चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
लखनऊ। बिजली भरपूर इस्तेमाल करने वाले ऐसे बकाएदारों की सूची मध्यांचल वि्द्युत वितरण निगम लिमिटेड ने तैयार करवाई है, जिन पर एक लाख व उससे अधिक का बकाया है। मध्यांचल के प्रबंध निदेशक अनिल ढींगरा ने उन्नीस जिलों में 2300 बकाएदारों की लिस्ट तैयार करवाई है। यह वह बकाएदार हैं, जो महीनों से बिल जमा करने में टाल-मटोल कर रहे हैं। इन पर करीब 350 करोड़ रुपये बिजली बिल के रूप में बकाया है।
ऐसे बकाएदारों से सख्ती से निपटने के निर्देश दिए गए हैं। अगर बकाएदार पार्ट मेंट करना चाहता है, तो उसे विकल्प देने के साथ ही एक निर्धारित तिथि में पूरा बकाया जमा करना होगा, अन्यथा ऐसे बकाएदारों के कनेक्शन काट दिए जाएंगे। मंगलवार शाम को दिए गए आदेशों का पालन सभी जिलों में दिखने लगा और उपकेंद्रों तक यह आदेश पहुंचा दिए गए।
मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक अनिल ढींगरा ने बताया कि एक लाख से अधिक बकाएदारों की सूची लंबी थी, लेकिन कई बकाएदारों की काउसिलिंग की गई और वह पार्ट मेंट कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि प्रयास किया जा रहा है कि अधिक से अधिक बकाएदार बकाया बिजली बिल जमा करे और नियमित बिल भी देते रहे। क्योंकि एक बड़ी राशि बकाया है, इस राशि के मिलने से इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने में और सहयोग मिलेगा।
मुख्य अभियंताओं और अधीक्षण अभियंताओं को निर्देश दिए गए हैं कि वह बकाएदारों से बिल वसूलने के लिए पहले प्रयास करे, अगर बिल नहीं जमा किया जाता है तो कनेक्शन काटने में कोई कोताही न की जाए। यही नहीं उन बकाएदारों की सूची बनाकर आगे की कार्रवाई करे, जिन पर लाखों बकाया है और कनेक्शन कट गए हैं, ऐसे बकाएदारों के खिलाफ कुर्की की कार्रवाई करवाने के लिए प्रयासरत रहे।
एक लाख से अधिक बकाएदारों की संख्या उन्नीस जिलों में 2300 है। इन बकाएदारों पर करीब 350 करोड़ से अधिक का बकाया है। प्रयास है कि अधिक से अधिक राजस्व को वसूला जा सके। –अनिल ढींगरा, प्रबंध निदेशक, मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड
Author: samachar
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