ठाकुर बख्श सिंह की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश की राजनीति में सक्रिय थारू चेहरा रोमी साहनी एक बार फिर चर्चा में हैं। लखीमपुर खीरी जिले की पलिया विधानसभा सीट से भाजपा विधायक रोमी साहनी ने मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। इस मुलाकात में उन्होंने अखिलेश यादव सरकार के दौरान दर्ज हुए करीब 4100 फर्जी मुकदमों को खत्म करने की मांग की।
रोमी साहनी ने बताया कि इन मुकदमों में से करीब 1600 थारू लोगों ने न्याय की गुहार लगाई है, जिनकी सूची उन्होंने मुख्यमंत्री को सौंपी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रतिनिधिमंडल की बात गंभीरता से सुनी और मामले की निष्पक्ष जांच कर न्याय दिलाने का भरोसा दिया।
थारू समुदाय के 4100 फर्जी मुकदमे, 1600 पीड़ित पहुंचे विधायक के पास
लखीमपुर के पलिया क्षेत्र में रहने वाले थारू समुदाय के सैकड़ों लोगों पर 2012 से 2016 के बीच फर्जी मुकदमे दर्ज किए गए थे। विधायक रोमी साहनी ने बताया कि उस समय वन विभाग के अधिकारियों द्वारा वोटर सूची मंगाकर करीब 4100 लोगों के खिलाफ मुकदमे दर्ज किए गए थे। मुकदमों में चार्जशीट दायर होने के बाद कोर्ट में प्रक्रिया चालू हो गई थी और अब पीड़ितों के खिलाफ वॉरंट जारी हुए हैं।
सीएम योगी से मुलाकात में रोमी साहनी ने थारू समुदाय के लिए उठाई आवाज
रोमी साहनी ने बताया कि इन निर्दोष थारू नागरिकों को न मुकदमे की जानकारी थी और न ही कोर्ट में पेशी के लिए कोई नोटिस मिला, जिसके चलते उनके खिलाफ वॉरंट जारी हुए। उन्होंने कहा, “हमने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया है कि इन सभी मामलों की गहन जांच करवाई जाए और निर्दोष लोगों को राहत दी जाए।”
योगी आदित्यनाथ ने विधायक की बात ध्यानपूर्वक सुनते हुए कहा कि सरकार हमेशा गरीब और पीड़ित जनता के साथ खड़ी है। उन्होंने अधिकारियों को यथाशीघ्र रिपोर्ट तैयार करने और आवश्यक कार्रवाई के आदेश दिए हैं।
कौन हैं लखीमपुर खीरी के विधायक रोमी साहनी
हरविन्दर कुमार साहनी उर्फ रोमी साहनी लखीमपुर खीरी जिले के निवासी हैं। वह प्रदेश की राजनीति में एक लोकप्रिय थारू नेता के रूप में जाने जाते हैं। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा लखीमपुर में पूरी की और उच्च शिक्षा छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर से प्राप्त की।
रोमी साहनी ने 2012 में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) से राजनीति की शुरुआत की और पहली बार पलिया से विधायक बने। साल 2016 में उन्होंने भाजपा का दामन थामा और 2017 में भाजपा प्रत्याशी के रूप में चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे। 2022 में उन्होंने एक बार फिर जीत दर्ज करते हुए जनता का भरोसा कायम रखा।
जनप्रिय और संवेदनशील नेता हैं रोमी साहनी
भाजपा विधायक रोमी साहनी अपने क्षेत्र में जनता के सुख-दुख में बराबर शामिल रहते हैं। वे गरीबों की मदद और सामाजिक सेवा के लिए जाने जाते हैं। क्षेत्र में विकास कार्यों और जन समस्याओं को लेकर उनका सक्रिय रुख जनता के बीच उन्हें लोकप्रिय बनाता है।
हाल ही में थारू समुदाय के 1600 पीड़ितों द्वारा विधायक के पास न्याय की गुहार लगाई गई, जिसके बाद उन्होंने सीधे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर इस गंभीर मुद्दे पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग की। यह कदम उन्हें जनता का सच्चा प्रतिनिधि साबित करता है।
भाजपा सरकार में थारू समुदाय को मिल सकती है बड़ी राहत
रोमी साहनी की पहल से अब इन मुकदमों की जांच शुरू होने की उम्मीद है। योगी सरकार पिछली सरकारों के दौरान हुए अन्यायपूर्ण मामलों की समीक्षा के लिए पहले ही विशेष टास्क फोर्स बना चुकी है। अगर यह मुकदमे फर्जी पाए गए तो थारू समुदाय को बड़ा राहत मिल सकती है।
विधायक ने कहा कि भाजपा सरकार सदैव थारू समाज के अधिकारों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध रही है और इस तरह के फर्जी मामलों से निर्दोष लोगों की छवि खराब नहीं होनी चाहिए।
सवाल-जवाब: रोमी साहनी और थारू समुदाय के फर्जी मुकदमे
थारू समुदाय पर फर्जी मुकदमे कब दर्ज हुए थे?
ये मुकदमे 2012 से 2016 के बीच अखिलेश यादव के शासनकाल में दर्ज किए गए थे।
रोमी साहनी किस विधानसभा सीट से विधायक हैं?
रोमी साहनी उत्तर प्रदेश की लखीमपुर खीरी जिले की पलिया विधानसभा सीट से भाजपा विधायक हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने क्या आश्वासन दिया?
सीएम योगी ने बताया कि सरकार मामले की पूरी जांच कराएगी और निर्दोष लोगों को न्याय दिलाया जाएगा।
रोमी साहनी का राजनीतिक सफर कब से शुरू हुआ?
उन्होंने 2012 में बसपा से राजनीति की शुरुआत की और 2016 में भाजपा में शामिल हुए।







