टिक्कू आपचे की रिपोर्ट
आज रंगों का त्योहार होली देशभर में धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस बार होली ज्यादा खास भी है क्योंकि करीब दो साल बाद यह पहला मौका है जब लोग बिना कोई पाबंदियों के रंगोत्सव मना पाएंगे। कोरोना महामारी के चलते लोगों को दो साल पाबंदियां भी झेलनी पड़ी और लाकडाउन तक का सामना करना पड़ा। लेकिन इस बार कोरोना केस कम होने के चलते ज्यादातर राज्यों ने पाबंदियां हटा रखी है। इस बीच प्रधानमंत्री मोदी ने भी देशवासियों को होली की शुभकामनाएं दी है और लोगों के जीवन में खुशियों की कामना की है।
#WATCH | Jammu & Kashmir: CRPF (Central Reserve Police Force) jawans dance and celebrate #Holi in Srinagar. pic.twitter.com/mYCqSGf93v
— ANI (@ANI) March 18, 2022
वहीं दूसरी ओर रूस-यूक्रेन में आज 23वें दिन भी युद्ध जारी है। रूस द्वारा यूक्रेन पर भारी बमबारी की जा रही है। इस बीच अमेरिका ने यूक्रेन की मदद जारी रखने की बात कही है।
जुहू बीच पर विदेशी पर्यटकों ने खेली होली
मुंबई के जुहू बीच पर विदेशी पर्यटकों के होली मनाते हुए तस्वीरें सामने आई है। एक विदेशी पर्यटक ने कहा, भारतीय त्योहारों में होली का त्योहार बेहद ख़ास है। हम होली के मौके पर जब भी भारत आते हैं तो मथुरा और वृंदावन ज़रूर जाते है। आज हम बेहद आनंद ले रहे हैं।
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी जमकर खेली होली
#WATCH | BJP national president JP Nadda celebrates #Holi in Delhi. pic.twitter.com/XYdtbJ944a
— ANI (@ANI) March 18, 2022
होली के रंग में रंगे शिवराज सिंह चौहान, लोगों ने कंधे पर बिठाकर किया डांस
मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान भी होली के रंग में रंगे दिखे। सीएम को लोगों ने इतना रंग लगाया हैं कि उन्हें पहचाना तक मुश्किल हो रहा है। कई लोगों ने तो खुशी में सीएम को अपने कंधों पर उठा लिया और नाचने लगे।
कांग्रेस नेता हरीश रावत ने बजाई ‘ढोलकी’
#WATCH | Senior Congress leader Harish Rawat beats a 'dholak' at a 'Holi Milan' event in Raipur of Dehradun in Uttarakhand. #Holi2022 pic.twitter.com/vYXEMNIbHD
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) March 18, 2022
उत्तराखंड में देहरादून के रायपुर में होली मिलन कार्यक्रम में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने ढोलकी बजाकर होली मनाई। वहीं कार्यकर्ताओं ने फूलों को साथ जश्न मनाया।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."