
आजमगढ़ दीक्षांत समारोह 2025 की तैयारियां अंतिम चरण में
जगदंबा उपाध्याय की रिपोर्ट
आजमगढ़ दीक्षांत समारोह 2025 की तैयारियां अब लगभग पूरी हो चुकी हैं। महाराजा सुहेलदेव विश्वविद्यालय, आजमगढ़ में 7 अक्टूबर 2025 को होने वाले इस द्वितीय दीक्षांत समारोह का आयोजन ऐतिहासिक होने जा रहा है। कुलपति प्रो. संजीव कुमार ने प्रेस वार्ता कर बताया कि इस बार कुल 61,456 छात्र-छात्राओं को डिग्री प्रदान की जाएगी। साथ ही 68 गोल्ड मेडल और 40 उपाधियां मेधावी विद्यार्थियों को दी जाएंगी।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल करेंगी पदक वितरण
आजमगढ़ दीक्षांत समारोह 2025 का मुख्य आकर्षण प्रदेश की राज्यपाल एवं कुलाधिपति श्रीमती आनंदीबेन पटेल होंगी। वे समारोह में मेधावी छात्र-छात्राओं को स्वर्ण पदक प्रदान करेंगी। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि स्वामी चिदानंद सरस्वती, अध्यक्ष परमार्थ निकेतन आश्रम, ऋषिकेश होंगे। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय और उच्च शिक्षा राज्य मंत्री रजनी तिवारी भी विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल होंगे।
68 गोल्ड मेडल और 40 उपाधि का वितरण
कुलपति प्रो. संजीव कुमार ने बताया कि आजमगढ़ दीक्षांत समारोह 2025 में कुल 68 गोल्ड मेडल दिए जाएंगे, जिसमें 17 छात्र और 51 छात्राएं शामिल हैं। वहीं, उपाधियों की संख्या 40 होगी, जिसमें 29 छात्र और 11 छात्राएं सम्मानित होंगी।
चांसलर मेडल – 14 छात्राएं और 3 छात्र।
वाइस चांसलर मेडल – 37 छात्राएं और 14 छात्र।
कुल 12 मेधावियों को डबल मेडल (चांसलर व वाइस चांसलर) दिया जाएगा।
मौसम खराब होने पर ‘प्लान बी’ तैयार
कुलपति ने बताया कि अगर मौसम प्रतिकूल रहा, तो आजमगढ़ दीक्षांत समारोह 2025 विश्वविद्यालय परिसर से हटाकर हरिऔध कला भवन में आयोजित किया जाएगा। इसके लिए विश्वविद्यालय प्रशासन और जिला प्रशासन ने संयुक्त रूप से निरीक्षण कर लिया है। हालांकि यह केवल आपात परिस्थिति में ही लागू होगा।
समारोह की रूपरेखा और कार्यक्रम
7 अक्टूबर की सुबह 10 बजे राज्यपाल आनंदीबेन पटेल का हेलीकॉप्टर से आजमगढ़ विश्वविद्यालय परिसर स्थित हेलीपैड पर आगमन होगा। इसके बाद शोभायात्रा के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ होगा।
कार्यक्रम में निम्न मुख्य चरण होंगे:
विश्वविद्यालय की छात्राओं द्वारा स्वागत गीत, कुलगीत और पर्यावरण गीत।
कुलपति प्रो. संजीव कुमार का स्वागत भाषण और विश्वविद्यालय की प्रगति रिपोर्ट।
डिजीलॉकर में उपाधियों और अंकपत्रों का अपलोड।
मेधावियों को स्वर्ण पदक वितरण।
विश्वविद्यालय द्वारा गोद लिए गए गाँव और आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चों को पुरस्कार वितरण।
राजभवन से प्राप्त पुस्तकों का विद्यालयों को भेंट।
कुलाधिपति का अध्यक्षीय संबोधन।
ड्रेस कोड और अनुशासनात्मक नियम
आजमगढ़ दीक्षांत समारोह 2025 के लिए छात्रों और शिक्षकों को विशेष निर्देश दिए गए हैं।
किसी भी परिस्थिति में काले रंग के कपड़े पहनकर परिसर में प्रवेश वर्जित होगा।
छात्राओं के लिए ड्रेस कोड – सफेद सलवार, सफेद दुपट्टा, हल्के रंग का कुर्ता या साड़ी।
छात्रों के लिए – सफेद या हल्के रंग की फुल स्लीव शर्ट और गाढ़े रंग की पैंट।
सभी पदक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को विशेष आई-कार्ड जारी किया जाएगा।
मीडिया और प्रशासन की भागीदारी
प्रेस वार्ता के दौरान कुलपति प्रो. संजीव कुमार ने मीडिया को दीक्षांत समारोह का “चौथा स्तंभ” बताते हुए उन्हें सम्मानपूर्वक आमंत्रित किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कई वरिष्ठ प्रोफेसर और अधिकारी उपस्थित रहे, जिनमें प्रो. सौम्य सेन गुप्ता, डॉ. जयप्रकाश यादव, अमृत रॉबिन बक्स, डॉ. नितेश, डॉ. भंवरलाल और डॉ. संजय यादव शामिल थे।
आजमगढ़ दीक्षांत समारोह 2025 का महत्व
यह समारोह सिर्फ डिग्रियों और पदकों का वितरण नहीं है, बल्कि यह विद्यार्थियों की मेहनत, सपनों और भविष्य की दिशा को साकार करने का प्रतीक है। आजमगढ़ दीक्षांत समारोह 2025 प्रदेश में शिक्षा की प्रगति और विश्वविद्यालय की बढ़ती साख का प्रमाण है। इस आयोजन से न केवल मेधावियों को सम्मान मिलेगा बल्कि विश्वविद्यालय और जनपद दोनों का गौरव भी बढ़ेगा।
आजमगढ़ दीक्षांत समारोह 2025 एक ऐतिहासिक अवसर बनने जा रहा है, जिसमें हजारों छात्र-छात्राओं को डिग्री मिलेगी और मेधावियों को राज्यपाल के हाथों स्वर्ण पदक प्रदान किए जाएंगे। विश्वविद्यालय प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है और प्रतिकूल मौसम को देखते हुए वैकल्पिक योजना भी तैयार की है। यह समारोह निश्चित ही शिक्षा जगत में एक नई ऊँचाई जोड़ने वाला होगा।
