“ज्ञानवापी” को इस्लाम और कुरआन से बाहर बताते हुए “अटक” से लेकर “कटक” तक भारत को एक कहा और पढ़िए साक्षी महाराज ने क्या क्या कहा?

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अंजनी कुमार त्रिपाठी की रिपोर्ट

उन्नाव,  वाराणसी में ज्ञानवापी मस्जिद में सर्वे के बीच में उन्नाव से भाजपा सांसद साक्षी महाराज का बड़ा बयान आया है। उन्होंने ज्ञानवापी  शब्द का अर्थ बताया और इस शब्द का कुरान और इस्लाम में कहीं भी नहीं होने की बात कही है। उन्होंने इस स्थान को भगवान शिव का बताया है। 

सांसद ने कहा, कुतुबमीनार व ताजमहल की बात और है। मथुरा में जो मस्जिद है, वह आक्रांताओं ने तोड़कर बनवाई थी। कोर्ट में मामला है, जो भी निस्तारण होगा स्वीकार करेंगे। ताजमहल की विवेचना होगी। पुरातत्व विभाग जांच करेगा। जो होगा साक्षी महाराज की मांग पर नहीं, पुरातत्व विभाग की डिमांड पर होगा। मदरसे राष्ट्रवाद की तरफ चल पड़े तो हम स्वागत करेंगे।

साक्षी महाराज ने कहा कि अटक से कटक और कश्मीर से कन्याकुमारी तक भारत एक है। भारतीय संविधान के खिलाफ जो भी कुछ करेगा, उसपर संवैधानिक कार्रवाई होगी। ज्ञानवापी जैसा शब्द कुरान व इस्लाम में कहीं स्थान नहीं पाता।

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ज्ञानवापी का अर्थ है ज्ञान का सरोवर, ज्ञान का कुआं। इस शब्द से ही स्पष्ट है कि वह स्थान भगवान शिव का है, जो ज्ञान के दाता हैं। इसको लेकर विवाद का कोई मतलब नहीं।

उन्होंने कहा कि ओवैसी क्या कहते हैं, इससे कोई मतलब नहीं। वह केवल मुसलमानों को बरगलाने का काम कर रहे हैं। महंगाई बढ़ती जा रही यह ठीक है, लेकिन महंगाई कम करने के लिए केंद्र व प्रदेश सरकार कोई न कोई योजना बनाती रहती हैं। आने वाले दस दिनों के अंदर काफी कुछ नियंत्रित होगा।

उन्होंने कहा कि भारत कांग्रेस मुक्त हो चुका है। अब देश की जनता कांग्रेस को बर्दाश्त करने के मूड में नहीं है। गेहूं में जैसे कंडुआ रोग होता है। वैसे ही राजस्थान व छत्तीसगढ़ जैसी कुछ जगह कांग्रेस दिख रही है। झारखंड में भी जाने वाली है। उनके पास सोनिया व राहुल के अलावा तीसरा कोई विकल्प नहीं है। वह परिवारवाद से बाहर नहीं निकल सकते। यह परिवारवाद ही कांग्रेस के सर्वनाश के लिए पर्याप्त है।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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