संवाददाता जगदम्बा उपाध्याय, आजमगढ़ मंडल, आजमगढ़।
रिलीफ इंडिया क्लब पिछले दस वर्षों से लगातार देशभक्ति से ओतप्रोत “एक शाम अमर बलिदानियों के नाम” कार्यक्रम का आयोजन करता आ रहा है। इस बार का आयोजन आजमगढ़ की धरती पर ऐतिहासिक बन गया, जब भारत की आजादी के महानायक पंडित रामप्रसाद बिस्मिल के परिजनों को सम्मानित करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।
कार्यक्रम का शुभारंभ गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष श्याम बिहारी गुप्ता, विहिप गौ रक्षा के राष्ट्रीय गुरु प्रसाद सिंह और विजेंद्र सिंह ने दीप प्रज्वलित कर किया। इसके बाद मंच से देशभक्ति गीतों और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने माहौल को जोशीला बना दिया।
मुख्य आकर्षण रहा पांच स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिजनों को सम्मानित किया जाना। इनमें प्रमुख रूप से काकोरी ट्रेन एक्शन के वीर पंडित रामप्रसाद बिस्मिल के भतीजे बिजेंद्र सिंह तोमर को अंगवस्त्र और स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया गया। साथ ही आजाद हिंद फौज के स्वर्गीय बच्चा राय के पुत्र शशि प्रकाश राय, 1931 आंदोलन के सेनानी शंकर शर्मा के पुत्र त्रिभुवन राय शर्मा, 1942 आंदोलन में सहभागी स्वर्गीय फूलबदन सिंह के पुत्र अजय कुमार सिंह, और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रघुनाथ उपाध्याय के पुत्र सुनील उपाध्याय को भी सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर रिलीफ इंडिया क्लब ने सेना के 40 से अधिक सेवानिवृत सैनिकों और उनके परिजनों को भी गौरव सम्मान प्रदान किया। संस्था सचिव राघवेंद्र मिश्रा ‘लड्डू’ ने कहा कि क्लब का उद्देश्य स्वतंत्रता सेनानियों के समर्पण को नई पीढ़ी तक पहुंचाना और देशभक्ति की भावना को प्रबल करना है।
कार्यक्रम में उपस्थित डॉक्टर पवन सिंह ने स्वतंत्रता सेनानियों के परिजनों की वर्तमान स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए सरकार से उन तक सहायता पहुंचाने का आग्रह किया। इस मौके पर सत्येंद्र, अखिलेश मिश्रा गुड्डू, सूरज श्रीवास्तव, राजेंद्र यादव, रितिक जायसवाल, बलवंत यादव, अरुण पाल, गौरव रघुवंशी, चंदन सिंह, संतोष श्रीवास्तव, सीताराम पांडेय और नितिन गौड़ सहित कई गणमान्य उपस्थित रहे।
सवाल-जवाब
‘एक शाम अमर बलिदानियों के नाम’ कार्यक्रम का आयोजन कहाँ होता है?
यह कार्यक्रम आजमगढ़ में रिलीफ इंडिया क्लब द्वारा प्रति वर्ष आयोजित किया जाता है।
कार्यक्रम में किन लोगों को सम्मानित किया गया?
काकोरी एक्शन के नायक पंडित रामप्रसाद बिस्मिल के भतीजे बिजेंद्र सिंह तोमर सहित पांच स्वतंत्रता सेनानियों के परिजनों और 40 से अधिक सेवानिवृत सैनिकों को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य क्या है?
इस कार्यक्रम का उद्देश्य स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान को नई पीढ़ी तक पहुंचाते हुए उनमें देशभक्ति की भावना को जागृत करना है।







