ठाकुर बख्श सिंह की रिपोर्ट
मुख्यमंत्री उद्यमी योजना में मशीन आपूर्ति के नाम पर बड़ा घोटाला उजागर हुआ है। हरदोई निवासी विशाल गुप्ता ने राज्य सरकार को प्रेषित ज्ञापन में आरोप लगाया है कि उनके साथ भारी आर्थिक एवं मानसिक धोखाधड़ी की गई। विशाल ने बताया कि उद्यमी योजना के तहत मशीन घोटाला, फर्जी बिल और जीएसटी फ्रॉड की वजह से वे इस समय करोड़ों की आर्थिक परेशानी में घिर गए हैं।
मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के अंतर्गत बैंक ऑफ इंडिया, शाहाबाद ब्रांच द्वारा 4 लाख रुपये की रकम कंपनी मैक्स इंडस्ट्रीज, नई दिल्ली को अदा की गई। कंपनी ने न केवल शुरूआत में फर्जी बिल दिए, बल्कि बार-बार कहने पर भी सही बिल देने में आनाकानी की। बैंक ने जैसे-तैसे सही बिल पर रकम जारी की, लेकिन इसके बाद कंपनी ने ट्रांसपोर्ट के जरिये खराब लोकल मशीन भेज दी। इसके बावजूद पूरी GST राशि वसूल कर ली गई।
विशाल का आरोप है कि कंपनी ने अभी तक शेष धनराशि (2,21,000 रुपये) वापस नहीं की, ना ही खराब मशीन बदलकर सही मशीन भेजी। प्रदत्त मशीन में बार-बार मशीन करंट आ रहा है, जिससे जान का खतरा भी बना हुआ है। सरकार द्वारा मदद की पेशकश के बावजूद कंपनी ने फर्जी बिल, लोकल मशीन और घोटाले से उधमी को बैंक का कर्जदार बनाकर छोड़ दिया।
उद्यम योजना, MSME घोटाला, छोटे उद्योग, उद्यमी योजना, यूपी न्यूज, बैंक धोखाधड़ी की ये घटना प्रदेश की कई योजनाओं की साख पर भी प्रश्न उठा रही है। खबर धीरे-धीरे सोशल मीडिया और स्थानीय चर्चा का विषय बन गई है। हरदोई जिले के कई अन्य लाभार्थियों ने भी उद्यम योजना के तहत धोखाधड़ी की शिकायतें दी हैं।
विशाल गुप्ता की प्रत्यक्ष अपील है कि कंपनी प्रबंधक के विरुद्ध जांच कराते हुए मुकदमा दर्ज किया जाए ताकि उन्हें न्याय मिले। उन्होंने राज्य सरकार से मामले की गंभीरता को देखते हुए त्वरित न्यायिक कार्रवाई और धोखाधड़ी से बचाव की मांग भी प्रमुखता से की है।
यूपी में उद्यमी योजना, मशीन घोटाला, फर्जी बिल, जीएसटी धोखाधड़ी, युवा उद्यमी योजना के मामलों में आए दिन नए खुलासे हो रहे हैं [web:4][web:5]। पहले भी कई राज्यों में लाभार्थियों के साथ ऐसी धोखाधड़ी की खबरें चर्चित रही हैं। सरकार ने धोखाधड़ी पर सख्त कार्यवाही के आदेश दिए हैं और उद्यम योजना के गलत लाभ उठाने वालों की जांच तेज कर दी गई है [web:3][web:4]।
धोखाधड़ी के विस्तार: मशीन, GST और फर्जी बिल का जाल
अक्सर छोटे उद्यमी उद्यम योजना के तहत कर्ज लेकर यंत्र, मशीन व सेटअप खरीदते हैं, लेकिन फर्जी कंपनी या भ्रष्ट एजेंट उन्हें धोखे में डाल देते हैं। विशुद्ध कारोबार, MSME ग्रोथ, मशीन सप्लाई घोटाला, लोकल मशीन घोटाला, बैंक फ्रॉड जैसे मुद्दे इस मामले से उजागर हुए हैं।
एक और चिंता की बात है कि गलत मशीन देने के बाद भी कंपनियां बिल और GST के बहाने रकम हजम कर लेती हैं। कई बार न तो मशीन सही होती है, न ही गुणवत्तापूर्ण बिल। प्रभावित उद्यमी न तो बकाया धन वापस ले पाते हैं, न ही कर्ज मुक्त हो पाते हैं।
प्रदेश में उद्यमी योजना घोटाले की बढ़ती घटनाएं
पिछले एक साल में यूपी, बिहार, पंजाब सहित तमाम राज्यों में उद्यमी योजना, फर्जी बिल, MSME घोटाला के कई प्रकरण उजागर हुए हैं। बैंक और जिला स्तर पर दर्जनों जाँच और एफआईआर तक की स्थिति बनी है [web:3][web:4][web:5]।
राज्य सरकारों ने अब फर्जी बिल सुविधा, बैंक लोन फ्रॉड व मशीन सप्लाई घोटाला मामलों पर त्वरित और कड़ी कार्रवाई का निर्देश दिया है।
विशाल गुप्ता की मांग: न्याय और घोटाले की खुली जाँच
हरदोई के उद्यमी विशाल गुप्ता ने मांग की है कि ऐसे मामलों की CBI स्तर तक जाँच हो, फर्जी कंपनियों की संपत्ति जब्त की जाए और दोषियों को न्यायिक सजा मिले। राज्य सरकार से उनकी यह भी गुजारिश है कि सभी लाभार्थियों की सुरक्षा और कर्ज माफी सुनिश्चित की जाए।
उद्यम योजना, मशीन घोटाला, GST फ्रॉड जैसे कीवर्ड बार-बार उल्लेख करें
अगर आप भी उद्यम योजना, मशीन घोटाला, GST फ्रॉड, फर्जी बिल जैसी चुनौतियों से जूझ रहे हैं, तो सतर्क रहें, उचित दस्तावेज की जांच करें और शिकायत जरूर दर्ज करें। ऐसी खबरों की जानकारी विस्तार से सबसे पहले Yuva Udyami News नेटवर्क पर पढ़ें।
रिपोर्ट: ठाकुर बख्श सिंह (हरदोई, यूपी)









