हरीश चन्द्र गुप्ता की रिपोर्ट
बिलासपुर। हमर छत्तीसगढ़ लोक पर्व, हमर संस्कृति, और हमर देवरी तिहार के पावन अवसर पर इस वर्ष 7वां सुवा नाच महोत्सव का भव्य आयोजन किया जा रहा है। देवरी तिहार के पारंपरिक उत्साह में रंगे इस पर्व को बिलासपुर जिले के प्रसिद्ध तोरवा क्षेत्र में धूमधाम से मनाया जाएगा। 16 नवंबर 2025धान मंडी चौक, गुंबर पेट्रोल पंप, वार्ड नंबर 41, तोरवा बिलासपुर (छ.ग.) में यह आयोजन होगा। यह कार्यक्रम छत्तीसगढ़ की लोक संस्कृति, लोकनृत्य और पारंपरिक वेशभूषा को सहेजने का बड़ा प्रयास माना जा रहा है।
छत्तीसगढ़ संस्कृति को समर्पित सुवा नाच महोत्सव
हमर छत्तीसगढ़ लोक पर्व और हमर संस्कृति के इस मंच पर एक बार फिर सुवा नाच महोत्सव बिलासपुर की गूंज सुनाई देगी। इस लोकनृत्य प्रतियोगिता में जिले भर की टीमें भाग लेंगी। आयोजक समिति भोजली महोत्सव समिति तोरवा बिलासपुर ने बताया कि इस आयोजन का उद्देश्य छत्तीसगढ़ की पारंपरिक विधाओं को आने वाली पीढ़ी तक पहुंचाना है।
कार्यक्रम की मुख्य जानकारियां
- स्थान: तोरवा धान मंडी चौक, गुंबर पेट्रोल पंप, वार्ड नंबर 41, बिलासपुर (छ.ग.)
- तारीख: रविवार, 16 नवंबर 2025
- समय: शाम 5 बजे से रात 10 बजे तक
- कार्यक्रम: सुवा नाच महोत्सव व संस्कृतिक प्रस्तुति
- आयोजक: भोजली महोत्सव समिति, तोरवा बिलासपुर
- संपर्क: 9827490637
पुरस्कार राशि और विशेष अतिथि
इस हमर छत्तीसगढ़ लोक पर्व में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली टीमों को नगद पुरस्कार दिए जाएंगे।
- प्रथम पुरस्कार: ₹7000 (कप गणेश प्रधान जी)
- द्वितीय पुरस्कार: ₹5000 (रामजी यादव, रायपुर)
- तृतीय पुरस्कार: ₹3000 (देव यादव, रायपुर, RJ न्यूज)
- चतुर्थ पुरस्कार: ₹1500 (प्रहलाद दूधेश्वर, मोपका)
- पाँचवाँ पुरस्कार: ₹1100 (मोहन श्रीवास, पार्षद, मोपका)
- सांत्वना पुरस्कार: ₹300 प्रत्येक (गिरीश केवट, मोपका)
प्रतियोगिता के नियम और निर्देश
- प्रत्येक टीम में 6 से अधिक सदस्य होने चाहिए।
- सभी प्रतिभागियों को छत्तीसगढ़ी पारंपरिक वेशभूषा में आना अनिवार्य है।
- टीम को अपने गीत मोबाइल में डाउनलोड करके लाना होगा।
- प्रतिभागियों की उम्र 15 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
- नृत्य के साथ-साथ भाव अभिव्यक्ति और प्रस्तुति का भी मूल्यांकन होगा।
- झांकी में शंकर पार्वती, सुवा, छत्तीसगढ़ महतारी या बिलासा दाई जैसी लोक झलकें प्रदर्शित की जा सकती हैं।
- स्वयं गीत गाकर नृत्य प्रस्तुत करने वाले भी भाग ले सकते हैं।
मुख्य संयोजक एवं समिति सदस्य
इस आयोजन के प्रमुख संयोजक गंगेश्वर सिंह उईके, कोषाध्यक्ष सुनील भोई, सचिव नंदकिशोर यादव, सलाहकार सहदेव केवट, प्रवीण तरुण, रामजी यादव, देव यादव, मोहन श्रीवास पार्षद मोपका तथा बृजभूषण सरवन (मीडिया प्रभारी) हैं। समिति के अन्य सदस्य हैं संजय सिंह ठाकुर, अजय प्रधान, सुरेश दास मानिकपुरी, उपाध्यक्ष गिरीश केवट, गोपाल यादव, वीरू पटेल, पवन यादव, जतिन विश्वकर्मा, मनीष पटेल, रामचरण रजक, श्रीमती यशोदा उईके, संतोषी भोई, रामबाई सैनिक, सुखमत केवट, रामप्यारी पटेल, रेखा दास मानिकपुरी, संगीता यादव और प्रभा यादव।
आयोजन का सांस्कृतिक महत्व
समिति के अध्यक्ष शंकर यादव ने बताया कि दीपावली के पश्चात जब धान की फसल तैयार होती है तो गांवों में महिलाएं इस प्रसन्नता को सुवा नाच महोत्सव के रूप में मनाती हैं। सुवा नाच छत्तीसगढ़ की लोक आत्मा का प्रतीक है, जिसमें महिलाएं सामूहिक रूप से गीत गाकर और सुवा (तोता) के प्रतीक के इर्द-गिर्द नृत्य करती हैं। यह परंपरा हमर छत्तीसगढ़ लोक पर्व की मूल भावना को उजागर करती है।
सामान्य प्रश्न (FAQ)
हमर छत्तीसगढ़ लोक पर्व कब और कहां आयोजित होगा?
यह कार्यक्रम 16 नवंबर 2025 दिन रविवार को शाम 5 बजे से रात 10 बजे तक बिलासपुर जिले के तोरवा धान मंडी चौक में आयोजित होगा।
सुवा नाच महोत्सव में कौन भाग ले सकता है?
15 वर्ष से ऊपर आयु के प्रतिभागी पारंपरिक वेशभूषा में भाग ले सकते हैं। समूह में कम से कम 6 सदस्य होना आवश्यक है।
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य क्या है?
हमर छत्तीसगढ़ लोक पर्व और सुवा नाच महोत्सव का मुख्य उद्देश्य छत्तीसगढ़ की लोक संस्कृति, लोकगीत और पारंपरिक नृत्यों को संरक्षित और प्रसारित करना है।







