रिपोर्ट — संतोष कुमार सोनी
करतल सड़क दुर्घटना ने रविवार की देर रात पूरे क्षेत्र को दहला दिया। मध्यप्रदेश की सीमा पर सिरवरिया मोड़ के पास बोलेरो वाहन के अनियंत्रित होकर पुलिया से टकराने और फिर नीम के पेड़ से भिड़ जाने की घटना ने तीन परिवारों को गहरे सदमे में डाल दिया। यह करतल सड़क दुर्घटना इतनी भयावह थी कि बोलेरो के परखच्चे चारों तरफ बिखर गए और मौके पर ही दो युवा अपनी जिंदगी खो बैठे। स्थानीय लोगों का कहना है कि पिछले कुछ समय से इस क्षेत्र में लगातार हादसे बढ़ रहे हैं और यह ताजा करतल सड़क दुर्घटना क्षेत्रीय प्रशासन के लिए भी एक गंभीर चेतावनी है।
कैसे हुई दर्दनाक करतल सड़क दुर्घटना?
दिनांक 17 नवंबर 2025 की रात लगभग 10:30 बजे करतल कस्बे के तीन युवा—नीरज उर्फ डग्गू (उम्र 30 वर्ष), अमित उर्फ पुत्तू अवस्थी (उम्र 29 वर्ष) और चालक लल्लू राम राजपूत (उम्र 32 वर्ष) बोलेरो संख्या UP90U6908 से अजयगढ़, जिला पन्ना की ओर जा रहे थे। अत्यधिक गति और मोड़ की तीक्ष्णता ने मिलकर इस करतल सड़क दुर्घटना को जन्म दिया। जैसे ही वाहन सिरवरिया मोड़ के समीप पहुँचा, बोलेरो अनियंत्रित होकर सीधा पुलिया से जा टकराई। टक्कर इतनी भीषण थी कि वाहन उछलकर पास के नीम के पेड़ में जा समाया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, करतल सड़क दुर्घटना का स्वरूप देखकर कोई भी सहम जाए।
मौके पर ही दो की मौत, एक गंभीर घायल
इस करतल सड़क दुर्घटना में नीरज यादव और अमित अवस्थी की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। दोनों युवक अपने परिवार के लिए उम्मीद और सहारा थे। वहीं चालक लल्लू राम राजपूत गंभीर रूप से घायल हुआ जिसे पहले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अजयगढ़ और फिर हालत नाजुक होने पर पन्ना रिफर कर दिया गया। अभी भी उसकी स्थिति गंभीर बनी हुई है। करतल सड़क दुर्घटना में घायल हुए लल्लू राम का परिवार उसकी सलामती के लिए लगातार प्रार्थना कर रहा है।
सीमा पर होने के कारण मध्यप्रदेश पुलिस ने संभाली कमान
करतल सड़क दुर्घटना मध्यप्रदेश सीमा क्षेत्र में हुई, जिसके चलते आसपास मौजूद लोगों ने तुरंत थाना अजयगढ़ पुलिस को सूचना दी। पुलिस टीम मौके पर पहुंची और राहत व बचाव कार्य शुरू किया। शवों को पंचनामा भरकर विच्छेदन हेतु सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अजयगढ़ भेजा गया। करतल सड़क दुर्घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय प्रशासन ने भी क्षेत्र में गश्त बढ़ा दी है।
परिजनों में कोहराम – एकलौते बेटे की मौत
करतल सड़क दुर्घटना की खबर जैसे ही मृतकों के परिवारों तक पहुंची, कोहराम मच गया। नीरज यादव अपने पिता का इकलौता बेटा था और उसका चार साल का छोटा पुत्र है, जो अब अनाथ जैसी स्थिति में पहुंच गया है। वहीं अमित अवस्थी अविवाहित था, लेकिन परिवार का बड़ा सहारा माना जाता था। करतल सड़क दुर्घटना ने इन दोनों परिवारों की खुशियों को एक पल में लूट लिया। तीसरे पीड़ित लल्लू राम विवाहित है और उसका परिवार उसकी हर सांस के लिए दुआएँ मांग रहा है।
स्थानीय लोग बोले — सड़क चौड़ीकरण और साइन बोर्ड की कमी
स्थानीय ग्रामीणों और राहगीरों ने इस करतल सड़क दुर्घटना के बाद सड़क की संरचना पर सवाल उठाए हैं। लोगों का कहना है कि सिरवरिया मोड़ बहुत खतरनाक है, जहाँ सड़क संकरी हो जाती है और उचित साइनबोर्ड भी नहीं लगे हैं। बीते छह महीने में यह तीसरी बड़ी करतल सड़क दुर्घटना है, जिसने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। ग्रामीणों ने प्रशासन से तुरंत सुधारात्मक कदम उठाने की मांग की है।
तेज रफ्तार बनी जानलेवा
जांच प्रारंभिक रिपोर्ट बताती है कि करतल सड़क दुर्घटना का मुख्य कारण वाहन की तेज रफ्तार रही। लल्लू राम वाहन चला रहा था और रात का समय होने के कारण दृश्यता भी कम थी। इन दोनों कारणों ने मिलकर इस भीषण करतल सड़क दुर्घटना को अंजाम दिया। विशेषज्ञों का मानना है कि ग्रामीण सड़कों पर रफ्तार नियंत्रित रखने और रिफ्लेक्टर बोर्ड लगाने से इस प्रकार के हादसों को काफी हद तक रोका जा सकता है।
क्षेत्र में शोक और आक्रोश दोनों
करतल सड़क दुर्घटना के बाद क्षेत्र में शोक का माहौल है लेकिन लोगों के मन में आक्रोश भी है। युवाओं की मौत से गाँवों में मातम पसरा हुआ है। परिजनों ने प्रशासन से दोषियों पर कार्रवाई और सड़क सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाने की माँग की है। यह करतल सड़क दुर्घटना न केवल तीन परिवारों को प्रभावित कर गई, बल्कि पूरे कस्बे को गहरे दर्द में डाल गई।
सवाल-जवाब (FAQ)
करतल सड़क दुर्घटना कब हुई?
यह हादसा 17 नवंबर 2025 की रात लगभग 10:30 बजे हुआ।
इस करतल सड़क दुर्घटना में कितने लोगों की मौत हुई?
दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक गंभीर रूप से घायल है।
हादसा कैसे हुआ?
बोलेरो अनियंत्रित होकर पहले पुलिया और फिर नीम के पेड़ से टकरा गई, जिससे वाहन पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया।
प्रशासन ने क्या कार्रवाई की?
अजयगढ़ पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और घायल को उपचार हेतु पन्ना रिफर किया।






