संजय कुमार वर्मा की रिपोर्ट,
लखनऊ/बांदा। राष्ट्रीय शिक्षा सारथी सम्मान 2025 की दूसरी सूची जारी हो गई है। बेसिक शिक्षकों के प्रगतिशील समूह शैक्षिक संवाद मंच उत्तर प्रदेश द्वारा यह सूची गुरुवार को घोषित की गई, जिसमें राज्य के 31 नवाचारी शिक्षकों और शिक्षिकाओं का चयन किया गया है। यह सभी शिक्षक अपने विद्यालयों को ‘आनंदघर’ में बदलने के लिए किए गए उत्कृष्ट प्रयासों के लिए सम्मानित होंगे। आगामी 16 नवम्बर 2025 को राजधानी लखनऊ में होने वाले समारोह में इन शिक्षकों को राष्ट्रीय शिक्षा सारथी सम्मान 2025 प्रदान किया जाएगा।
यह सम्मान समारोह शिक्षा जगत का एक प्रतिष्ठित आयोजन है, जो हर वर्ष शिक्षाविद् गिजुभाई बधेका की जयंती पर आयोजित किया जाता है। इस बार भी शैक्षिक संवाद मंच ने ‘‘विद्यालय बनें आनंदघर’’ की भावना के साथ इस समारोह का थीम निर्धारित किया है। समारोह में न केवल नवाचारी शिक्षकों को सम्मानित किया जाएगा बल्कि गिजुभाई बधेका की प्रसिद्ध शिक्षण-दर्शन पुस्तक ‘दिवास्वप्न’ पर आधारित एक विशेष पत्र लेख संग्रह एवं कवि प्रमोद दीक्षित मलय की कविता पुस्तक ‘फूले हैं पलाश वन’ का भी विमोचन किया जाएगा।
राष्ट्रीय शिक्षा सारथी सम्मान 2025 का उद्देश्य
शैक्षिक संवाद मंच का मुख्य उद्देश्य राज्य के शिक्षकों के बीच संवाद, नवाचार, और सृजनात्मक शिक्षण पद्धतियों को प्रोत्साहित करना है। मंच के संयोजक दुर्गेश्वर राय के अनुसार, इस संगठन की स्थापना 18 नवम्बर 2012 को ‘विद्यालय बनें आनंदघर’ के ध्येय से की गई थी। तब से यह मंच शिक्षकों की दक्षता विकास, लेखन-कौशल संवर्धन, और पठन-पाठन संस्कृति को सुदृढ़ करने के लिए संगोष्ठियां, कार्यशालाएं और प्रशिक्षण सत्र आयोजित करता आ रहा है। हर वर्ष दो बार आयोजित समारोह में शिक्षकों को राष्ट्रीय शिक्षा सारथी सम्मान प्रदान किया जाता है।
शैक्षिक संवाद मंच की द्वितीय सूची में शामिल शिक्षक
इस वर्ष घोषित दूसरी सूची में उत्तर प्रदेश के 31 शिक्षकों का नाम शामिल है। इनमें शामिल हैं — आभा त्रिपाठी (मऊ), डॉ. अंजू रंजना (लखनऊ), निष्ठा दीक्षित (श्रावस्ती), अर्चना गुप्ता (बांदा), प्रदीप बाथम (बांदा), दीप्ति राजपूत (बांदा), साधना मिश्रा, रेखा वर्मा, अलका शुक्ला (प्रतापगढ़), कुसुम कुमारी (बलरामपुर), डॉ. क्षमा सिंह (बहराइच), अनुराधा दोहरे, रामजी शर्मा, अमित सिंह, संजीव कुमार (इटावा), ऊषा सिंह (फतेहपुर), आरती साहू (बाराबंकी), डॉ. अलका गुप्ता, प्रशांत सिंह, ज्योति सिंह, आरती सिंह, रेखा भांतु, राजन लाल, अर्चना सिंह, नीलम कनौजिया (कानपुर नगर), डॉ. रुचि गर्ग (मुजफ्फरनगर), आलोक शर्मा (कानपुर देहात), किरन (अलीगढ़), माधुरी त्रिपाठी (बस्ती), शालिनी सिंह (कौशाम्बी), पूनम पोरवाल (औरैया)।
ये सभी शिक्षक अपने स्कूलों को बेहतर शिक्षण वातावरण और आनंदपूर्ण शिक्षादेश मॉडल में बदलकर सामाजिक परिवर्तन के वाहक बने हैं। प्रत्येक ने अपने-अपने स्तर पर नई शिक्षण पद्धतियां, बाल-संवाद कार्यक्रम, साहित्यिक गतिविधियां, डिजिटल शिक्षा अभियानों और सामुदायिक सहयोग को अपनाकर एक विशेष उदाहरण प्रस्तुत किया है।
सम्मान समारोह का आयोजन स्थल और विशेष अतिथि
राष्ट्रीय शिक्षा सारथी सम्मान समारोह इस बार लखनऊ में 16 नवम्बर रविवार को आयोजित किया जाएगा। समारोह में शैक्षिक संवाद मंच के संस्थापक प्रमोद दीक्षित मलय, अध्यक्ष विनीत कुमार मिश्रा (कानपुर देहात) और संयोजक दुर्गेश्वर राय (गोरखपुर) प्रमुख रूप से उपस्थित रहेंगे। यह आयोजन राज्यभर के सृजनशील शिक्षकों के लिए एक प्रेरणादायी मंच बनेगा।
शिक्षक सम्मान के साथ सांस्कृतिक विमोचन समारोह
कार्यक्रम में ‘दिवास्वप्न’ पर आधारित लेख संग्रह और कविताओं की पुस्तक ‘फूले हैं पलाश वन’ का विमोचन भी किया जाएगा। यह विमोचन शिक्षा और साहित्य के बीच सेतु का कार्य करेगा। शिक्षक समुदाय के बीच सृजनशील लेखन और अभिव्यक्ति की परंपरा को आगे बढ़ाने के लिए इसे विशेष महत्व दिया जा रहा है। इस अवसर पर विभिन्न जिलों से आए शिक्षकों के विचार-विमर्श सत्र भी आयोजित होंगे, जिनमें ‘विद्यालय बनें आनंदघर’ अभियान को मजबूत बनाने पर चर्चा की जाएगी।
राष्ट्रीय शिक्षा सारथी सम्मान 2025 की खास बातें
- इस वर्ष 77 शिक्षकों का चयन कुल दो सूचियों में किया गया।
- दूसरी सूची में 31 शिक्षक और शिक्षिकाएं शामिल हुईं।
- समारोह 16 नवंबर 2025 को लखनऊ में आयोजित होगा।
- मुख्य उद्देश्य: नवाचारी शिक्षण पद्धतियों को प्रोत्साहन देना।
- गिजुभाई बधेका की जयंती पर शिक्षा और सृजन का उत्सव मनाया जाएगा।
राष्ट्रीय शिक्षा सारथी सम्मान 2025 न केवल उत्कृष्ट शिक्षकों के कार्यों को सम्मानित करता है, बल्कि यह देशभर में शिक्षा के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण, नवाचार और समाज-आधारित शिक्षण व्यवस्था को बढ़ावा देता है। लखनऊ में होने वाला यह समारोह शिक्षा को आनंद से जोड़ने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।
सवाल-जवाब (FAQ)
राष्ट्रीय शिक्षा सारथी सम्मान 2025 क्या है?
यह शैक्षिक संवाद मंच उत्तर प्रदेश द्वारा आयोजित वार्षिक शिक्षक सम्मान कार्यक्रम है जिसमें नवाचारी शिक्षकों को उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए सम्मानित किया जाता है।
राष्ट्रीय शिक्षा सारथी सम्मान 2025 कब आयोजित होगा?
यह समारोह 16 नवम्बर 2025 को लखनऊ में आयोजित किया जाएगा।
सम्मान के लिए कितने शिक्षकों का चयन हुआ है?
दो सूचियों में कुल 77 शिक्षकों का चयन किया गया है। द्वितीय सूची में 31 नवाचारी शिक्षक शामिल हैं।
कार्यक्रम में प्रमुख अतिथि कौन होंगे?
संस्थापक प्रमोद दीक्षित मलय, अध्यक्ष विनीत कुमार मिश्रा और संयोजक दुर्गेश्वर राय समारोह के प्रमुख अतिथि होंगे।
राष्ट्रीय शिक्षा सारथी सम्मान का प्रमुख उद्देश्य क्या है?
विद्यालयों को आनंदघर में बदलना, शिक्षक नवाचार को बढ़ावा देना और सृजनशील शिक्षा संस्कृति को प्रोत्साहित करना इस सम्मान का मुख्य उद्देश्य है।









