व्यक्तियों की कथित संलिप्तता को लेकर भी चर्चाएं होती रही हैं।

अमिताभ ठाकुर का दावा है कि उन्होंने इस प्रकरण में तथ्यों के आधार पर सवाल उठाए थे, लेकिन इसके जवाब में उनके खिलाफ फर्जी वीडियो और दुष्प्रचार जैसे आरोप जोड़ दिए गए। उनका कहना है कि यह सब उन्हें कानूनी दबाव में लाने की रणनीति का हिस्सा है।

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जेल से निकलते समय मीडिया से बोले अमिताभ ठाकुर

देवरिया जेल से वाराणसी ले जाते समय अमिताभ ठाकुर ने जेल परिसर के बाहर मीडिया से बातचीत की। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि कफ सिरप तस्करी मामले में उनके खिलाफ दर्ज किया गया मुकदमा पूरी तरह फर्जी है और इसके पीछे राजनीतिक दबाव काम कर रहा है।

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि यह पूरा घटनाक्रम मुख्यमंत्री
योगी आदित्यनाथ
के करीबी माने जाने वाले कुछ लोगों के इशारे पर अंजाम दिया गया है। अमिताभ ठाकुर का कहना है कि सच्चाई सामने न आ सके, इसके लिए उन्हें निशाना बनाया जा रहा है।

धनंजय सिंह का नाम लेकर लगाए गंभीर आरोप

मीडिया से बातचीत के दौरान अमिताभ ठाकुर ने यह भी कहा कि उन्हें पूर्व सांसद
धनंजय सिंह
और उनकी टीम को बचाने के लिए फंसाया जा रहा है। उन्होंने दावा किया कि कफ सिरप तस्करी से जुड़े इस पूरे नेटवर्क में कई बड़े नाम शामिल हैं, लेकिन जांच की दिशा को जानबूझकर मोड़ा जा रहा है।

हालांकि, इन आरोपों पर संबंधित पक्षों की ओर से अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि सभी मामलों की जांच कानून के अनुसार की जा रही है।

देवरिया CJM कोर्ट में भी जमानत पर सुनवाई

वाराणसी के साथ-साथ देवरिया में भी अमिताभ ठाकुर के लिए शुक्रवार का दिन बेहद अहम है। देवरिया में दर्ज धोखाधड़ी के मामले में उनकी ओर से सीजेएम न्यायालय में जमानत याचिकाएं दाखिल की गई हैं, जिन पर आज सुनवाई निर्धारित है।

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कानूनी विशेषज्ञों का मानना है कि यदि किसी एक मामले में भी राहत मिलती है, तो उसका असर अन्य मामलों की रणनीति पर भी पड़ सकता है। यही वजह है कि शुक्रवार की सुनवाई को निर्णायक माना जा रहा है।

“अदालत में पूरी मजबूती से रखूंगा अपना पक्ष”

अमिताभ ठाकुर ने दोहराया कि वे अदालत में पूरे तथ्यों और साक्ष्यों के साथ अपना पक्ष मजबूती से रखेंगे। उनका कहना है कि उन्हें न्यायपालिका पर भरोसा है और अंततः सच सामने आएगा।

उन्होंने कहा कि चाहे वाराणसी का नया मामला हो या देवरिया में दर्ज पुराना प्रकरण—दोनों में ही वे कानून का सम्मान करते हुए कानूनी लड़ाई लड़ेंगे।

सवाल–जवाब

अमिताभ ठाकुर को देवरिया से वाराणसी क्यों ले जाया गया?

वाराणसी में दर्ज नए मुकदमे में शुक्रवार को उनकी पेशी होनी है, इसी कारण उन्हें वहां स्थानांतरित किया गया।

नया मुकदमा किस मामले से जुड़ा है?

यह मुकदमा कफ सिरप तस्करी प्रकरण से जुड़े एक कथित फर्जी वीडियो और दुष्प्रचार के आरोप से संबंधित है।

देवरिया में कौन सा मामला चल रहा है?

देवरिया में अमिताभ ठाकुर के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज है, जिसमें उनकी जमानत याचिकाओं पर सुनवाई होनी है।

अमिताभ ठाकुर का मुख्य दावा क्या है?

उनका कहना है कि उनके खिलाफ राजनीतिक दबाव में फर्जी मुकदमे दर्ज कराए गए हैं और वे अदालत में सच्चाई सामने लाएंगे।


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