
प. बंगाल में कहर और दिल्ली में डर ; दिल्ली-एनसीआर में आज मौसम से राहत की उम्मीद
चुन्नीलाल प्रधान और किरण अरोड़ा की रिपोर्ट
गर्मी और उमस से परेशान दिल्ली-एनसीआर के लोग आज मौसम की कुछ राहत महसूस कर सकते हैं। मौसम विभाग के अनुसार 5 अक्टूबर को दिल्ली-एनसीआर में गरज-चमक के साथ बारिश के साथ आंधी-तूफान का अलर्ट है।
दिल्ली में 6 अक्टूबर के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। इस दिन पूरे 24 घंटे बारिश और तेज हवाओं की संभावना है। इस बदलाव से तापमान में गिरावट होगी और गर्मी-उमस से कुछ राहत मिलेगी। वहीं, 7 अक्टूबर को एनसीआर में आंशिक बादल रहने और मध्यम बारिश होने की संभावना जताई गई है। 8 और 9 अक्टूबर से मौसम धीरे-धीरे साफ होने लगेगा। 9 अक्टूबर को अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 22 डिग्री सेल्सियस तक रह सकता है।
मौसम विभाग ने यह भी बताया कि आज उत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों में, जिनमें यूपी, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान शामिल हैं, बारिश और तेज हवाओं की संभावना है।
उत्तर प्रदेश में बारिश का दौर जारी
उत्तर प्रदेश में मॉनसून के बाद भी बारिश जारी है। राज्य के कई जिलों में लगातार बारिश होने से उमस और गर्मी से राहत मिली है। मौसम विभाग के अनुसार 5 और 6 अक्टूबर को प्रदेश के पश्चिमी हिस्सों में भारी बारिश और कहीं-कहीं ओलावृष्टि की संभावना है।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में आगामी पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से मौसम का मिजाज बदल सकता है। 5 अक्टूबर से बारिश का दौर तेज होगा और 6 अक्टूबर को कई जगहों पर भारी बारिश और ओलावृष्टि होने के आसार हैं। 7 अक्टूबर से प्रदेश में वर्षा की गतिविधियों में कमी आएगी और 9 अक्टूबर से पूरे प्रदेश में मौसम शुष्क और साफ रहने की संभावना है।
उत्तराखंड में अलर्ट : पहाड़ों से लेकर मैदान तक मौसम का कहर
उत्तराखंड में मौसम ने करवट बदल ली है। पहाड़ों और मैदानों में आंशिक बादल और कहीं-कहीं हल्की बारिश का दौर जारी है। मौसम विभाग ने 5 अक्टूबर से आने वाले 3 दिनों के लिए राज्य के अधिकांश हिस्सों में भारी बारिश, ओलावृष्टि और आंधी-तूफान का अलर्ट जारी किया है।
हरिद्वार, देहरादून, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर, पिथौरागढ़ और नैनीताल में गर्जन के साथ आकाशीय बिजली चमकने, 40-50 किमी/घंटा की रफ्तार से झोंकेदार हवाओं और तीव्र बारिश की चेतावनी दी गई है।
पश्चिम बंगाल और सिक्किम में तबाही
प. बंगाल में कहर और दिल्ली में डर का असर उत्तर भारत और पूर्वोत्तर राज्यों में भी दिख रहा है। पश्चिम बंगाल के उत्तरी क्षेत्र और सिक्किम में लगातार भारी बारिश ने तबाही मचा दी है। भूस्खलन, पुल टूटने और अचानक आई बाढ़ से कम से कम 17 लोगों की जान गई।
दार्जिलिंग जिले के मिरिक में बड़े भूस्खलन में 6 लोगों की मौत हुई। मिरिक और कुर्सियांग को जोड़ने वाला दुधिया आयरन ब्रिज टूट गया, जिससे सैकड़ों लोग फंसे। नेशनल हाईवे 110 और 717ई पर भूस्खलन के कारण आवाजाही बाधित हुई।
नेपाल के कोशी प्रांत में भी भारी बारिश और भूस्खलन से कम से कम आठ लोगों की मौत हुई। बालासोन नदी पर लोहे का पुल बह गया, जिससे सिलीगुड़ी और मिरिक के बीच संपर्क टूट गया। प्रशासन ने सभी यातायात रोक दिए और लोगों को सुरक्षित स्थानों में रहने की सलाह दी।
राहत और बचाव कार्य जारी
दार्जिलिंग जिले की पुलिस और स्थानीय स्वयंसेवक कठिन हालात और खराब मौसम के बावजूद राहत कार्यों में जुटे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपति सी.पी. राधाकृष्णन ने दार्जिलिंग में हादसे में जान गंवाने वालों के प्रति दुख जताया और घायल लोगों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की।
भारतीय मौसम विभाग ने दार्जिलिंग, कालिमपोंग, जलपाईगुड़ी और कूचबिहार के लिए ऑरेंज अलर्ट और अलीपुरद्वार के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। प्रशासन ने लोगों से घरों में रहने, पेड़ों और बिजली के तारों से दूर रहने, और नदियों या जलभराव वाले इलाकों में न जाने की सलाह दी है।
वन्यजीवों पर असर
तेज बारिश और नदियों के उफान के कारण वन्यजीव इंसानी बस्तियों में घुस आए हैं। जलधाका नदी के उफान के बाद हाथियों का झुंड कामरघाट इलाके में फंसा। एक गैंडा कालीबाड़ी पहुंच गया, जिससे लोगों में दहशत फैली। वन विभाग की टीमें जानवरों को सुरक्षित इलाकों में ले जाने और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में लगी हैं।
कशियार बाड़ी में बाढ़ में फंसे बाइसन के बच्चे को ग्रामीणों ने बचाया, जबकि कुर्सियांग के गांवों में कई हिरण देखे गए।
उत्तर बंगाल और सिक्किम की यात्रा पर रोक
यात्रियों को उत्तर बंगाल और सिक्किम की ओर गैर-जरूरी यात्रा न करने की सलाह दी गई है। दार्जिलिंग, कालिमपोंग, गंगटोक और मिरिक जाने वाले पर्यटक अपनी यात्राएं स्थगित करें। बागडोगरा एयरपोर्ट से हवाई यातायात चालू है, लेकिन सड़क मार्ग असुरक्षित है। टूर ऑपरेटरों को यात्रा पर पुनर्विचार और स्थानीय प्रशासन से समन्वय करने की सलाह दी गई है।

प. बंगाल में कहर और दिल्ली में डर, यह कीवर्ड न केवल उत्तर भारत और पूर्वोत्तर के मौसम की गंभीरता को दर्शाता है, बल्कि लोगों को सावधान रहने और सुरक्षित रहने की चेतावनी भी देता है। दिल्ली-एनसीआर में तेज बारिश और आंधी-तूफान, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में भारी बारिश और ओलावृष्टि, पश्चिम बंगाल और सिक्किम में तबाही और वन्यजीवों की समस्या—सभी मिलकर इस समय भारत के उत्तर और पूर्वोत्तर हिस्सों में मौसम की गंभीर स्थिति को दिखा रहे हैं।
