महात्मा ज्योतिबा फुले की 135वीं पुण्यतिथि सैनी समाज कल्याण परिषद ने की भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित

 

 

हिमांशु मोदी की रिपोर्ट

महात्मा ज्योतिबा फुले की 135वीं पुण्यतिथि के अवसर पर सैनी समाज कल्याण परिषद के सदस्यों ने सैनी छात्रावास परिसर में उनकी प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित कर पुष्पांजलि अर्पित की। इस मौके पर पूरे समाज में एकता, जागरूकता और सामाजिक न्याय के प्रति संकल्प दोहराया गया।

इस दौरान जिला महामंत्री दौलत राम सैनी ने महात्मा फुले के जीवन, संघर्ष और उनके सामाजिक योगदान पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि ज्योतिबा फुले ऐसे महान समाज सुधारक थे जिन्होंने न केवल दलित, वंचित और पिछड़े वर्गों की आवाज उठाई बल्कि महिलाओं की शिक्षा और समान अधिकारों के लिए आजीवन संघर्ष किया।

उन्होंने आगे बताया कि महात्मा ज्योतिबा फुले का निधन 28 नवंबर 1890 को हुआ था और इस वर्ष 28 नवंबर 2025 को उनकी पुण्यतिथि के 135 वर्ष पूरे हो गए। आज भी उनके विचार समाज को सही दिशा दिखाने का काम कर रहे हैं।

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समाज को एकजुट रहने का संदेश

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे सैनी समाज कल्याण परिषद के जिला अध्यक्ष और सरपंच अशोक सैनी ने कहा कि फुले के सिद्धांत हमें सामाजिक एकजुटता, शिक्षा और भाईचारे का मार्ग दिखाते हैं। उन्होंने समाज के सभी लोगों से संगठन को मजबूत बनाने और युवाओं को शिक्षा के प्रति जागरूक करने की अपील की।

अशोक सैनी ने कहा कि यदि समाज के सभी वर्ग एकजुट होकर चलें तो न केवल सामाजिक समरसता बढ़ती है, बल्कि नई पीढ़ी को भी प्रेरणा मिलती है। महात्मा फुले का जीवन इसी सामूहिक चेतना का प्रतीक है।

कार्यक्रम में समाज के गणमान्य जन उपस्थित

पुण्यतिथि कार्यक्रम में बड़ी संख्या में समाजबंधुओं ने भाग लिया। प्रमुख रूप से उपस्थित थे:

  • वीर सिंह कान्होरिया – उपाध्यक्ष
  • महेंद्र बरोलिया
  • राजू सैनी (कण्ठी वाले)
  • गेंदीलाल सैनी
  • डॉ. राजू मातूकी
  • अन्य सम्मानित समाज सदस्य

सभी ने महात्मा ज्योतिबा फुले की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए और उनके विचारों को जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प लिया। कार्यक्रम का समापन सामूहिक प्रार्थना और धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।

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महात्मा फुले: सामाजिक न्याय और शिक्षा के प्रणेता

ज्योतिराव फुले ने अपने जीवनकाल में समाज के हाशिए पर खड़े तबकों के उत्थान के लिए जो कार्य किए, वे आज भी प्रेरणास्रोत हैं। उन्होंने भारत का पहला महिला विद्यालय स्थापित किया, सत्यशोधक समाज की स्थापना की और जातीय भेदभाव के विरुद्ध आवाज उठाई।

उनके संदेश—“शिक्षा ही मुक्ति का मार्ग है”—को समाज आज भी अपने पथप्रदर्शक के रूप में देखता है।

 

क्लिकेबल सवाल-जवाब (FAQ)

महात्मा ज्योतिबा फुले की 135वीं पुण्यतिथि कब मनाई गई?
28 नवंबर 2025 को महात्मा फुले की 135वीं पुण्यतिथि मनाई गई।
सैनी समाज द्वारा आयोजित कार्यक्रम कहाँ हुआ?
यह कार्यक्रम सैनी छात्रावास परिसर में आयोजित किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता कौन थे?
जिला महामंत्री दौलत राम सैनी और जिला अध्यक्ष अशोक सैनी मुख्य वक्ता रहे।
महात्मा फुले को किस रूप में याद किया जाता है?
उन्हें महान समाजसुधारक, दार्शनिक, शिक्षाविद और दलितों के मसीहा के रूप में याद किया जाता है।

 

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