
ठाकुर बख्श सिंह की रिपोर्ट
बच्ची से बलात्कार का आरोपी ढेर, सरूरपुर जंगल में हुआ एनकाउंटर
उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में सोमवार सुबह पुलिस और अपराधियों के बीच हुई मुठभेड़ में बच्ची से बलात्कार के आरोपी को मार गिराया गया। आरोपी की पहचान शाहज़ाद उर्फ निक्की के रूप में हुई है, जो बीते कई दिनों से फरार चल रहा था। पुलिस के मुताबिक इस आरोपी ने सात साल की एक मासूम बच्ची से बलात्कार किया था और घटना के बाद उसके परिवार को बंदूक दिखाकर धमकाया था।
बच्ची से बलात्कार के बाद आरोपी फरार, पुलिस की स्पेशल टीम लगी थी पीछा करने में
घटना के बाद मेरठ पुलिस ने आरोपी की गिरफ्तारी के लिए कई टीमों का गठन किया था। बच्ची से बलात्कार का मामला सामने आने के बाद पूरे क्षेत्र में गुस्से का माहौल था। सरूरपुर थाना क्षेत्र के कई गांवों में पुलिस ने तलाशी अभियान चलाया। आरोपी पर आईपीसी की धारा 376 और पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, आरोपी पिछले हफ्ते से सरूरपुर वन क्षेत्र में छिपा हुआ था। मुखबिर की सूचना पर जब पुलिस टीम ने इलाके में घेराबंदी की, तो उसने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली लगने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
मुठभेड़ के बाद मौके से बरामद हुआ हथियार और कारतूस
पुलिस ने बताया कि बच्ची से बलात्कार करने वाले आरोपी के पास से एक देशी तमंचा, दो जिंदा कारतूस और एक मोटरसाइकिल बरामद की गई। मेरठ एसएसपी ने पुष्टि की कि आरोपी वही व्यक्ति था, जिसने सात साल की बच्ची के साथ दरिंदगी की थी।
मुठभेड़ के बाद इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया गया ताकि कोई अप्रिय घटना न हो। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
बच्ची से बलात्कार की घटना ने झकझोर दिया पूरा मेरठ
इस दर्दनाक घटना ने न केवल मेरठ बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश को हिला दिया था। बच्ची से बलात्कार जैसी जघन्य वारदात के बाद स्थानीय लोगों में गुस्सा था। लोगों ने आरोपी की तत्काल गिरफ्तारी और कठोर सजा की मांग की थी।
स्थानीय नागरिकों ने पुलिस की कार्रवाई पर राहत जताई और कहा कि “जो अपराधी मासूमों की ज़िंदगी बर्बाद करते हैं, उन्हें कानून से नहीं बचना चाहिए।”
यूपी पुलिस की तत्परता पर मुख्यमंत्री ने जताई संतुष्टि
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मेरठ एनकाउंटर पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में अपराध और बच्ची से बलात्कार जैसे जघन्य अपराधों के लिए कोई स्थान नहीं है। उन्होंने मेरठ पुलिस की त्वरित कार्रवाई की सराहना की और कहा कि बेटियों की सुरक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
राज्य सरकार पहले भी कई बार साफ कर चुकी है कि बच्ची से बलात्कार या महिला अपराधों में लिप्त अपराधियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मुठभेड़ पर परिवार का बयान
पीड़िता के परिवार ने कहा कि उन्हें अब न्याय मिलने का एहसास हुआ है। बच्ची से बलात्कार जैसी अमानवीय घटना के बाद आरोपी की गिरफ्तारी न होने पर वे डर के साये में जी रहे थे। परिवार ने कहा, “पुलिस ने जो किया, वही सही था। हमारी बेटी को न्याय मिला।”
कानून व्यवस्था और महिला सुरक्षा पर बड़ा संदेश
मेरठ एनकाउंटर ने एक बार फिर यह स्पष्ट किया कि उत्तर प्रदेश में बच्ची से बलात्कार और महिला सुरक्षा से जुड़े अपराधों पर पुलिस अब किसी तरह की नरमी नहीं दिखाएगी।
राज्य में पॉक्सो एक्ट के तहत सख्त प्रावधानों को लागू करने के बाद ऐसी घटनाओं में तेजी से जांच और ट्रायल की प्रक्रिया पर बल दिया जा रहा है।
सोशल मीडिया पर छाया ‘#MeerutEncounter’ ट्रेंड
सोशल मीडिया पर ‘#MeerutEncounter’ और ‘#बच्ची_से_बलात्कार’ हैशटैग के साथ हजारों लोगों ने इस खबर पर अपनी प्रतिक्रिया दी।
अधिकांश यूजर्स ने कहा कि ऐसे अपराधियों को तुरंत सजा मिलनी चाहिए। वहीं, कुछ लोगों ने न्यायिक प्रक्रिया पर जोर देते हुए कहा कि कानून के दायरे में रहकर ही कार्रवाई होनी चाहिए।
बच्ची से बलात्कार जैसे अपराधों पर सख्त कार्रवाई का उदाहरण
मेरठ का यह मामला उत्तर प्रदेश में बढ़ते अपराधों के खिलाफ पुलिस की सख्ती का ताज़ा उदाहरण है। बच्ची से बलात्कार जैसे अपराध समाज के लिए अभिशाप हैं, और इस मुठभेड़ ने एक बार फिर साबित किया कि ऐसे दरिंदों के लिए कोई जगह नहीं।
राज्य सरकार अब ऐसे मामलों में फास्ट ट्रैक कोर्ट और पीड़ित परिवारों को त्वरित सहायता देने की दिशा में नए कदम उठा रही है, ताकि बेटियों को सुरक्षित वातावरण मिल सके।