टैक्स बचत के साथ आकर्षक ग्रोथ के लिए ELSS को अपने पोर्टफोलियो में शामिल करें

हीरा मोटवानी की रिपोर्ट
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रायगढ़। आज के समय में पैसा कमाना जितना कठिन है, उसे सही तरीके से बचाना और बढ़ाना उससे कहीं ज्यादा चुनौतीपूर्ण हो गया है। यदि व्यक्ति अपने निवेश की योजना विवेकपूर्ण ढंग से नहीं बनाता, तो महंगाई की रफ्तार उसकी पूंजी को पीछे छोड़ देती है और लंबे समय के बाद भी बचत का असली मूल्य घट जाता है। इसलिए स्मार्ट निवेश की सोच अब आवश्यकता बन चुकी है। निवेश विशेषज्ञ भी लगातार सलाह दे रहे हैं कि सिर्फ पैसा बचाना काफी नहीं, बल्कि उस पैसे को ऐसी जगह लगाना जरूरी है जहाँ वह टैक्स बचाने के साथ बेहतर रिटर्न भी उपलब्ध करा सके। इसी क्रम में नगर के जाने-माने निवेश सलाहकार जवाहर मोटवानी का कहना है कि वर्तमान आर्थिक मंदी और उतार-चढ़ाव के बावजूद ELSS (Equity Linked Savings Scheme) निवेशकों के लिए बेहतरीन विकल्प के रूप में उभर कर सामने आया है।

ELSS फंड म्युचुअल फंड की एक विशेष श्रेणी है, जो आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत निवेशकों को पुरानी कर प्रणाली में डेढ़ लाख रुपए तक की टैक्स छूट प्रदान करती है। विशेषज्ञों के अनुसार ELSS की एक और महत्वपूर्ण विशेषता यह है कि इसमें केवल तीन वर्ष का लॉक-इन पीरियड होता है, जो टैक्स सेविंग की अन्य योजनाओं की तुलना में कहीं कम है। इसी अवधि के दौरान फंड मैनेजरों को निवेश की योजना को उचित समय पर बदलने, वैल्यू पिकिंग करने और बेहतर रिटर्न सुनिश्चित करने का अवसर मिलता है। इसलिए ELSS लंबे समय में पूंजी वृद्धि के लिहाज से भी एक आकर्षक निवेश विकल्प माना जाता है।

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कौन-कौन से फंड दे रहे हैं शानदार प्रदर्शन?

निवेश विशेषज्ञ जवाहर मोटवानी बताते हैं कि मंदी के दौर में भी तीन प्रमुख ELSS फंड अपनी मजबूती बनाए हुए हैं और बीते वर्षों में निवेशकों को बेहतरीन रिटर्न दे चुके हैं —

1️⃣ स्टेट बैंक टैक्स सेवर फंड

1993 में स्थापित भारत का सबसे पुराना और भरोसेमंद टैक्स सेवर फंड। इसमें लगभग 300 अरब रुपए का निवेश प्रबंधन हो रहा है। यह स्कीम अपने निवेश का 59% लार्ज कैप, 22% मिड कैप और 12% स्मॉल कैप कंपनियों में निवेश करती है। बैंकिंग, ऑटोमोबाइल और आईटी सेक्टर इसकी रीढ़ हैं। इस फंड ने पिछले 3 से 5 वर्षों में औसतन 25 से 27% तक का सालाना रिटर्न प्रदान किया है, जो इसे निवेशकों की पहली पसंद बनाता है।

2️⃣ एचडीएफसी टैक्स सेवर फंड

1996 में शुरू हुआ यह फंड वर्तमान में लगभग 165 अरब रुपए का प्रबंधन कर रहा है। इसकी निवेश संरचना 79% लार्ज कैप शेयरों में आधारित है जिसमें मुख्य रूप से बैंकिंग, ऑटोमोबाइल और हेल्थकेयर सेक्टर योगदान देते हैं। इस फंड ने पिछले 3 से 5 वर्षों में 23 से 25% तक के सालाना रिटर्न प्रदान किए हैं, जो इसकी स्थिरता और प्रदर्शन की पुष्टि करते हैं।

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3️⃣ डीएसपी टैक्स सेवर फंड

2007 में पेश किया गया डीएसपी टैक्स सेवर फंड भी लगभग 165 अरब रुपए का कॉर्पस मैनेज कर रहा है। यह 68% लार्ज कैप, 16% मिड कैप और 14% स्मॉल कैप शेयरों में निवेश करता है। बैंकिंग, हेल्थकेयर और आईटी सेक्टर इस फंड के मुख्य स्तंभ हैं। इसने पिछले 3 से 5 वर्षों में 20 से 24% तक के रिटर्न प्रदान करके निरंतरता की मिसाल कायम की है।

ELSS को क्यों मानें सबसे बेहतर विकल्प?

  • टैक्स बचत के साथ आकर्षक पूंजी वृद्धि
  • सिर्फ 3 वर्ष का लॉक-इन — बाकी टैक्स सेविंग योजनाओं से काफी कम
  • फंड मैनेजरों को रिटर्न बढ़ाने की रणनीति बदलने का पर्याप्त समय मिलता है
  • इक्विटी मार्केट में निवेश होने के कारण लंबी अवधि में नुकसान की संभावनाएँ बेहद कम
  • NPS, PPF या FD की तुलना में अपेक्षाकृत अधिक रिटर्न

जवाहर मोटवानी के अनुसार नौकरीपेशा व्यक्तियों के लिए आगामी एक माह बेहद निर्णायक है क्योंकि उन्हें पुरानी या नई कर प्रणाली में से एक को चुनना है। यदि कोई व्यक्ति पुरानी टैक्स प्रणाली का विकल्प चुनता है तो ELSS उसके लिए न केवल टैक्स बचत का माध्यम बनता है, बल्कि भविष्य के लिए पूंजी निर्माण का साधन भी। उन्होंने कहा कि निवेश सलाहकार की मार्गदर्शन में समय पर और सही फंड का चयन करने से निवेशक अपने वित्तीय लक्ष्यों को निश्चित रूप से प्राप्त कर सकते हैं।

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ELSS में निवेश करने का सबसे उपयुक्त समय कौन-सा है?

ELSS दीर्घकालिक निवेश के लिए होता है, इसलिए किसी भी समय निवेश शुरू करना उचित है। जितनी जल्दी शुरू करेंगे उतना बेहतर रिटर्न की संभावना बढ़ती है।

क्या ELSS स्विच या रिडीम किया जा सकता है?

हर निवेश पर 3 वर्ष का लॉक-इन लागू होता है। लॉक-इन पूर्ण होने पर निवेशक स्विच या रिडेम्प्शन कर सकते हैं।

क्या SIP के माध्यम से भी टैक्स छूट मिलती है?

हाँ, ELSS में SIP के माध्यम से किया गया हर किस्त निवेश धारा 80C के अंतर्गत टैक्स छूट के लिए पात्र होता है।

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