राजस्थान के भरतपुर जिले के कामां नगर क्षेत्र में विकास के दावों और जमीनी हकीकत के बीच का फासला वार्ड नंबर 13 की सड़क पर साफ दिखाई देता है। बीते लगभग पांच वर्षों से यह सड़क पूरी तरह क्षतिग्रस्त है। गड्ढों, उखड़ी गिट्टियों और टूटे किनारों के बीच से गुजरना वार्डवासियों की रोजमर्रा की मजबूरी बन चुका है। स्थानीय लोगों का कहना है कि नगर के अन्य वार्डों में पुरानी सड़कों को तोड़कर नई सड़कों का निर्माण कराया गया, लेकिन वार्ड 13 की इस सड़क को योजनाबद्ध तरीके से नजरअंदाज कर दिया गया।
रोजमर्रा की आवाजाही बनी जोखिम भरी
वार्ड 13 की यह सड़क केवल एक मार्ग नहीं, बल्कि सैकड़ों परिवारों की दिनचर्या की धुरी है। बच्चे इसी रास्ते से स्कूल जाते हैं, बुजुर्ग दवा और रोजमर्रा की जरूरतों के लिए इसी सड़क पर निर्भर हैं और कामकाजी लोग प्रतिदिन इसी से गुजरते हैं। सड़क की हालत इतनी खराब हो चुकी है कि दोपहिया वाहन फिसलने और पैदल चलते समय संतुलन बिगड़ने की घटनाएं आम हो गई हैं। स्थानीय निवासियों के अनुसार, बीते वर्षों में कई बुजुर्ग और बच्चे गिरकर घायल हो चुके हैं, लेकिन इसके बावजूद स्थायी समाधान नहीं निकाला गया।
विकास का असमान वितरण, उठते सवाल
नगरपालिका क्षेत्र में जब अन्य वार्डों की सड़कों का पुनर्निर्माण हुआ, तब वार्ड 13 के निवासियों को भी उम्मीद थी कि उनकी समस्या का समाधान होगा। परंतु समय बीतता गया और यह सड़क जस की तस बनी रही। वार्डवासियों का आरोप है कि विकास कार्यों का चयन समानता और जरूरत के आधार पर नहीं किया गया। कई स्थानों पर अपेक्षाकृत ठीक सड़कों को तोड़कर नई सड़कें बना दी गईं, जबकि यहां वर्षों से जर्जर सड़क को छुआ तक नहीं गया।
स्थानीय प्रयास और निराशा
वार्ड के निवासियों ने अपनी समस्या को लेकर कई स्तरों पर आवाज उठाई। पार्षदों से लेकर नगर के अधिकारियों तक, अनेक बार मौखिक और लिखित शिकायतें दी गईं। कुछ समय के लिए आश्वासन जरूर मिले, लेकिन जमीनी कार्रवाई नहीं हुई। स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ताओं का कहना है कि उन्होंने सामूहिक हस्ताक्षर अभियान चलाकर भी प्रशासन का ध्यान आकर्षित करने का प्रयास किया, परंतु हर बार मामला फाइलों में ही दबकर रह गया।
ज्ञापन सौंपकर की गई औपचारिक मांग
हाल ही में वार्डवासियों ने एकजुट होकर नगरपालिका के अधिशासी अधिकारी को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में सड़क की जर्जर स्थिति, उससे होने वाली दुर्घटनाओं और नागरिकों को हो रही परेशानियों का विस्तार से उल्लेख किया गया। साथ ही यह भी मांग की गई कि सड़क का जल्द से जल्द पुनर्निर्माण कराया जाए, ताकि वार्ड के निवासियों को राहत मिल सके और भविष्य में किसी बड़ी दुर्घटना से बचा जा सके।
सुरक्षा और स्वास्थ्य से जुड़ा मामला
यह मुद्दा केवल विकास कार्य का नहीं, बल्कि सीधे तौर पर नागरिकों की सुरक्षा और स्वास्थ्य से जुड़ा हुआ है। खराब सड़क के कारण एंबुलेंस और अन्य आपात सेवाओं को भी यहां पहुंचने में कठिनाई होती है। बारिश के मौसम में गड्ढों में पानी भर जाने से स्थिति और भी भयावह हो जाती है। स्थानीय चिकित्सकों का कहना है कि गिरने से होने वाली चोटें, खासकर बुजुर्गों में, लंबे इलाज का कारण बन सकती हैं।
प्रशासन से उम्मीद और आगे की राह
वार्डवासियों को अब भी उम्मीद है कि प्रशासन उनकी आवाज सुनेगा। ज्ञापन सौंपने के बाद नगर प्रशासन की ओर से जांच और आवश्यक कार्रवाई का भरोसा दिलाया गया है। यदि समय रहते सड़क का निर्माण कराया गया तो यह न केवल वार्ड 13 के लिए राहत का कारण बनेगा, बल्कि नगर में विकास के समान अवसर की मिसाल भी बनेगा।
कामां नगर के नागरिकों का मानना है कि विकास तभी सार्थक है, जब उसका लाभ हर वार्ड और हर नागरिक तक पहुंचे। वार्ड 13 की यह सड़क प्रशासन के लिए एक कसौटी है, जिस पर खरा उतरकर ही नगर के विकास दावों को मजबूती मिल सकती है।






