इरफान अली लारी की रिपोर्ट
देवरिया,बरपार ; जिले के बैतालपूर ब्लॉक के बरपार गांव में स्थित जागृति उद्यम केंद्र में बृहस्पतिवार को जागृति लाभार्थी संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में देवरिया जिले के मुख्य विकास अधिकारी प्रत्युष पांडे मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने वहां उपस्थित महिलाओं और कई ग्राम प्रधानों से मुलाकात की और उनकी बातों को सुना।
सीडीओ ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि विकास के लिए जरूरी है कि हम लोगों को स्वरोजगार और उद्यमिता के लिए प्रेरित करें। उन्होंने आंकड़ों के हवाले से बताया कि हमारे देश की जीडीपी का 40 प्रतिशत कृषि के जरिए और बाकी का अलग-अलग बिजनेस के जरिए आती है। इसलिए हमारी जनसंख्या का कृषि के साथ-साथ मैनुफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर की तरफ भी शिफ्ट करना जरूरी।
उन्होंने कहा कि जिस तरह का कार्य जागृति कर रही है वही उद्देश्य सरकार का भी है और ऐसे में जरूरी है कि हम साथ मिलकर एक दूसरे की क्षमता का लाभ लेते हुए क्षेत्र के लिए काम करें।
उन्होंने कहा कि आप लोग जिस तरह से हैंडिक्रॉफ्ट, बिजनेस डेवलपमेंट, डिजिटल मार्केटिंग और हेल्थकेयर जैसे क्षेत्रों में कार्य कर रहे हैं वैसे अमूमन पूर्वांचल में कम देखने को मिलता है।
वहीं कार्यक्रम की अगुआई करते हुए जेईसीपी के संस्थापक शशांक मणि ने सीडीओ का आभार व्यक्त करते हुए संपूर्ण राष्ट्र की अपनी सोच के जरिए जागृति के उद्देश्य को बताया।
उन्होंने कहा कि सिर्फ मैं ही आईआईटी का नहीं हूं बल्कि हमारे चेयरमैन, सीईओ और सीओओ भी इसी संस्था से पढ़ें हैं और अब हमारे जिले के मुख्य विकास अधिकारी प्रत्युष जी भी आईआईटीयन हैं, तो अब हमारी टीम पूरी हो गई है और यही संपूर्ण राष्ट्र की मेरी सोच है। इसमें हम सरकारी या गैर सरकारी नहीं सोचते हैं बल्कि हमारी कोशिश यही होती है कि किस तरह से संगठित होकर संस्थागत रूप से जनभागीदारी के जरिए अपने क्षेत्र के लिए कार्य करें। उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित ग्राम प्रधानों से भी आह्वाहन करते हुए कहा कि वह गांवों के विकास के लिए उसमें उद्यमिता की भावना को आगे लेकर चलें।
कार्यक्रम में टेकशक्ति की प्रोजेक्ट मैनेजर शिल्पी सिंह ने महिलाओं के साथ डिजिटल बिजनेस को लेकर किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी तो वहीं इन्क्यूबेशन मैनेजर विश्वास पांडे ने उद्यमियों के लिए बनाए गए विशेष इन्क्यूबेशन प्रोग्राम की प्रक्रिया साझा की। इसके अलावा गौरीबाजार की महिला उद्यमी पूनम देवी ने अपने उत्पाद के बारे में बात करते हुए उसे बेस्ट क्वॉलिटी का बताया। वहीं टेकशक्ति प्रोजेक्ट से जुड़ीं आशा चौहान ने बताया कि कैसे डिजिटल साक्षरता की वजह से उनके जीवन में एक बड़ा बदलाव आया है।
इस मौके पर चतुर्भुजपुर, धनौटी, अरईपार और इजरहीं के ग्राम प्रधान कमलेश पटेल, धर्मेंद्र उपाध्याय, धर्मेंद्र यादव और पिंटू कनौजिया के उपस्थित रहे।।