साइक्लोन मोंथा का असर : यूपी समेत दिल्ली-राजस्थान में मचा हड़कंप, अब नहीं खिलेगी धूप, बढ़ेगी ठंडक

भारतीय ग्रामीण क्षेत्र में साइक्लोन मोंथा के दौरान भारी बारिश, काले बादल, कीचड़ भरी सड़क, और छाता लिए लोग

अनुराग गुप्ता की रिपोर्ट

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साइक्लोन मोंथा ने दिल्ली से लेकर राजस्थान तक हलचल मचा दी है। अब इसका असर उत्तर प्रदेश में भी साफ देखने को मिल रहा है। मंगलवार सुबह से ही गोरखपुर, बनारस, प्रयागराज, लखनऊ समेत कई जिलों में तेज बारिश और ठंडी हवाएं मौसम को पूरी तरह बदल रही हैं।

तड़के पांच बजे से ही गोरखपुर में जबरदस्त बारिश शुरू हो गई। आसमान में लगातार घने बादल छाए रहे जिससे सड़कों पर जलभराव जैसी स्थिति बन गई। यही नहीं, सोमवार को भी साइक्लोन मोंथा के प्रभाव से ज्यादातर जिलों में दिनभर बादल छाए रहे और कहीं-कहीं बूंदाबांदी का सिलसिला चलता रहा।

बह सकते हैं दो-तीन दिन तक बादल

मौसम विभाग के अनुसार, साइक्लोन मोंथा के प्रभाव के कारण मंगलवार, बुधवार और गुरुवार को राज्य के 50 से अधिक जिलों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अतुल कुमार सिंह का कहना है कि आगामी तीन दिन पूर्वी तथा मध्य उत्तर प्रदेश में रुक-रुक कर बारिश होती रहेगी।

साइक्लोन मोंथा के चलते राज्य में अधिकतम तापमान में तीन डिग्री तक की गिरावट आने की उम्मीद है। यानी मौसम में अचानक ठंडक का एहसास होगा, हालांकि अभी सर्दी की शुरुआत नहीं मानी जाएगी। बारिश के बाद धूप न निकलने से उमस भरे हालात कुछ कम जरूर होंगे।

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अब नहीं खिलेगी धूप, बढ़ेगी ठंडक

लखनऊ सहित आसपास के जिलों में अगले तीन दिनों तक धूप निकलने की संभावना बहुत कम है। लखनऊ, सुल्तानपुर, वाराणसी, अयोध्या, गोरखपुर, बस्ती जैसे जिलों में लगातार बादल छाए रहेंगे। साइक्लोन मोंथा की वजह से ठंडी हवाएं चलने लगी हैं, जिससे दिन के तापमान में गिरावट हो रही है।

पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में मंगलवार से लेकर गुरुवार तक बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। वहीं पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों जैसे आगरा, मेरठ, नोएडा और गाजियाबाद में आंशिक रूप से मौसम साफ रहेगा लेकिन हल्की बूंदाबांदी की संभावना बनी हुई है।

मौसम विभाग का अलर्ट

मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि साइक्लोन मोंथा के कारण यूपी के 50 से अधिक जिलों में बिजली गिरने और तेज हवा चलने की संभावना है। इस दौरान किसानों को सलाह दी गई है कि वे फसलों की कटाई या खेतों में काम करते समय सतर्क रहें।

पूर्व-मध्य अरब सागर में बने अवदाब और दक्षिण गुजरात से पश्चिमी मध्य प्रदेश तक फैली द्रोणिका ने साइक्लोन मोंथा की तीव्रता बढ़ा दी है, जिससे यूपी में बारिश का नया दौर प्रारंभ हो गया है। मौसमविज्ञानियों के अनुसार, अगले सप्ताह तक पूर्वी क्षेत्र में यह प्रभाव जारी रह सकता है।

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कौन-कौन से जिले होंगे प्रभावित

साइक्लोन मोंथा के असर से गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, बलिया, बस्ती, अयोध्या, लखनऊ, वाराणसी, बनारस, प्रयागराज, बांदा, रायबरेली, सुल्तानपुर, जौनपुर, भदोही, गाजीपुर, मिर्जापुर समेत लगभग 50 जिले हल्की से मध्यम बारिश की जद में आएंगे।

इन जिलों में दिन का तापमान 30 डिग्री से घटकर 27 डिग्री के आसपास पहुंच सकता है। वहीं रात के तापमान में दो डिग्री की गिरावट संभव है। साइक्लोन मोंथा के कारण हवा की दिशा दक्षिण-पश्चिम से बदलकर पूर्वी हो गई है जिससे नमी बढ़ रही है।

कृषि पर पड़ सकता है असर

उत्तर प्रदेश के कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि साइक्लोन मोंथा की वजह से यह बारिश खरीफ फसलों के लिए राहत भी ला सकती है और कुछ इलाकों में नुकसान भी। जहां फसल कट चुकी है वहां नमी नुकसानदायक होगी, लेकिन जो धान के खेत अभी खड़े हैं उनमें यह बारिश फायदेमंद साबित हो सकती है।

वहीं फल और सब्जियों की फसलों में जलभराव से नुकसान की संभावना बनी हुई है। किसानों को सिंचाई गतिविधियों को रोकने की सलाह दी गई है ताकि फसलें अधिक पानी से खराब न हों। साइक्लोन मोंथा के चलते हवा की रफ्तार 20-35 किलोमीटर प्रति घंटा तक रहने का अनुमान है।

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लोगों को दी गई सावधानी की सलाह

प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि साइक्लोन मोंथा के दौरान अनावश्यक बाहर न निकलें। बिजली के तारों और पेड़ों के नीचे खड़े होने से बचें। वाहन चलाते समय धीमी गति और सतर्कता बरतें। बारिश के कारण फिसलन बढ़ी है जिससे दुर्घटनाओं की संभावना रहती है।

स्वास्थ्य विभाग ने भी लोगों को सलाह दी है कि बारिश के बीच गंदे पानी से दूर रहें और खाने-पीने में सावधानी बरतें। लगातार बारिश के कारण वायरल और डेंगू जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।

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साइक्लोन मोंथा क्या है?

साइक्लोन मोंथा एक उष्णकटिबंधीय तूफान है जो अरब सागर से उत्पन्न हुआ और वर्तमान में उत्तर भारत की ओर बढ़ रहा है।

उत्तर प्रदेश में बारिश कब तक होगी?

मौसम विभाग के अनुसार, मंगलवार से गुरुवार तक कई जिलों में हल्की से मध्यम बारिश होती रहेगी।

क्या इस बारिश से ठंड बढ़ेगी?

बारिश से दिन का तापमान कम होगा, लेकिन इस समय ठंड पूरी तरह शुरू नहीं मानी जाएगी।

किसानों के लिए मौसम विभाग की क्या सलाह है?

किसानों को सलाह दी गई है कि वे खेतों में ज्यादा देर तक न रहें और फसलों की सुरक्षा के उपाय करें।

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