राजस्थान के भरतपुर शहर की सुबह बुधवार को कुछ अलग ही रंग में डूबी हुई थी। गलियों में उत्साह था, चौक–चौराहों पर चर्चा थी और हर जुबान पर एक ही नाम—कार्तिक शर्मा। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के मिनी ऑक्शन में भरतपुर के इस युवा क्रिकेटर को
Chennai Super Kings ने
14.20 करोड़ रुपये की बड़ी बोली लगाकर अपनी टीम में शामिल किया है।
यह सौदा सिर्फ पैसों का नहीं था, बल्कि उस संघर्ष का सम्मान था जो वर्षों तक अभाव, असफलताओं और उम्मीदों के बीच पनपता रहा।
इस डील के साथ कार्तिक को भारतीय क्रिकेट के सबसे शांत लेकिन सबसे प्रभावशाली कप्तानों में से एक
Mahendra Singh Dhoni के साथ खेलने का अवसर भी मिलेगा। यह किसी भी युवा खिलाड़ी के लिए सपने के सच होने जैसा क्षण है।
🎉 घर वापसी बनी उत्सव, आतिशबाजी से गूंजा भरतपुर
आईपीएल ऑक्शन के अगले ही दिन जब कार्तिक शर्मा पहली बार अपने घर लौटे, तो भरतपुर ने अपने बेटे का खुले दिल से स्वागत किया। मंगलवार शाम से ही शहर में आतिशबाजी का दौर शुरू हो गया था।
बुधवार सुबह जैसे ही कार्तिक अपने पिता मनोज शर्मा और मां राधा शर्मा के साथ शहर पहुंचे, लोगों ने फूल-मालाओं, नारों और तालियों से उनका अभिनंदन किया।
अग्रवाल भवन में भरतपुर जिला क्रिकेट एसोसिएशन की ओर से सम्मान समारोह आयोजित किया गया, जिसमें स्थानीय खिलाड़ी, कोच, खेलप्रेमी और आम नागरिक बड़ी संख्या में मौजूद रहे। हर कोई उस लड़के को देखना चाहता था, जिसने भरतपुर का नाम करोड़ों की बोली के साथ राष्ट्रीय मंच पर रोशन कर दिया।
🏏 करोड़ों की बोली से पहले बेहद सादा जीवन
आज 14.20 करोड़ रुपये में बिकने वाले कार्तिक शर्मा का अतीत चमक-दमक से बहुत दूर रहा है। यह वही खिलाड़ी है जिसने अपने संघर्ष के दिनों में पिता के साथ रैन बसेरा में रातें गुजारी हैं।
पिता मनोज शर्मा बताते हैं कि ग्वालियर में एक क्रिकेट टूर्नामेंट के दौरान हालात इतने खराब हो गए थे कि होटल में रुकने और खाना खाने तक के पैसे नहीं बचे थे।
टीम उम्मीद से बेहतर खेलती हुई फाइनल तक पहुंच गई, लेकिन जेब खाली हो चुकी थी। मजबूरी में पिता–पुत्र दोनों ने रैन बसेरा में शरण ली। एक रात तो ऐसी भी आई जब दोनों को भूखे सोना पड़ा।
फाइनल जीतने के बाद मिले पुरस्कार से ही वे किसी तरह वापस घर लौट सके।
👨👩👦 पिता–मां का त्याग: दुकान, जमीन और गहनों की कुर्बानी
कार्तिक की सफलता की नींव उनके माता–पिता के असाधारण त्याग पर टिकी है। पिता मनोज शर्मा प्राइवेट ट्यूशन पढ़ाते थे, लेकिन आमदनी बेहद सीमित थी। बेटे के क्रिकेट सपने को जिंदा रखने के लिए उन्होंने अपनी दुकान तक बेच दी।
इसके बाद कोल्ड ड्रिंक और पानी की बोतलों की सप्लाई का काम शुरू किया।
मां राधा शर्मा नगर निगम में कार्यरत हैं। बेटे के भविष्य के लिए उन्होंने भी कोई कसर नहीं छोड़ी। बहनेरा गांव में स्थित प्लॉट और खेत बेचे गए, यहां तक कि राधा शर्मा ने अपने गहने भी बेच दिए।
यह सिर्फ आर्थिक संघर्ष नहीं था, बल्कि एक परिवार की सामूहिक तपस्या थी।
⚡ बचपन में ही दिख गया था क्रिकेट का बीज
मनोज शर्मा बताते हैं कि जब कार्तिक ढाई साल का था, तब उसने घर में रखे बैट से गेंद मारी और दीवार पर टंगी दो तस्वीरें टूट गईं।
उस पल से उन्हें यकीन हो गया कि इस बच्चे के हाथ में कुछ खास है।
इसके बाद रोजाना अभ्यास शुरू हुआ। पिता ने बॉलिंग मशीन खरीदी, करीब 500 गेंदें जमा कीं और रोज 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद डालकर बेटे को बड़े शॉट खेलने की प्रैक्टिस करवाई।
कार्तिक खुद भी अपनी क्रिकेट किट और खर्च निकालने के लिए ट्यूशन पढ़ाने लगा।
📉 चार साल तक चयन नहीं, फिर भी नहीं छोड़ा खेल
कार्तिक ने अंडर-14 और अंडर-16 स्तर पर खेला, लेकिन इसके बाद लगातार चार साल तक किसी भी बड़ी टीम में चयन नहीं हुआ। यह दौर मानसिक रूप से सबसे कठिन था।
इसके बावजूद कार्तिक ने क्रिकेट छोड़ने का विचार तक नहीं किया।
लगातार मेहनत का फल तब मिला जब उनका चयन अंडर-19 में हुआ। राजस्थान अंडर-19 टीम की कप्तानी, रणजी ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन और घरेलू क्रिकेट में निरंतरता ने उन्हें आईपीएल के मंच तक पहुंचा दिया।
👕 अब सीएसके की जर्सी, देश की नजरें कार्तिक पर
कार्तिक शर्मा को एक आक्रामक बल्लेबाज और टी-20 फॉर्मेट का विशेषज्ञ माना जाता है। प्रैक्टिस के दौरान मशीन पर लगातार अभ्यास करना और हर गेंद पर बड़ा शॉट खेलने की मानसिकता उनकी पहचान है।
अब वे Indian Premier League में चेन्नई सुपर किंग्स की जर्सी पहनकर मैदान पर उतरेंगे।
खुद कार्तिक कहते हैं—“मेरे चयन से घर में खुशी का माहौल है। मेरी कोशिश है कि जल्द ही परिवार की आर्थिक स्थिति मजबूत कर सकूं। यह सिर्फ मेरी नहीं, पूरे भरतपुर की जीत है।”
❓ सवाल–जवाब (FAQs)
कार्तिक शर्मा को आईपीएल में कितने रुपये में खरीदा गया?
आईपीएल मिनी ऑक्शन में चेन्नई सुपर किंग्स ने कार्तिक शर्मा को 14.20 करोड़ रुपये में खरीदा है।
कार्तिक शर्मा किस शहर से हैं?
कार्तिक शर्मा राजस्थान के भरतपुर शहर के रहने वाले हैं।
कार्तिक शर्मा किस तरह के खिलाड़ी हैं?
कार्तिक एक आक्रामक बल्लेबाज हैं और टी-20 फॉर्मेट के विशेषज्ञ खिलाड़ी माने जाते हैं।
कार्तिक शर्मा के माता–पिता क्या करते हैं?
उनके पिता मनोज शर्मा प्राइवेट ट्यूशन पढ़ाते हैं, जबकि मां राधा शर्मा नगर निगम में कार्यरत हैं।
कार्तिक शर्मा युवाओं के लिए प्रेरणा क्यों हैं?
गरीबी, भूख, रैन बसेरा में बिताई रातों और लगातार असफलताओं के बावजूद हार न मानकर आईपीएल तक पहुंचना उन्हें युवाओं के लिए बड़ी प्रेरणा बनाता है।






