कफ सिरप के अवैध कारोबार में ‘शैली ट्रेडर्स’ के शुभम जायसवाल की गिरफ्तारी पर उलझन गहराई — पुलिस का फोकस गलत दिशा में?

📌 कमलेश कुमार चौधरी की रिपोर्ट
IMG_COM_202512190117579550
previous arrow
next arrow

कफ सिरप के अवैध कारोबार और शैली ट्रेडर्स के कर्ताधर्ता शुभम जायसवाल की गिरफ्तारी को लेकर कमिश्नरेट पुलिस की सक्रियता तेजी से बढ़ी है, लेकिन जांच की दिशा को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं। जांच एजेंसियों की रणनीति पर लगातार चर्चाएं हो रही हैं क्योंकि पुलिस दुबई में शुभम के मौजूद होने की अफवाह के आधार पर आगे बढ़ रही है, जबकि विभागीय सूत्रों के अनुसार वह पिछले 10 दिनों से नई दिल्ली में छिपा हुआ है और जल्द ही कोर्ट में सरेंडर करने की तैयारी कर रहा है।

दुबई की अफवाह से पुलिस को भ्रम, जबकि शुभम दिल्ली में — सूत्र

गिरफ्तारी के दबाव में आए आरोपी शुभम जायसवाल ने शुक्रवार को सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा किया जिसमें वह ब्लैक हुडी पहने हुए दिखाई दिया। पुलिस का मानना है कि यदि शुभम वास्तव में दुबई में होता, तो कमरे के अंदर इतनी ठंड नहीं होती कि उसे हुडी पहनने की जरूरत पड़े। ये संकेत स्थानीय मौसम की ओर इशारा करते हैं, और सूत्रों का दावा है कि शुभम दिल्ली के एक पुराने परिचित के ठिकाने पर छिपा हुआ है

इसे भी पढें  भारत में दीपावली 2025: उत्सव, परंपरा और नए बदलावों की राज्यवार झलक

विश्वसनीय जानकारों के अनुसार वह नई दिल्ली → चंडीगढ़ → हिमाचल के बीच आवाजाही कर चुका है और दिल्ली के एक हाई-प्रोफाइल वकील के संपर्क में है। माना जा रहा है कि 4–5 दिनों के भीतर शुभम कोर्ट में सरेंडर कर सकता है, और इसके लिए लखनऊ या फिर प्रयागराज कोर्ट का चयन संभव है।

पूर्वांचल के बड़े नेता से संपर्क, सोशल मीडिया पर भी सक्रिय

सूत्र बताते हैं कि शुभम जायसवाल पूर्वांचल के एक बड़े राजनीतिक नेता के संपर्क में है और गिरफ्तारी से पहले माहौल अपने पक्ष में बनाने की कोशिश कर रहा है। इसके साथ ही शुभम Facebook और Instagram पर सक्रिय है। वह पोस्ट और वीडियो साझा कर रहा है। हालांकि, यह खुद शुभम कर रहा है या उसके सहयोगी — इसका पता लगाने के लिए कमिश्नरेट की सोशल मीडिया एवं साइबर सेल की टीम जांच कर रही है।

शुभम के नए वीडियो वायरल होने के बाद उसके राजदारों और कुछ प्रशासनिक अधिकारियों में भी बेचैनी देखी जा रही है। चर्चा यह भी है कि सरेंडर के बाद शुभम किन लोगों के नाम उजागर कर सकता है और किसकी मुश्किलें बढ़ सकती हैं।

रोहनिया गोदाम मालिक और सिंह मेडिकोज की गिरफ्तारी नहीं — पुलिस की बड़ी विफलता?

घोटाले का खुलासा 19 नवंबर को तब हुआ जब रोहनिया स्थित गोदाम से पुलिस ने लगभग दो करोड़ रुपये मूल्य की कफ सिरप फेंसाडिल जब्त की। मौके से सिर्फ केयर टेकर आज़ाद जायसवाल की गिरफ्तारी हुई, जबकि मुख्य गोदाम मालिक महेश कुमार अब भी फरार है। यही नहीं, खेप को भेजे जाने वाले चंदौली के सिंह मेडिकोज के मालिक की गिरफ्तारी भी अब तक नहीं हुई है।

इसे भी पढें  🔥 “ऐसी ड्रग तस्करी पहली बार देखी!”  SIT की रिपोर्ट ने देशभर में मचाई हलचल

गोदाम से पुलिस को 18,600 शीशी एक्सपायरी डेट की बरामद मिली, और ड्रग इंस्पेक्टर जुनाब अली की ओर से कुल 40 फर्मों पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई। एनडीपीएस, धोखाधड़ी और अन्य गंभीर धाराएं भी जोड़ी गईं, लेकिन इसके बावजूद अब तक किसी फर्म पर ठोस एक्शन नहीं लिया गया।

प्रभावशाली लोगों के फोन, दबाव में पुलिस?

दवा कारोबारियों पर कार्रवाई के दौरान खोजवां, सप्तसागर, लंका और मैदागिन क्षेत्रों के कई व्यवसायियों को हिरासत में लेकर पूछताछ हुई, लेकिन संबंधित थानों पर प्रभावशाली लोगों के फोन आने के बाद उन्हें “न्यायोचित जांच” के नाम पर छोड़ दिया गया। ऐसे में यह सवाल उठने लगा है कि क्या पुलिस पूरी स्वतंत्रता के साथ कार्रवाई कर पा रही है?

ईडी ने वाराणसी में डाला डेरा — मनी लॉन्ड्रिंग की जांच तेज

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शुभम जायसवाल के खिलाफ धनशोधन का केस दर्ज करने के बाद वाराणसी में विशेष टीम तैनात कर दी है। ईडी की टीम शुभम के निवेश, संपत्तियों और पार्टनरशिप की जानकारी निकाल रही है। चर्चा है कि शुभम ने महमूरगंज में 40 करोड़ रुपये की जमीन खरीदने की कोशिश की थी, लेकिन जांच में पता चला कि जमीन किसी अन्य नाम पर है।

इसे भी पढें  हमीरपुर: एंबुलेंस या बुल 'एंस' — जब संसाधन मैदान में फँस गए

फ्लैट, होटल, कॉम्प्लेक्स और जमीन में उसके द्वारा किए गए निवेश और संदिग्ध आर्थिक लेनदेन की छानबीन लगातार जारी है।

इस पूरे मामले ने कानून व्यवस्था और दवा कारोबारी नेटवर्क की भूमिका पर गंभीर प्रश्न खड़े कर दिए हैं। पुलिस की रणनीति, प्रभावशाली लोगों का हस्तक्षेप, जांच की धीमी गति और सरेंडर से पहले शुभम की गतिविधियों ने इस केस को और अधिक पेचीदा बना दिया है। अब सबकी निगाहें इस पर टिकी हैं कि आगामी दिनों में शुभम जायसवाल का अगला कदम क्या होगा — सरेंडर, पलटवार या कोई नया खुलासा?


📌 क्लिक करके सवाल–जवाब पढ़ें

शुभम जायसवाल कहां छिपा है?

विभागीय सूत्रों के अनुसार वह पिछले 10 दिनों से नई दिल्ली में है और बड़ी कानूनी टीम के संपर्क में है।

क्या शुभम दुबई में है?

दुबई में होने की अफवाह पुलिस को भ्रमित करने के लिए फैलायी गई प्रतीत होती है।

शुभम कब और कहां सरेंडर कर सकता है?

सूत्रों के अनुसार वह 4–5 दिनों में लखनऊ या प्रयागराज कोर्ट में आत्मसमर्पण कर सकता है।

ईडी की जांच किस दिशा में बढ़ रही है?

ईडी शुभम के निवेश, अचल संपत्तियों और कथित धनशोधन नेटवर्क की जांच कर रही है।

पुलिस की जांच धीमी क्यों मानी जा रही है?

प्रभावशाली लोगों के फोन और राजनीतिक हस्तक्षेप से कार्रवाई को कमजोर पड़ने के आरोप लग रहे हैं।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Language »
Scroll to Top