संस्कृति

पारंपरिक कपड़ों में कुम्हार चाक पर मिट्टी के बर्तन बना रहा है, उसके हाथ मिट्टी से सने हुए हैं, और उसके पास मिट्टी के उपकरण रखे हैं। पोर्ट्रेट फॉर्मेट।
संस्कृति

कोशी की मिट्टी, मेहनत और मिटती पहचान : कुम्हारों का बदलता संसार

विनोद कुमार झा की रिपोर्ट बिहार के कोशी क्षेत्र की धरती हमेशा से अपनी उर्वरता और सांस्कृतिक जीवंतता के लिए […]

संस्कृति

आंसुओं के साथ मनाई दीपावली: वृंदावन के संत प्रेमानंद जी महाराज का वायरल वीडियो छू गया भक्तों का दिल

अंजनी कुमार त्रिपाठी की रिपोर्ट आंसुओं के साथ मनाई दीपावली — सोशल मीडिया पर इन दिनों वृंदावन के प्रसिद्ध संत

सजावटी दीयों और सोने के सिक्कों से भरा कलश, पास में मिठाइयाँ और दीप प्रज्वलित हैं, बैकग्राउंड में खुशियों भरी लाइटें और सामने पीले रंग में लिखा "धनतेरस 2025"।
संस्कृति

धनतेरस 2025 ; जानते हैं क्या क्या होने वाला है कल यूपी में? आइए हम बताते हैं 👇

चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट धनतेरस 2025 का पर्व पूरे देश में हर्षोल्लास के साथ 18 अक्टूबर 2025 को मनाया जाएगा।

अनिल अनूप मंच से बोलते हुए और बगल में सावन की विरह में डूबी भारतीय स्त्री का चित्र — ठुमरी “गोरिया पाईं नाही सैंया के सवनमा में” की भावनात्मक झलक
संस्कृति

गोरिया पाईं नाही सैंया के सवनमा में : अनिल अनूप की विरह लेखनी और पंडित छन्नू लाल मिश्रा की आत्मा से उपजी अमर ठुमरी

गोरिया पाईं नांहि सैंया के सवनमा में — हंसराज तंवर की विशेष रिपोर्ट ✍️ हंसराज तंवर की विशेष रिपोर्ट 🌧️

भारतीय पारंपरिक शैली में चित्रित दो नायिकाएँ — एक के नयनों से निकलती कटार और दूसरी विरह में व्याकुल, जो प्रेम और पीड़ा के द्वंद्व को दर्शाती हैं।
संस्कृति

साहित्य में ऋंगार ; “नयन कटार” और “विरहिणी का विष” — साहित्य के दो छोर, जहाँ प्रेम आनंद भी है और तप भी।

साहित्य में ऋंगार ; “नयन कटार” और “विरहिणी का विष” — –अनिल अनूप यह विषय साहित्य के भाव-संसार का सबसे

छन्नू लाल मिश्रा मुस्कुराते हुए, साधारण पोशाक में खड़े हुए
संस्कृति

पंडित छन्नू लाल मिश्र : बनारस घराने के महान ठुमरी और शास्त्रीय संगीतकार की अनकही बातें

पंडित छन्नू लाल मिश्र : बनारस की मिट्टी का अमर स्वर अनिल अनूप के साथ जगदंबा उपाध्याय की खास रिपोर्ट

"हरी रंग की पारंपरिक गरबा ड्रेस पहने नन्ही बालिका हाथ में डांडिया स्टिक लेकर गरबा की मुद्रा में, बैकग्राउंड में रंग-बिरंगे पौधे।"
संस्कृति

गरबा और नवरात्रि : आस्था, उत्सव और संस्कृति का अद्भुत संगम

मन्नू भाई गुजराती की रिपोर्ट भारत विविधताओं की भूमि है। यहां हर त्यौहार केवल धार्मिक आस्था तक सीमित नहीं रहता

Translate »
Scroll to Top