एमसीडी उपचुनाव से ठीक पहले AAP को बड़ा झटका, कद्दावर नेता राजेश गुप्ता BJP में शामिल, प्रेस कॉन्फ्रेंस में फूट-फूटकर रो पड़े

विनीता साहू की रिपोर्ट

दिल्ली में नगर निगम उपचुनाव से ठीक पहले आम आदमी पार्टी (AAP) को बड़ा राजनीतिक झटका लगा है। पार्टी के वरिष्ठ नेता, दिल्ली उपाध्यक्ष, राष्ट्रीय प्रवक्ता और कर्नाटक प्रभारी रहे राजेश गुप्ता ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) का दामन थाम लिया। बीजेपी मुख्यालय में उनका स्वागत किए जाने के बाद दिल्ली की राजनीति में हलचल बढ़ गई है।

राजेश गुप्ता लंबे समय से AAP के सबसे सक्रिय और जमीनी नेताओं में गिने जाते हैं। मीडिया बहसों से लेकर चुनावी रणनीति तक, वे पार्टी का मजबूत चेहरा रहे हैं। उनका बीजेपी में जाना न सिर्फ सियासी झटका है, बल्कि यह संकेत भी कि AAP के अंदर असंतोष गहराता जा रहा है।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में भावुक होकर रो पड़े — बोले मेरी 10 साल की मेहनत भुला दी गई

बीजेपी में शामिल होने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान राजेश गुप्ता अपने दर्द को छिपा नहीं सके और फूट-फूटकर रो पड़े। उन्होंने कहा कि पार्टी में उनकी 10 साल की मेहनत को भुला दिया गया और नेतृत्व ने उनसे दूरी बना ली।

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उन्होंने कहा — “अरविंद केजरीवाल मेरा फोन नहीं उठाते। प्रदेश अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज भी बात नहीं करते। पार्टी अपनी मूल विचारधारा से भटक चुकी है और भ्रष्टाचार में डूब चुकी है।”

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https://x.com/BJP4Delhi/status/1994640955065209304

अब राष्ट्रवाद और विकास की राजनीति करूंगा — गुप्ता

बीजेपी में शामिल होने के बाद गुप्ता ने कहा कि वे अब राष्ट्रवाद और विकास की राह पर चलेंगे। उन्होंने बीजेपी नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि यह पार्टी हर कार्यकर्ता को सम्मान देती है और देशहित को प्राथमिकता में रखती है।

उन्होंने भरोसा जताया कि वे बीजेपी के साथ मिलकर दिल्ली के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देंगे और एमसीडी उपचुनाव में पार्टी को मजबूत बढ़त दिलाने की कोशिश करेंगे।

BJP बोली — “AAP की आपदा हमारी ताकत बनेगी”

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि AAP अब टूटने की स्थिति में है। उन्होंने तंज करते हुए कहा कि “जो लोग कभी ईमानदार राजनीति के ब्रांड एंबेसडर बने घूमते थे, आज उन्हीं की पार्टी के नेता भ्रष्टाचार और उपेक्षा से तंग आकर बाहर आ रहे हैं। AAP की आपदा अब बीजेपी की ताकत बनेगी।”

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सचदेवा के अनुसार राजेश गुप्ता का बीजेपी में शामिल होना उपचुनाव में संगठन को नई ऊर्जा देने वाला कदम है।

एमसीडी उपचुनाव पर पड़ेगा असर — विश्लेषक

राजनीतिक विशेषज्ञों के अनुसार, उपचुनाव से पहले AAP के बड़े चेहरे का पार्टी छोड़ना चुनावी माहौल को प्रभावित कर सकता है। बीजेपी इसे विकास और स्थिर नेतृत्व का संदेश मजबूत करने के अवसर के रूप में उपयोग कर रही है।

दिल्ली की राजनीति में नए समीकरण बनने के संकेत

दिल्ली की राजनीति इस समय निर्णायक दौर से गुजर रही है। AAP सत्ता बचाने की कोशिश कर रही है जबकि BJP नए चेहरों और नए समीकरणों के साथ ज़मीन मजबूत कर रही है। देखना यह होगा कि आने वाले समय में यह दलबदल किस रूप में राजनीतिक परिणाम देता है।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ)

राजेश गुप्ता AAP में किस पद पर थे?

वे दिल्ली उपाध्यक्ष, राष्ट्रीय प्रवक्ता और कर्नाटक प्रभारी रहे।

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उन्होंने AAP छोड़ने का कारण क्या बताया?

उनका कहना है कि नेतृत्व ने उनकी 10 साल की मेहनत को भुला दिया और पार्टी भ्रष्टाचार की ओर बढ़ गई।

BJP में शामिल होने के बाद उनका एजेंडा क्या है?

राष्ट्रवाद और विकास के एजेंडे के साथ संगठन को मजबूत करना।

क्या इससे एमसीडी उपचुनाव प्रभावित होगा?

विशेषज्ञों का मानना है कि इससे BJP को मनोवैज्ञानिक बढ़त मिल सकती है और AAP को नुकसान।

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