Explore

Search
Close this search box.

Search

24 March 2025 3:16 pm

राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद का वार्षिक अधिवेशन संपन्न – जानिए नए अध्यक्ष और महामंत्री कौन बने?

224 पाठकों ने अब तक पढा

ठाकुर बख्श सिंह की रिपोर्ट

लखनऊ। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद, उत्तर प्रदेश का द्विवार्षिक अधिवेशन सप्रू मार्ग स्थित उद्यान भवन ऑडिटोरियम में आयोजित हुआ। अधिवेशन की अध्यक्षता एस.पी. तिवारी ने की, जबकि उद्घाटन उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने दीप प्रज्ज्वलन और कर्मचारी मसीहा स्वर्गीय बी.एन. सिंह के चित्र पर पुष्प अर्पित कर किया।

कर्मचारियों की मांगों को लेकर हुआ प्रस्ताव पारित

कार्यक्रम में महामंत्री संजय कुमार शुक्ल ने पिछली कार्यकारिणी परिषद की बैठकों में आए प्रस्तावों और कार्यवाही रिपोर्ट को प्रस्तुत किया। इसके बाद, अध्यक्ष एस.पी. तिवारी ने राज्य कर्मचारियों की 16 सूत्रीय मांगों को मुख्यमंत्री को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि से उनके निराकरण की मांग की।

उपमुख्यमंत्री ने दिया समस्याओं के समाधान का आश्वासन

उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कर्मचारियों की न्यायोचित मांगों को शीघ्र पूरा करने का आश्वासन दिया। इस दौरान, पुरानी पेंशन बहाली की मांग ने जोर पकड़ लिया, और कर्मचारियों ने एकजुट होकर इसे लागू कराने के लिए संघर्ष जारी रखने का संकल्प लिया।

अधिवेशन में विभिन्न कर्मचारी संगठनों की भागीदारी

इस अवसर पर विभिन्न संगठनों और संघों के पदाधिकारी उपस्थित रहे, जिनमें प्रमुख रूप से –

मृतक आश्रित शिक्षणेत्तर कर्मचारी संघ

राज्यकर प्राथमिक शिक्षा एवं अधिकारी संघ

प्राविधिक शिक्षा संघ

ग्रामीण पंचायती राज सफाई कर्मी संगठन

बीईओ संघ, भूगर्भ जल विभाग, रोडवेज, स्वास्थ्य विभाग, होम गार्ड एवं रोजगार सेवक संघ

कार्यक्रम में प्रमेंद्र शुक्ल, जुबैर अहमद, पंकज बाजपेयी, आर.पी. मिश्रा, विजय सिंह, सुलोचना मौर्य, राम नरेश सिंह, बसंतलाल, रामेंद्र सहित कई पदाधिकारी मौजूद रहे। इसके अलावा, देवरिया, महराजगंज, कुशीनगर, बलिया, गोरखपुर, पीलीभीत, बदायूं, सुल्तानपुर, कानपुर, प्रयागराज, मेरठ, बुलंदशहर, प्रतापगढ़, आगरा जैसे जिलों से भी कर्मचारी भारी संख्या में शामिल हुए।

सेवानिवृत्त कर्मचारी नेताओं को किया गया सम्मानित

कार्यक्रम में कर्मचारी हितों के लिए संघर्ष करने वाले 15 सेवानिवृत्त नेताओं को सम्मानित किया गया। प्रमुख सम्मानित सदस्यों में हसुमुद्दीन, एन.पी. सिंह, मनबोध लाल और रामरायन राय शामिल थे।

पुरानी पेंशन बहाली को लेकर संकल्प

अध्यक्ष एस.पी. तिवारी ने जोर देकर कहा कि कर्मचारी हितों की रक्षा, पुरानी पेंशन बहाली, भत्तों की पुनर्बहाली और संविदा कर्मियों के वेतन वृद्धि के लिए संघर्ष जारी रहेगा। उन्होंने कहा,

“जब तक मेरे शरीर में एक बूंद भी लहू है, मैं कर्मचारियों के अधिकारों की रक्षा के लिए संघर्ष करता रहूंगा। जरूरत पड़ी तो सरकार से टकराने में भी पीछे नहीं हटूंगा।”

नव निर्वाचित अध्यक्ष और महामंत्री को दी गई बधाई

निर्वाचन प्रक्रिया का संचालन कृष्ण स्वरूप शर्मा (अध्यक्ष, निजी सचिव संघ, सचिवालय) ने किया। चुनाव में एस.पी. तिवारी को अध्यक्ष और संजय कुमार शुक्ल को महामंत्री के रूप में निर्विरोध चुना गया।

बधाई देने वालों की लंबी कतार रही, जिनमें प्राथमिक शिक्षक प्रशिक्षित स्नातक एसोसिएशन के जिला एवं मांडलिक मंत्री डॉ. प्रदीप कुमार वर्मा, इम्तियाज हुसैन, कौशल किशोर चौरसिया, राजेश कुमार, मोतीलाल, जनमेजय और समाजसेवी मुकेश सिंह शामिल थे।

कार्यक्रम का संचालन सतीश चंद्र श्रीवास्तव ने किया और अंत में सभी उपस्थित कर्मचारियों ने अपनी मांगों को पूरा कराने के लिए संघर्ष जारी रखने की शपथ ली।

निष्कर्षतः, इस अधिवेशन में राज्य कर्मचारियों की एकता को और मजबूत करने के साथ-साथ उनकी प्रमुख मांगों को लेकर एक बड़ा संदेश दिया गया। पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर संघर्ष तेज करने का ऐलान किया गया, जिससे आने वाले समय में सरकार पर दबाव बढ़ सकता है।

▶️हमारी खबरों से अपडेट रहें समाचार दर्पण24.कॉम आजमगढ़ के साथ बने रहें

Leave a comment