
चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
नाबालिगा से संबंध मामले में उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर से एक बार फिर विवाद ने सोशल मीडिया पर सनसनी मचा दी है। पूर्व भाजपा नेता गौरीशंकर अग्रहरि का एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि उन्होंने नाबालिगा से संबंध बनाए। वायरल वीडियो के तुरंत बाद भाजपा ने गंभीर कार्रवाई करते हुए गौरीशंकर अग्रहरि को पार्टी से निष्कासित कर दिया।
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गौरीशंकर ने मीडिया से बातचीत में कहा कि वायरल वीडियो में उनका चेहरा सेट किया गया है और वे इसमें शामिल नहीं हैं। उन्होंने कहा, “यह सब चलता रहता है।” हालांकि सोशल मीडिया यूजर्स का कहना है कि वीडियो किसी तरह के AI द्वारा निर्मित प्रतीत नहीं होता।
सोशल मीडिया पर वायरल और यूजर्स की प्रतिक्रियाएँ
नाबालिगा से संबंध वीडियो वायरल होते ही सोशल मीडिया पर यूजर्स ने इसे लेकर मजेदार और चौंकाने वाली प्रतिक्रियाएँ दीं। लोगों ने इसे ‘धाकड़’ नाम से जोड़कर भी चर्चा में रखा। Amit Kundu नाम के एक यूजर ने लिखा, “अब धाकड़ सिर्फ नाम नहीं, बल्कि ब्रांड बन चुका है।”
Pramod Ydv ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “एक और संस्कारी पार्टी (बीजेपी) के जिला उपाध्यक्ष गौरीशंकर अग्रहरि महोदय धाकड़ जी की वीडियो देखकर, बर्दाश्त नहीं कर पाए, मौसम इतना तगड़ा बना कि खुद की अपनी वीडियो वायरल कर दिए।” Prashant Raj Man ने मजाकिया अंदाज में कहा, “धाकड़ साहब के फेमस होने के बाद अब बीजेपी के नेता सिद्धार्थनगर जिले के उपाध्यक्ष गौरीशंकर के जबरदस्त पारी खेलने का वीडियो आया है, भाइयों।”
कुछ यूजर्स ने यह भी दावा किया कि वीडियो में लड़की की उम्र केवल 16-20 साल के बीच थी, जबकि नेता जी लगभग 50 के करीब हैं। इस पूरे विवाद ने सोशल मीडिया पर हड़कंप मचा दिया और लोगों ने वीडियो की सच्चाई जानने की कोशिश शुरू कर दी।
भाजपा ने लिया तत्कालिक कार्रवाई
वीडियो वायरल होते ही भाजपा ने नाबालिगा से संबंध वाले विवाद में तुरंत कदम उठाया। पार्टी ने गौरीशंकर अग्रहरि को निष्कासित कर दिया और स्पष्ट किया कि किसी भी नेता का अनुचित या आपत्तिजनक व्यवहार पार्टी में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

गौरीशंकर ने इसके जवाब में कहा कि वायरल वीडियो में उनका चेहरा सेट किया गया है और वे इसमें शामिल नहीं हैं। उन्होंने यह भी कहा कि यह उनके खिलाफ किसी राजनीतिक षड्यंत्र का हिस्सा हो सकता है।
सोशल मीडिया की भूमिका
पिछले कुछ महीनों में मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले में मनोहर लाल धाकड़ का वीडियो वायरल हुआ था, जिसे सोशल मीडिया ने ‘धाकड़ कांड’ कहा। इसी तरह नाबालिगा से संबंध वीडियो ने भी सोशल मीडिया पर लोगों का ध्यान खींचा।
यूजर्स ने वीडियो को तेजी से शेयर किया और मजेदार कमेंट्स के माध्यम से इसे और भी वायरल बनाया। यह स्पष्ट करता है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर विवादित वीडियो तुरंत व्यापक स्तर पर फैल सकते हैं।
उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर से सामने आए नाबालिगा से संबंध विवाद ने न केवल पार्टी की छवि पर सवाल उठाए हैं, बल्कि सोशल मीडिया पर नागरिकों की सक्रियता और प्रतिक्रिया की शक्ति को भी दिखाया है।
भाजपा ने तुरंत कार्रवाई करके संदेश दिया कि किसी भी नेता का अनुचित व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वहीं, वायरल वीडियो के वास्तविक तथ्यों का पता लगाने तक यह विवाद चर्चा में बना रहेगा।
ट्रांज़िशन वर्ड्स का इस्तेमाल करते हुए कहा जा सकता है कि, “जैसे-जैसे आगे की जांच और मीडिया रिपोर्ट्स सामने आएंगी, सोशल मीडिया पर लोग लगातार प्रतिक्रियाएँ देते रहेंगे। इसलिए यह विवाद अभी समाप्त नहीं हुआ है, बल्कि इसके नए मोड़ आने की संभावना बनी हुई है।”
