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15 January 2025 10:40 am

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प्यार के रास्ते फांसी के फंदे तक…क्या यूपी की शहजादी 21 सितम्बर को दुबई में फांसी पर लटका दी जाएगी… सवाल का सरकार से जवाब मांग रहा परिवार

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आत्माराम त्रिपाठी की रिपोर्ट

‘मेरी बेटी की कोई भी गलती नहीं। वो तो उस लड़के की बातों में आ गई। उसने किसी की हत्या नहीं की। मैं मोदी जी और योगी जी से हाथ जोड़कर कह रही हूं, मेरी बेटी को बचा लो। उसको फांसी से बचा लो। उसको हमारे पास वापस ले आओ।’

यह दर्द है उस मां नाजरा का, जिसकी बेटी शहजादी को दुबई में 21 सितंबर को मौत की सजा फांसी दी जाएगी। बांदा की रहने वाली शहजादी दिव्यांग है और यूएई की अबू धाबी जेल में कैद है। उस पर एक बच्चे का कत्ल करने का जुर्म साबित हो चुका है।

परिवार ने समाजसेवी और राजनीतिक दलों से मदद मांगी

शहजादी के परिजनों के मुताबिक, अबू धाबी की जेल में शहजादी को हम लोगों से बात करने की छूट दी है। शहजादी ने पिता से फोन पर बात की। उनसे वहां की कोर्ट के आदेश भी भेजे हैं। जिससे पता चला चला कि इसी महीने यानी 21 सितंबर को शहजादी को फांसी देने का आदेश दिया गया है।

शहजादी ने अपने पिता से फोन पर कहा कि वह अबू धाबी की जेल से छूटने के बाद अपने साथ हुए अत्याचार को सबके सामने लाना चाहती है।

यूपी के बांदा जिले की एक लड़की, शहजादी, को दुबई में मौत की सजा सुनाई गई है। शहजादी को 21 सितंबर को फांसी पर लटकाया जाएगा। शहजादी के माता-पिता इस फैसले से बेहद परेशान हैं और उनका कहना है कि उनकी बेटी को फंसाया गया है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की है कि इस मामले में दखल दें और उचित जांच कराएं।

शहजादी के माता-पिता के मुताबिक, उनकी बेटी जब 8 साल की थी, तब वह खाना बनाते समय झुलस गई थी और उसका चेहरा बुरी तरह जल गया था। फेसबुक पर एक व्यक्ति ने शहजादी को यह झांसा दिया कि अगर वह दुबई जाकर इलाज कराएगी, तो उसका चेहरा पहले जैसा हो जाएगा। इस झांसे में आकर शहजादी दुबई चली गई, जहां उसे अब मौत की सजा सुनाई गई है।

जिस बच्चे की अस्वस्थता के चलते मौत की सजा दी गई है शहजादी को

मामला तब शुरू हुआ जब दुबई में एक दंपती के 4 महीने के बेटे की गलत इंजेक्शन के कारण मौत हो गई। शहजादी पर इस बच्चे की हत्या का आरोप लगाया गया है। पिता सब्बीर खान ने बताया कि आगरा के उजैर नामक व्यक्ति ने कहा कि उसकी बुआ और फूफा अबु धाबी में रहते हैं। शहजादी को इस झांसे में फंसाकर उसके साथ दुबई में जानवरों जैसा सलूक किया गया। शहजादी को घरेलू नौकर की तरह काम करने के लिए डेढ़ लाख रुपये में बेच दिया गया था। 

उजैर जिसने उजाड़ दी बेसहारे की दुनिया

उजैर को मानव तस्कर बताया गया है और उसके खिलाफ शहजादी के माता-पिता ने बांदा के सीजेएम कोर्ट में भी शिकायत की है।

हालांकि, दुबई की अदालत ने शहजादी को दोषी करार देकर फांसी की सजा सुनाई है। इस फैसले से शहजादी के घर में कोहराम मचा हुआ है और उसके माता-पिता की आंखों से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं।

पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास कर रही

परिजनों के प्रार्थना पत्र पर बांदा CJM भगवान दास गुप्ता ने आरोपी उजैर और दंपती फैज-नादिया के खिलाफ मानव तस्करी और धोखाधड़ी के तहत गंभीर धाराओं में पुलिस को मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की गिरफ्तारी के आदेश भी दिए थे। पुलिस इनकी गिरफ्तारी के प्रयास भी कर रही है। लेकिन शहजादी की फांसी की डेट पास आने पर परिवार के लोग परेशान हैं।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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