
जगदम्बा उपाध्यायकी रिपोर्ट, ©समाचार दर्पण आजमगढ़ मण्डलढ
आज़मगढ़ जनपद में बाल दिवस का उत्सव इस बार विशेष रूप से यादगार रहा। जिले के तीन प्रमुख विद्यालयों—सर्वोदय पब्लिक स्कूल हरबंशपुर, इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल एलवल और S.N.R.D. पब्लिक स्कूल सिधारी—में आयोजित कार्यक्रमों ने बच्चों की प्रतिभा, रचनात्मकता और सांस्कृतिक ऊर्जा को नई दिशा दी। हर विद्यालय में बच्चों के लिए प्रेरणादायक गतिविधियाँ, प्रतियोगिताएँ, प्रदर्शनी और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का आयोजन किया गया, जहां अभिभावकों और अतिथियों की बड़ी संख्या मौजूद रही।
सर्वोदय पब्लिक स्कूल, हरबंशपुर में मनाया गया ‘बाल दिवस’
हरबंशपुर स्थित सर्वोदय पब्लिक स्कूल के प्रांगण में देश के प्रथम प्रधानमंत्री पं. जवाहरलाल नेहरू के जन्मदिवस को बाल दिवस के रूप में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रम की शुरुआत स्कूल के प्रबंधक श्री राजेन्द्र प्रसाद यादव, निदेशिका श्रीमती कंचन यादव, प्रधानाचार्या श्रीमती बीना पी. उथुप और उपप्रधानाचार्य श्री संजय कुमार विश्वकर्मा द्वारा नेहरू जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन से हुई।

प्रबंधक महोदय ने बच्चों को अपने माता-पिता की अपेक्षाओं पर खरा उतरने का संदेश देते हुए जीवन को सुदृढ़ और उज्ज्वल बनाने की प्रेरणा दी। प्रधानाचार्या ने बच्चों को शुभकामनाएं देते हुए नेहरू जी के प्रेरक प्रसंगों से अवगत कराया और उन्हें जीवन में अपनाने की सलाह दी।

विद्यालय में शिक्षकों द्वारा ज्ञानवर्धक सांस्कृतिक कार्यक्रम, रोबोटिक्स कार्यशाला और विभिन्न मनोरंजक गतिविधियों का आयोजन किया गया। बच्चों के लिए खेल प्रतियोगिताएँ भी रखी गईं, जिनमें उत्साहपूर्वक भागीदारी देखने को मिली। कार्यक्रम के अंत में विद्यालय परिवार की ओर से मिठाई वितरण कर समारोह का समापन हुआ।
इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल, एलवल की एनुअल एग्ज़िबिशन में बच्चों की चमकी प्रतिभा
बाल दिवस के अवसर पर एलवल स्थित आज़मगढ़ इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल में भव्य एनुअल एग्ज़िबिशन का आयोजन किया गया, जिसने अभिभावकों, विद्यार्थियों और अतिथियों का दिल जीत लिया। प्रदर्शनी में बच्चों ने अपनी कक्षाओं के अनुसार विषयगत प्रोजेक्ट प्रस्तुत किए, जिनमें रचनात्मकता और वैज्ञानिक दृष्टिकोण स्पष्ट दिखाई दिया।
कक्षा सातवीं की छात्राओं द्वारा तैयार विद्युत उत्पादन केंद्र मॉडल विशेष रूप से आकर्षण का केंद्र रहा। वहीं कक्षा दसवीं के छात्रों के ज्वालामुखी मॉडल और ‘ग्लोबल ग्रोथ’ पर आधारित प्रोजेक्ट ने भी जोरदार सराहना बटोरी।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अखिलेश मिश्रा गुड्डू ने चाचा नेहरू को याद करते हुए कहा कि नेहरू जी बच्चों के सच्चे मित्र थे। उन्होंने छात्रों के प्रोजेक्ट की प्रशंसा की और उज्ज्वल भविष्य का आशीर्वाद दिया। विशिष्ट अतिथि गोविंद दुबे, डॉ. अनिल कुमार और पत्रकार दीपक उपाध्याय मौजूद रहे, जिन्होंने विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने के लिए नगद पुरस्कार भी प्रदान किए।
स्कूल के प्रबंधक सीताराम पांडे ने अपने संबोधन में बच्चों को प्रेरित किया, जबकि कार्यक्रम का संचालन सह-प्रबंधक अजय पांडे ने किया। सैकड़ों अभिभावकों ने बच्चों के प्रदर्शन को सराहते हुए उन्हें ग्रेड भी प्रदान किए।
S.N.R.D. पब्लिक स्कूल, सिधारी में बाल दिवस पर सजाए गए आकर्षक स्टॉल
सिधारी स्थित S.N.R.D. पब्लिक स्कूल में 14 नवंबर को चाचा नेहरू के जन्मदिन को धूमधाम से मनाया गया। प्रबंधक श्री सत्यप्रकाश तिवारी और निदेशक शिवम तिवारी ने संयुक्त रूप से फीता काटकर एवं माल्यार्पण कर कार्यक्रम की शुरुआत की।

विद्यालय के छात्रों ने महापुरुषों के नाम पर विभिन्न प्रकार के स्टॉल सजाए, जिनमें बर्गर, चाऊमीन, पेस्ट्री, केक, पनीर टिक्का, पिज्जा, फ्राई राइस, रिंग गेम, जंपिंग झूला और मिकी माउस जैसे आकर्षक मॉडल शामिल थे। इन स्टॉलों ने बच्चों और अभिभावकों दोनों को रोमांचित किया।

प्रबंधक श्री तिवारी ने नेहरू जी के आदर्शों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि बच्चों से चाचा नेहरू का गहरा स्नेह था। उनका मानना था कि बच्चे देश का भविष्य हैं और सही परवरिश तथा गुणवत्तापूर्ण शिक्षा से ही राष्ट्र मजबूत बन सकता है।
कार्यक्रम में प्रधानाचार्य जनार्दन गौतम, संदीप गुप्ता, साहब जान, राकेश यादव, विनय, आकाश सहित अनेक अध्यापक-अध्यापिकाएँ उपस्थित रहीं। शिक्षकों ने बच्चों को उपहार देकर बाल दिवस की शुभकामनाएँ दीं। निदेशक शिवम तिवारी ने अभिभावकों के सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया।
तीनों विद्यालयों में बाल दिवस का आयोजन बच्चों की ऊर्जा, प्रतिभा और सीखने की जिज्ञासा का प्रतीक रहा। जहां एक ओर सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने कार्यक्रम को जीवंत बनाया, वहीं दूसरी ओर वैज्ञानिक प्रोजेक्ट और कौशल आधारित गतिविधियों ने बच्चों की रचनात्मक सोच को नया आयाम दिया।
क्लिक करें और जवाब देखें – बाल दिवस कार्यक्रम से जुड़े आम सवाल
प्रश्न 1: सर्वोदय पब्लिक स्कूल में बाल दिवस का मुख्य आकर्षण क्या रहा?
सांस्कृतिक कार्यक्रम, रोबोटिक्स कार्यशाला और खेल प्रतियोगिताएँ विद्यार्थियों के लिए विशेष आकर्षण रहे।
प्रश्न 2: इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल की प्रदर्शनी में कौन-सा प्रोजेक्ट सबसे खास रहा?
कक्षा सातवीं का ‘विद्युत उत्पादन केंद्र’ और कक्षा दसवीं का ‘ज्वालामुखी मॉडल’ सबसे अधिक सराहा गया।
प्रश्न 3: S.N.R.D. पब्लिक स्कूल में कौन-कौन से स्टॉल लगाए गए?
बर्गर, पेस्ट्री, चाऊमीन, पनीर टिक्का, पिज्जा, रिंग गेम, जंपिंग झूला और मिकी माउस सहित कई आकर्षक स्टॉल लगाए गए।
प्रश्न 4: तीनों स्कूलों में कार्यक्रमों का मुख्य संदेश क्या रहा?
तीनों विद्यालयों में बच्चों को नेहरू जी के आदर्शों, शिक्षा के महत्व और जिम्मेदार भविष्य निर्माण का संदेश दिया गया।









