चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
आगरा जिले में एक और गंभीर दुष्कर्म की घटना ने राज्य को हिला कर रख दिया है। यह घटना बुधवार की रात को भाजपा के पूर्व जिला महामंत्री प्रेमचंद कुशवाह के मैरिज होम में हुई, जिसमें एक 16 वर्षीय दलित किशोरी के साथ दुराचार किया गया।
इस जघन्य अपराध के मुख्य आरोपी, भाजपा नेता के चालक, भीमसेन उर्फ भीमा को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। इस मामले में प्रेमचंद कुशवाह के भतीजे आकाश को भी नामजद किया गया है।
घटना का विवरण
यह घटना बुधवार की रात करीब 9 बजे की है जब दलित किशोरी, जो अपने माता-पिता की मृत्यु के बाद अपनी मौसी के साथ रहती है, घर के पास ही एक दुकान पर सामान लेने गई थी। जब वह देर रात तक घर नहीं लौटी, तो उसके परिजनों ने उसकी खोजबीन शुरू की।
कुछ लोगों ने बताया कि उन्होंने उसे आखिरी बार प्रेमचंद कुशवाह के माधव मैरिज होम के पास देखा था। परिजन जब मैरिज होम पहुंचे और दरवाजा खटखटाया, तो प्रेमचंद और उसके भतीजे आकाश ने दरवाजा नहीं खोला।
परिजन दीवार कूदकर अंदर पहुंचे, तो उन्होंने किशोरी को बदहवास हालत में पाया। किशोरी ने बताया कि भीमसेन उर्फ भीमा ने उसके साथ दुष्कर्म किया था। वहीं, पास में एक गड्ढा खुदा हुआ था, जिससे यह संकेत मिल रहा था कि उसे जिंदा दफनाने की तैयारी थी।
घटना के बाद का घटनाक्रम
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और किशोरी को मेडिकल जांच के लिए भेजा गया। हालांकि, आरोप है कि पुलिस ने रात में मेडिकल कराने में आनाकानी की और सुबह जाकर किशोरी का मेडिकल हुआ। इसके बाद परिजनों ने सदर थाने में पहुंचकर विरोध प्रदर्शन किया और आरोप लगाया कि यह घटना गैंगरेप की है।
घटना के विरोध में भारी संख्या में लोग सदर थाने पहुंचे और तीन घंटे तक हंगामा किया। प्रदर्शनकारियों की मांग थी कि इस मामले में भी सख्त कार्रवाई हो, जैसे कि अन्य दुष्कर्म मामलों में हुई है। लोगों ने बुलडोजर से मैरिज होम को ध्वस्त करने की मांग की।
इस दौरान पुलिस के लिए स्थिति को संभालना मुश्किल हो गया, लेकिन एसीपी सदर सुकन्या शर्मा ने किसी तरह भीड़ को शांत करने का प्रयास किया और आश्वासन दिया कि सभी आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
किशोरी का बयान और आगे की कार्रवाई
किशोरी ने पुलिस को दिए बयान में कहा कि भीमसेन उसे जबरन मैरिज होम में ले गया और वहां उसके साथ गलत काम किया। किशोरी के बयान कोर्ट में भी दर्ज हो गए हैं, जिनका अवलोकन किया जा रहा है।
प्रेमचंद कुशवाह ने अपने बचाव में कहा कि भीमा केवल दो महीने पहले ही फतेहपुर सीकरी से आकर उसके यहां काम करने लगा था।
हालांकि, पुलिस ने उससे यह सवाल नहीं किया कि जब भीड़ आई तो उसने दरवाजा क्यों नहीं खोला और उसका भतीजा आकाश वहां क्या कर रहा था।
फिलहाल, पुलिस ने मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है और मामले की गहन जांच जारी है।
इस घटना ने समाज में गहरे आक्रोश और भय का माहौल पैदा कर दिया है। साथ ही, यह घटना प्रदेश में कानून व्यवस्था और न्यायिक प्रणाली पर सवाल खड़े कर रही है।
Author: samachar
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