पिता की शराबी लापरवाही ने छीनी बेटी की जिंदगी, दर्दनाक हादसा ने सबको सन्न कर दिया

A rural Indian village well at dusk with a distressed man near the well symbolizing tragedy caused by alcohol abuseअनुराग गुप्ता की रिपोर्ट

समाचार दर्पण 24.कॉम की टीम में जुड़ने का आमंत्रण पोस्टर, जिसमें हिमांशु मोदी का फोटो और संपर्क विवरण दिया गया है।
Light Blue Modern Hospital Brochure_20250922_085217_0000
Schools Poster in Light Pink Pink Illustrative Style_20250922_085125_0000
Blue Pink Minimalist Modern Digital Evolution Computer Presentation_20250927_220633_0000
Red and Yellow Minimalist Truck Services Instagram Post_20251007_223120_0000
Red and Black Corporate Breaking News Instagram Post_20251009_105541_0000
समाचार दर्पण 24 टीम जॉइनिंग पोस्टर – राजस्थान जिला ब्यूरो आमंत्रण
Light Blue Modern Hospital Brochure_20251017_124441_0000
IMG-20251019-WA0014
Picsart_25-10-21_19-52-38-586
previous arrow
next arrow

Sitapur News: सीतापुर में शराब के नशे ने छीनी बेटी की जिंदगी

उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। Sitapur News के अनुसार, मिश्रिख कोतवाली क्षेत्र के फुलरुवा गांव में रहने वाले श्रवण कुमार ने शराब के नशे में ऐसा घिनौना कदम उठा लिया जिसने पूरे क्षेत्र को शोक में डाल दिया। पिता ने अपनी 12 वर्षीय बेटी लक्ष्मी को डराने के लिए कुएं में लटका दिया, लेकिन रस्सी हाथ से छूट गई और मासूम की डूबकर मौत हो गई।

सीतापुर का फुलरुवा गांव शोक में डूबा

Sitapur News रिपोर्ट के अनुसार यह घटना बुधवार रात की है जब श्रवण कुमार शराब के नशे में घर लौटा था। उसकी पत्नी की मृत्यु छह साल पहले हो चुकी थी और तब से ही वह नशे की गिरफ्त में आ गया था। घर में उसकी 12 वर्षीय बेटी लक्ष्मी और छह साल का बेटा सत्यराम रहते थे।

उस रात शराब पीने से मना करने पर श्रवण और लक्ष्मी के बीच कहासुनी हुई। गुस्से और नशे में धुत पिता ने बेटी को सबक सिखाने के लिए कुएं के पास ले जाकर रस्सी से बांधा और कुएं में लटका दिया। लेकिन कुछ ही पलों बाद उसका संतुलन बिगड़ गया और रस्सी हाथ से छूट गई, जिससे लक्ष्मी सीधा पानी में गिर गई। इस सीतापुर की दर्दनाक घटना ने पूरे गांव में सनसनी फैला दी।

इसे भी पढें  आजम खान ने ऐसा क्या बयान दिया, जो सोशल मीडिया में उड़ा रहा गर्दा, गरमाया विवाद तो नरेश उत्तम ने संभाला मोर्चा

गांव वालों ने बचाने की कोशिश की, मगर देर हो गई

मौके पर मौजूद कुछ ग्रामीणों ने बचाने की कोशिश की। Sitapur Latest News के अनुसार, जब गांव में लोगों ने चिल्लाने की आवाज सुनी तो कई लोग दौड़ पड़े। उन्होंने कुएं में छलांग लगाकर पिता और बेटी दोनों को बाहर निकाला, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। लक्ष्मी की मौत डूबने से हो चुकी थी। पिता भी भावनात्मक रूप से टूट चुका था लेकिन पुलिस ने मौके पर पहुंचकर उसे गिरफ्तार कर लिया।

सीतापुर पुलिस की त्वरित कार्रवाई

Sitapur Police News के अनुसार, मिश्रिख कोतवाली प्रभारी और टीम ने मौके पर पहुंचकर तत्काल जांच शुरू की। पिता श्रवण कुमार के खिलाफ गैर इरादतन हत्या की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि यह नशे के कारण हुई निर्ममता है, इसलिए आरोपी को कड़ी सजा दी जाएगी।

मामले की जांच में यह भी सामने आया कि श्रवण कुमार पिछले कई महीनों से शराब के सेवन से मानसिक रूप से अस्थिर था। स्थानीय लोगों ने पुलिस को बताया कि वह नशे में अपने बच्चों के साथ दुर्व्यवहार करता था। यह हादसा उसकी लापरवाही और नशे का विनाशकारी प्रमाण बन गया है।

इसे भी पढें  दीपावली सफाई अभियान सीकरी : नगर पालिका ने शुरू की व्यापक स्वच्छता मुहिम, फिनायल और दवाई का छिड़काव जारी

सीतापुर के ग्रामीणों में आक्रोश और शोक

सीतापुर न्यूज के रिपोर्टर के अनुसार, पूरे गांव में शोक और आक्रोश का माहौल है। ग्रामीणों का कहना है कि शराब की लत ने इस परिवार को पूरी तरह बर्बाद कर दिया। गांव की एक महिला ने बताया कि लक्ष्मी बहुत संस्कारी और समझदार बच्ची थी, जो हमेशा पिता को शराब छोड़ने की सलाह देती थी। अब उसकी मौत ने सभी को गहरा सदमा दिया है।

ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि सरकार को गांवों में शराब की बिक्री और अवैध शराब पर रोक लगाने के लिए कड़े कदम उठाने चाहिए। Sitapur Crime News में यह घटना स्थानीय सामाजिक संगठनों के लिए चेतावनी बन गई है कि नशे के खिलाफ जनजागरूकता जरूरी है।

सीतापुर घटना ने छोड़ा सवाल – कब रुकेगा नशा?

यह Sitapur News केवल एक दुखद कहानी नहीं, बल्कि समाज के लिए एक चेतावनी है। नशा सिर्फ शरीर को नहीं, परिवार और भावनाओं को भी नष्ट कर देता है। सीतापुर में हुए इस हादसे ने यह दिखा दिया है कि शराब से जुड़ी घरेलू हिंसा किस हद तक विनाशकारी रूप ले सकती है।

अब प्रशासन के सामने बड़ा सवाल है — क्या सरकार ऐसे परिवारों के लिए पुनर्वास और नशामुक्ति कार्यक्रमों को गांव-गांव तक पहुंचाएगी? सीतापुर पुलिस ने आश्वासन दिया है कि बच्चों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है और अपराधियों को सख्त सजा दी जाएगी।

सीतापुर में अपराध और पुलिस की चुनौतियां

Uttar Pradesh News से पता चलता है कि सीतापुर जिले में पिछले कुछ महीनों में घरेलू विवाद और शराब से जुड़ी घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है। पुलिस अब विशेष निगरानी अभियान चला रही है ताकि इस तरह की घटनाओं की रोकथाम की जा सके। इस घटना ने प्रशासन को सोचने पर मजबूर कर दिया है कि नशे के खिलाफ कानून को और सख्ती से लागू किया जाए।

इसे भी पढें  'लुटेरी दुल्हन' काजल — दूसरों की आंखों से चुरा लेती थी काजल

सीतापुर हादसे से मिली सीख

Sitapur News रिपोर्ट द्वारा उजागर यह मामला समाज को एक गहरा संदेश देता है — एक पिता की शराब की लत ने न केवल बेटी की जान ली बल्कि पूरे परिवार को बर्बाद कर दिया। यह घटना नशे के खिलाफ कड़ा सबक है। हर अभिभावक को समझना चाहिए कि बच्चों के सामने किसी भी प्रकार की हिंसा या डर दिखाना उनके जीवन को बुरी तरह प्रभावित कर सकता है।

फिलहाल, सीतापुर पुलिस ने आरोपी पिता को जेल भेज दिया है और परिवार के छोटे बेटे को गांव वालों की देखरेख में सौंप दिया गया है। समाजसेवक और स्थानीय प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि बच्चे की शिक्षा और देखभाल की पूरी जिम्मेदारी तय की जाएगी।

यह घटना Sitapur News की सुर्खियों में है और पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बनी हुई है। नशे, गरीबी और जिम्मेदारी की कमी ने एक मासूम की जान ले ली, जिसने शायद अपने पिता से सिर्फ थोड़ा सा प्यार और सुधार की उम्मीद की थी।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Translate »
Scroll to Top