📝 कमलेश कुमार चौधरी की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश के कानपुर से गिरफ्तार महाठग रवींद्रनाथ सोनी की असलियत अब परत-दर-परत सामने आ रही है।
पुलिस कस्टडी में खुद को दिवालिया और कंगाल बताने वाला यह आरोपी दरअसल करोड़ों रुपये की संपत्ति,
देश-विदेश में फैले बैंक खातों और अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क का मालिक निकला है।
कानपुर कमिश्नरेट पुलिस की अब तक की जांच में
करीब 22 करोड़ रुपये की चल-अचल संपत्ति, महंगे अपार्टमेंट और विदेशी खातों का खुलासा हुआ है।
पुलिस अब इस पूरे साम्राज्य को जब्त करने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही है।
कंगाली का दावा और करोड़ों की हकीकत
पूछताछ के दौरान रवींद्रनाथ सोनी ने पुलिस को यह कहकर गुमराह करने की कोशिश की कि वह पूरी तरह कंगाल हो चुका है।
लेकिन जब बैंक खातों, रियल एस्टेट दस्तावेजों और डिजिटल ट्रांजैक्शन की जांच की गई,
तो सामने आया कि उसने ठगी से कमाए गए धन को संपत्तियों में निवेश कर छुपा रखा था।
दिल्ली और गुरुग्राम में रियल एस्टेट का जाल
पुलिस जांच में सामने आया है कि दिल्ली के ओमैक्स करोलबाग में रवींद्रनाथ के नाम
छह करोड़ रुपये कीमत के दो आलीशान फ्लैट दर्ज हैं।
इसके अलावा चांदनी चौक स्थित ओमैक्स प्रोजेक्ट में
65 लाख रुपये की एक वर्चुअल शॉप भी उसके कब्जे में है।
गुरुग्राम में भी उसकी जड़ें गहरी हैं। यहां तीन करोड़ रुपये का एक फ्लैट,
एम3एम प्रोजेक्ट में ढाई करोड़ का अपार्टमेंट और
हाइट लाइन डेवलपर्स में एक करोड़ रुपये का आवासीय निवेश सामने आया है।
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दुबई कनेक्शन: दिरहमों में जमा काला धन
जांच के दौरान रवींद्रनाथ का दुबई कनेक्शन भी सामने आया।
दुबई के पॉश इलाके में स्थित इमार ज़बील अपार्टमेंट में
उसका एक फ्लैट मिला है, जिसकी कीमत लगभग सात करोड़ रुपये आंकी गई है।
इसके अलावा दुबई के एक बैंक खाते में 7.5 लाख दिरहम जमा पाए गए हैं।
यूएई की स्क्वायर यार्ड कंपनी में 70 हजार दिरहम के बॉन्ड
और एक अन्य बैंक खाते में 1.43 लाख दिरहम की राशि भी जांच में सामने आई है।
पुलिस को रवींद्रनाथ के कई साथियों की तस्वीरें भी मिली हैं।
इनमें उसका करीबी गुरमीत, सोने के बिस्किट के साथ नजर आ रहा सूरज जुमानी
और लाखों डॉलर की गड्डियों के साथ दिख रहा शाश्वत शामिल हैं।
इसके अलावा एक वीडियो भी सामने आया है,
जिसमें मशहूर रेसलर द ग्रेट खली
दिखाई दे रहे हैं। पुलिस इस वीडियो की भूमिका और संदर्भ की भी जांच कर रही है।
देहरादून का खाली घर और गायब दस्तावेज
पुलिस आयुक्त रघुबीर लाल के अनुसार,
जब पुलिस टीम आरोपी को लेकर देहरादून स्थित उसके घर पहुंची,
तो वहां सामान बिखरा हुआ मिला और महत्वपूर्ण दस्तावेज गायब थे।
फिलहाल मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित की गई है,
जो संपत्तियों की जब्ती और नेटवर्क के अन्य सदस्यों की भूमिका की गहन जांच कर रही है।
❓ अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
रवींद्रनाथ सोनी पर मुख्य आरोप क्या हैं?
उस पर बड़े पैमाने पर ठगी, मनी लॉन्ड्रिंग और अवैध संपत्ति अर्जन के आरोप हैं।
कितनी संपत्ति का खुलासा हुआ है?
अब तक करीब 22 करोड़ रुपये की संपत्ति और विदेशी खातों की जानकारी मिली है।






