
जगदंबा उपाध्याय की रिपोर्ट
बलिया जिले में शिक्षक देवेंद्र यादव की हत्या के मामले में पुलिस को मंगलवार रात बड़ी सफलता मिली।
एसओजी, उभाव और भीमपुरा पुलिस की संयुक्त टीम ने मलेरा के पास मुठभेड़ के दौरान
₹50,000 के इनामी बदमाश को गिरफ्तार कर लिया।
मुठभेड़ के दौरान बदमाश के दोनों पैरों में गोली लगी, जिसके बाद उसे काबू कर लिया गया। घायल को जिला अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया, जबकि उसका एक साथी अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गया।
देवेंद्र यादव हत्या की पूरी कहानी
घटना 16 सितंबर 2025 की है, जब उभांव थाना क्षेत्र में ताबड़तोड़ लूट की दो वारदातें हुईं।
बदमाशों ने पहले महिला अध्यापिका राधिका वर्मा से सोने की चेन छीनी,
फिर कुछ मिनट बाद साहूंपुर में शिक्षक देवेंद्र यादव और सहायक अध्यापिका कंचन सिंह से भी लूटपाट की।
देवेंद्र यादव ने जब विरोध किया, तो बदमाशों ने उन पर गोली चला दी जिससे उनकी मौके पर मौत हो गई।
घटना के बाद जिले में सनसनी फैल गई थी।
मुठभेड़ और गिरफ्तारी की कार्रवाई
मंगलवार रात एसओजी के साथ उभाव और भीमपुरा पुलिस टीम ने मलेरा के पास छिपे बदमाशों को घेर लिया।
बदमाशों ने पुलिस पर गोली चलाई, जिसके जवाब में पुलिस ने आत्मरक्षा में गोली चलाई।
गोलियों की आवाज से इलाके में हड़कंप मच गया।
इसके बाद एक बदमाश विकास सोनकर (पुत्र बाबूलाल, निवासी बहरज थाना बरहज, देवरिया) घायल होकर गिर पड़ा।
उसे तुरंत हिरासत में लिया गया।
पुलिस ने उसके पास से एक तमंचा, दो कारतूस, एक बाइक और ₹2250 नकद बरामद किए।
हालांकि उसका एक साथी अंधेरे का फायदा उठाकर भाग निकला।
पुलिस की अब तक की कार्रवाई
देवेंद्र यादव हत्या प्रकरण में पुलिस पहले ही आरोपी
नितिश कुमार सिंह उर्फ मोहन सिंह को देवरिया के खामपार थाना क्षेत्र से गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।
पुलिस अब फरार अन्य बदमाशों की तलाश में जुटी हुई है।
टीम लगातार दबिश दे रही है ताकि बाकी आरोपियों को भी जल्द पकड़ा जा सके।
पुलिस अधिकारियों का बयान
बलिया के अपर पुलिस अधीक्षक (उत्तरी) दिनेश कुमार शुक्ल ने बताया कि
एसओजी, उभाव और भीमपुरा पुलिस की संयुक्त टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए इस मुठभेड़ को अंजाम दिया।
एक बदमाश घायल हालत में पकड़ा गया है और दूसरे की तलाश जारी है।
उन्होंने कहा कि पुलिस की सटीक रणनीति और तत्परता से कानून-व्यवस्था मजबूत हो रही है।

क्लिक करें और जानें – सवाल जवाब