उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिसने पूरे क्षेत्र में चर्चा का माहौल बना दिया है। परशुरामपुर थाना क्षेत्र के एक गांव में गोंडा निवासी मुस्लिम युवक साजिद अपने परिजनों के साथ दलित लड़की से शादी करने बारात लेकर पहुंच गया। हरिजन बस्ती में मुस्लिम बारात पहुंचने की खबर फैलते ही गांव में हड़कंप मच गया और लोगों को पहले यह भ्रम हुआ कि बारात गलती से गलत जगह पहुंच गई है। लेकिन जब पूरा मामला सामने आया तो लोग दंग रह गए।
कैसे शुरू हुई दोनों की प्रेम कहानी?
सूत्रों के अनुसार, करीब एक वर्ष पहले दलित लड़की गोंडा जिले में अपने रिश्तेदारों के घर आयोजित एक मांगलिक कार्यक्रम में शामिल होने गई थी। वहीं उसकी मुलाकात साजिद से हुई। बातचीत शुरू हुई, फिर दोस्ती और धीरे-धीरे दोनों के बीच प्रेम संबंध विकसित हो गया। कुछ महीनों बाद साजिद ने लड़की से शादी का प्रस्ताव रखा, जिसके बाद उसने अपने परिवार से बात की।
लड़की के पिता, जो मजदूरी करके परिवार का पालन करते हैं, ने बेटी की खुशी में अपनी सहमति दे दी। परिवारों के बीच बातचीत के बाद शादी की तारीख तय कर दी गई और गोंडा से बारात बस्ती जिले के गांव पहुंच गई।
गांव में बढ़ा तनाव, हिंदू संगठनों ने लगाया ‘लव जिहाद’ का आरोप
जैसे ही बारात गांव पहुंची और मुस्लिम बारातियों को हरिजन बस्ती में उतरा देखा गया, लोगों के बीच हलचल बढ़ गई। कुछ ग्रामीणों ने इसकी सूचना स्थानीय हिंदू संगठनों को दे दी। संगठन के कार्यकर्ता तत्काल मौके पर पहुंचे और इसे ‘लव जिहाद’ का मामला बताते हुए शादी का विरोध शुरू कर दिया।
बढ़ते विवाद की सूचना पुलिस तक पहुंची। स्थिति तनावपूर्ण होती देख तुरंत पुलिस बल मौके पर पहुंचा और दूल्हे साजिद सहित करीब आधा दर्जन बारातियों को हिरासत में लेकर थाने ले आया। गांव में किसी तरह की अवांछित घटना न हो इसके लिए अतिरिक्त पुलिस बल भी तैनात कर दिया गया।
पुलिस का बयान: “दोनों बालिग हैं, तहरीर नहीं मिली है”
थानाध्यक्ष भानु प्रताप सिंह ने बताया कि अभी तक किसी भी पक्ष की ओर से कोई तहरीर नहीं मिली है। जांच में सामने आया है कि लड़का और लड़की दोनों बालिग हैं। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की बारीकी से जांच कर रही है।
वहीं, बस्ती के पुलिस अधीक्षक (एसपी) अभिनंदन ने कहा कि परशुरामपुर क्षेत्र में दो समुदायों के बीच शादी होने की सूचना मिली थी, जिस पर कुछ लोगों ने आपत्ति जताई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया है। जांच पूरी होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
लड़की की पारिवारिक पृष्ठभूमि
लड़की एक मध्यम परिवार से आती है और अपने माता-पिता व चार भाई-बहनों में सबसे बड़ी है। घर की आर्थिक स्थिति कमजोर है और पिता मजदूरी करके परिवार चलाते हैं। ऐसे में परिवार ने बेटी की खुशी के लिए शादी को सहमति दी थी।
युवक का पेशा
जानकारी के अनुसार, साजिद मुंबई में रहकर पीओपी (POP) का काम करता है और लंबे समय से वहीं रोजगार जुटा रहा है। उसकी मुलाकात के बाद से ही दोनों परिवारों ने शादी को लेकर चर्चा की थी।
ग्रामीणों में चर्चा का विषय बनी घटना
हालांकि पुलिस ने स्थिति संभाल ली है, लेकिन गांव में यह घटना लगातार चर्चा का विषय बनी हुई है। जहां एक ओर कुछ लोग इसे दो बालिगों का व्यक्तिगत निर्णय मान रहे हैं, वहीं दूसरी ओर कुछ संगठनों ने सांप्रदायिक एंगल निकालते हुए इसका विरोध किया है।
क्या आगे होगी शादी?
फ़िलहाल पुलिस ने दोनों पक्षों से बातचीत की है और कानूनी प्रक्रिया के तहत जांच की जा रही है। चूंकि मामला दो समुदायों से जुड़ा है, इसलिए पुलिस अतिरिक्त सतर्कता बरत रही है। अब शादी आगे होगी या नहीं, इसका निर्णय जांच रिपोर्ट के आधार पर किया जाएगा।
❓ क्लिकेबल सवाल जवाब (FAQ)
1. क्या युवक और लड़की दोनों बालिग हैं?
हाँ, पुलिस की जांच में दोनों के बालिग होने की पुष्टि हुई है।
2. क्या परिवार वालों ने शादी के लिए सहमति दी थी?
लड़की के परिवार ने सहमति दी थी, तभी बारात गोंडा से बस्ती पहुंची थी।
3. पुलिस ने बारातियों को क्यों हिरासत में लिया?
हिंदू संगठनों द्वारा विरोध शुरू होने और तनाव की स्थिति बनने पर पुलिस ने एहतियातन कार्रवाई की।
4. क्या यह मामला लव जिहाद से जुड़ा है?
संगठनों ने आरोप लगाया है, पर पुलिस ने इस संबंध में कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की है।
5. आगे क्या कार्रवाई होगी?
पुलिस जांच पूरी होने के बाद कानूनी कार्रवाई तय करेगी।