पत्नी ने प्रेमी संग मिलकर की पति की बेरहम हत्या, 48 घंटे में पुलिस ने खोला सनसनीखेज राज

अनुराग गुप्ता की रिपोर्ट

उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। कमलापुर थाना क्षेत्र में एक युवक की हत्या के मामले में पुलिस ने जो खुलासा किया, उसने हर किसी को हैरान कर दिया। शुरुआती तौर पर ब्लाइंडमर्डर
दिख रही यह वारदात आखिरकार प्रेम प्रसंग, पारिवारिक तनाव और विश्वासघात की भयावह कहानी बनकर सामने आई।
पुलिस ने मामले का पर्दाफाश करते हुए मृतक की पत्नी काजल और उसके प्रेमी अजीत को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

चाय की दुकान पर जाने निकला मनीष, रास्ते में रची गई हत्या की साजिश

जानकारी के अनुसार, कमलापुर थाना क्षेत्र के रहने वाले मनीष की पैतृक चाय की दुकान लखीमपुर खीरी में थी।
घटना वाले दिन 25 नवंबर की सुबह लगभग 6 बजे वह रोज़ की तरह अपनी चाय की दुकान पर जाने के लिए लखीमपुर खीरी के लिए निकला। उसकी पत्नी काजल स्कूटी से उसे बस अड्डे तक छोड़ने जा रही थी।
परिवार और आसपास के लोगों के लिए यह एक सामान्य सुबह की तरह ही था, लेकिन किसी को अंदाज़ा तक नहीं था कि इसी रास्ते में कातिलाना साजिश अपने अंजाम तक पहुंचने वाली है।

पुलिस जांच में सामने आया कि काजल ने मनीष को स्कूटी पर बैठाकर जैसे ही घर से निकाला, उसने रास्ते में
बरईखेड़ा मोड़ तिराहा पर पहले से ही अपने प्रेमी अजीत और उसके एक साथी को बुला रखा था।
सुनियोजित तरीके से चुने गए स्थान पर आरोपी पहले से ही घात लगाकर बैठे थे और मनीष को जाल में फँसाने का पूरा इंतज़ाम कर चुके थे।

ताबड़तोड़ वार, लखनऊ ट्रॉमा सेंटर में तोड़ा दम

जैसे ही काजल स्कूटी लेकर बरईखेड़ा मोड़ तिराहे के पास पहुंची, योजना के मुताबिक अजीत और उसका साथी अचानक सामने आ गए।
देखते ही देखते गंडासे से मनीष पर ताबड़तोड़ वार शुरू कर दिए गए। वार इतने तेज़ और लगातार थे कि मनीष गंभीर रूप से लहूलुहान हो गया और वहीं सड़क पर गिर पड़ा। आसपास के लोगों और परिजनों ने आनन-फानन में मनीष को
स्थानीय अस्पताल ले जाया, जहां से हालत गंभीर होने पर उसे लखनऊ ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया गया।

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डॉक्टरों ने काफी कोशिश की, लेकिन देर रात मनीष की मौत हो गई। परिवार में कोहराम मच गया, वहीं पुलिस के सामने यह एक ऐसा मामला था जिसमें शुरुआत में हमलावरों की पहचान स्पष्ट नहीं थी और ब्लाइंड मर्डर की स्थिति बन गई थी।

पत्नी ने किया पुलिस को गुमराह, अज्ञात हमलावरों के नाम पर दी तहरीर

हत्या के तुरंत बाद शुरूआती जांच में पुलिस के सामने जो कहानी आई, वह बिल्कुल अलग थी। मनीष की पत्नी काजल ने खुद को घटना से अनजान दिखाने की कोशिश करते हुए पुलिस को बताया कि कुछ अज्ञात हमलावरों ने रास्ते में मनीष पर हमला कर दिया। काजल ने थाने में अज्ञात हमलावरों के खिलाफ तहरीर भी दी और यह दिखाने की कोशिश की कि वह खुद भी घटना से सदमे में है।

पुलिस को मामला शुरू में सड़क पर हुई किसी आपसी रंजिश या अचानक हुए हमले जैसा लगा, लेकिन घटनास्थल के
फुटवर्क, गवाहों के बयान और मोबाइल कॉल डिटेल ने धीरे-धीरे कई ऐसे सवाल खड़े कर दिए जो कहानी से मेल नहीं खा रहे थे।
संदेह गहरा होने पर शक की सुई खुद काजल पर ही जाने लगी।

पूछताछ में टूट गई काजल, स्वीकारा प्रेमी के साथ मिलकर हत्या की साजिश

पुलिस ने जब तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर जांच को आगे बढ़ाया और काजल से कड़ी पूछताछ की, तो उसकी गढ़ी हुई कहानी की परतें खुलने लगीं। लगातार सवाल-जवाब और सबूतों के दबाव के बीच काजल की मानसिक मजबूती टूट गई और उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया।

पूछताछ में काजल ने बताया कि उसका अजीत के साथ लंबे समय से प्रेम संबंध था। पहले मनीष की बड़ी बहन, जो उसकी पहली पत्नी थीं, उनके निधन के बाद परिवार के दबाव और परिस्थिति के चलते काजल की शादी मनीष से कर दी गई।
शादी के बाद भी काजल और अजीत का प्रेम प्रसंग जारी रहा। समय के साथ यह संबंध और गहरा होता गया और पति-पत्नी के बीच तनाव बढ़ने लगा।

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पुलिस के मुताबिक, मनीष को काजल और अजीत के रिश्ते पर शक हो गया था। आए दिन होने वाले झगड़ों से तंग आकर काजल ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर एक ऐसी खूनी साजिश रची, जिसमें मनीष को हमेशा के लिए रास्ते से हटाने का निर्णय लिया गया। तय योजना के अनुसार ही 25 नवंबर की सुबह घात लगाकर मनीष पर हमला किया गया।

पुलिस ने 48 घंटे में सुलझा लिया ब्लाइंड मर्डर, हथियार और स्कूटी बरामद

इस पूरे मामले में कमलापुर थाने की पुलिस और एसओजी टीम ने तेजी से काम करते हुए सिर्फ 48 घंटे के भीतर हत्या की गुत्थी सुलझा ली। आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त गंडासा, खून से सने कपड़े, तीन मोबाइल फोन और घटना में प्रयुक्त स्कूटी बरामद कर ली है।
सभी साक्ष्यों को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है, ताकि अदालत में मुकदमे को मज़बूती मिल सके।

पुलिस ने पत्नी काजल और उसके प्रेमी अजीत को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। अब आगे की कार्रवाई के तहत दोनों के खिलाफ न्यायालय में चार्जशीट दाखिल की जाएगी। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह मामला सिर्फ एक हत्या का नहीं, बल्कि विश्वास, रिश्तों और ज़िम्मेदारियों के साथ खिलवाड़ की एक दुखद मिसाल है, जिसमें एक परिवार तिनके-तिनके होकर बिखर गया।

प्रेम प्रसंग से पैदा हुई कड़वाहट ने ले ली एक और ज़िंदगी

यह पूरा मामला एक बार फिर समाज के सामने यह सवाल खड़ा करता है कि प्रेम संबंधों में छिपाव, धोखा और लालच किस हद तक खतरनाक रूप ले सकते हैं। यहां न सिर्फ एक पति की जान गई, बल्कि परिवार के अन्य सदस्यों पर भी इस त्रासदी का गहरा मनोवैज्ञानिक असर पड़ेगा।

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विशेषज्ञ मानते हैं कि ऐसे मामलों में अक्सर समय रहते संवाद, पारिवारिक सलाह, रिश्तों में पारदर्शिता और सामाजिक सहयोग से कई ज़िंदगियां बचाई जा सकती हैं। लेकिन जब रिश्ते साजिश और अपराध की डगर पर उतर आते हैं, तो उनका अंजाम अक्सर इसी तरह दर्दनाक होता है।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ)

सीतापुर में युवक की हत्या कब और कहां हुई?
यह घटना सीतापुर जिले के कमलापुर थाना क्षेत्र में हुई। 25 नवंबर की सुबह लगभग 6 बजे मनीष चाय की दुकान पर जाने के लिए लखीमपुर खीरी लौट रहा था, तभी रास्ते में उस पर जानलेवा हमला किया गया।

हत्या की साजिश किसने रची और क्यों?
पुलिस जांच के अनुसार, मनीष की पत्नी काजल ने अपने प्रेमी अजीत के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची।
शादी के बाद भी दोनों के बीच प्रेम संबंध जारी रहे, जिसके कारण पति-पत्नी के बीच लगातार विवाद होता था। पति को रास्ते से हटाने के लिए काजल ने प्रेमी के साथ मिलकर यह योजना बनाई।

पुलिस ने इस मामले में क्या बरामद किया?
आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने गंडासा (धारदार हथियार),
खून से सने कपड़े, तीन मोबाइल फोन और घटना में प्रयुक्त स्कूटी बरामद की है।
इन सभी साक्ष्यों का उपयोग न्यायालय में मुकदमे को मज़बूती देने के लिए किया जाएगा।

क्या पुलिस ने इस ब्लाइंड मर्डर की गुत्थी जल्दी सुलझा ली?
हाँ, कमलापुर पुलिस और एसओजी टीम ने मिलकर केवल 48 घंटे के भीतर इस ब्लाइंड मर्डर की
गुत्थी सुलझा ली। पत्नी और प्रेमी की गिरफ्तारी, बरामदगी और काजल के इकबाल-ए-जुर्म के बाद पूरा मामला साफ हो गया।

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