थाने का भ्रमण कर छात्राओं ने जानी पुलिस की कार्यप्रणाली और मिशन शक्ति का महत्व

छात्राएँ थाने का भ्रमण कर पुलिस की कार्यप्रणाली, महिला सुरक्षा और साइबर अपराध की जानकारी प्राप्त करती हुईं

ठाकुर बख्श सिंह की रिपोर्ट

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थाने का भ्रमण : छात्राओं के लिए अनोखा अनुभव

उन्नाव जिले में आयोजित थाने का भ्रमण कार्यक्रम छात्राओं के लिए एक नया और अनोखा अनुभव लेकर आया। प्राथमिक विद्यालय पुलिस लाइन की बालिकाओं को महिला थाना ले जाया गया, जहाँ उन्हें पुलिस की कार्यप्रणाली, कानून व्यवस्था और सुरक्षा से जुड़े अहम पहलुओं से अवगत कराया गया। यह भ्रमण मिशन शक्ति फेज 5.0 के अंतर्गत किया गया, जिसका उद्देश्य महिलाओं और बालिकाओं को आत्मनिर्भर, सुरक्षित और जागरूक बनाना है।

छात्राएँ थाने का भ्रमण कर पुलिस की कार्यप्रणाली, महिला सुरक्षा और साइबर अपराध की जानकारी प्राप्त करती हुईं
मिशन शक्ति अभियान के तहत आयोजित थाने का भ्रमण कार्यक्रम में छात्राओं ने पुलिस की कार्यप्रणाली जानी और जागरूकता हासिल की।

मिशन शक्ति के तहत हुआ थाने का भ्रमण

मिशन शक्ति अभियान के तहत आयोजित थाने का भ्रमण में एसआरजी डॉ. रचना सिंह के नेतृत्व में छात्राओं ने महिला थाना का दौरा किया। महिला थाना प्रभारी रेखा सिंह ने बालिकाओं और महिलाओं के लिए चल रही सरकारी योजनाओं की जानकारी विस्तार से दी। उन्होंने छात्राओं को यह भी बताया कि यदि किसी महिला या लड़की को समस्या होती है तो वह किस प्रकार से एफआईआर दर्ज करा सकती है और पुलिस की मदद ले सकती है।

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पुलिस कंट्रोल रूम की कार्यप्रणाली

थाने का भ्रमण कार्यक्रम के दौरान पुलिस कंट्रोल रूम प्रभारी, वरिष्ठ उपनिरीक्षक अनूप मिश्रा ने छात्राओं को विस्तार से समझाया कि थाने, पुलिस कंट्रोल रूम और 112 नंबर की कार्यप्रणाली कैसे काम करती है। उन्होंने यह भी बताया कि पुलिस किस प्रकार त्वरित कार्रवाई करती है और पीड़ित तक तुरंत पहुंचती है।

छात्राओं को मिली शस्त्र और महिला हेल्पडेस्क की जानकारी

भ्रमण के दौरान बालिकाओं को महिला हेल्पडेस्क की जानकारी दी गई, जहाँ हर महिला अपनी समस्या खुलकर बता सकती है। साथ ही छात्राओं को शस्त्रों के बारे में भी बताया गया ताकि वे पुलिस की शक्ति और अनुशासन को समझ सकें। यह जानकारी न केवल उनके ज्ञान को बढ़ाती है बल्कि उनमें आत्मविश्वास भी जगाती है।

साइबर अपराध और यातायात नियमों पर विशेष जोर

थाने का भ्रमण केवल पुलिस की कार्यप्रणाली तक सीमित नहीं रहा, बल्कि इसमें छात्राओं को साइबर अपराध, महिला अधिकारों और यातायात नियमों के बारे में भी जागरूक किया गया। आज के डिजिटल युग में साइबर क्राइम एक गंभीर चुनौती है। इसलिए छात्राओं को बताया गया कि ऑनलाइन धोखाधड़ी, फर्जी कॉल या सोशल मीडिया पर अपराध की स्थिति में वे तुरंत पुलिस को सूचित करें।

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छात्राओं की जिज्ञासा और प्रश्नोत्तर सत्र

थाने का भ्रमण के दौरान छात्राओं ने अपनी जिज्ञासाओं को खुले मन से व्यक्त किया। उन्होंने पुलिस अधिकारियों से कई प्रश्न पूछे, जिनका उत्तर महिला थाना प्रभारी रेखा सिंह और पुलिस कंट्रोल रूम प्रभारी अनूप मिश्रा ने सरल भाषा में देकर उन्हें जागरूक किया। इस संवाद ने छात्राओं और पुलिस के बीच की दूरी को कम किया और उन्हें विश्वास दिलाया कि पुलिस हमेशा उनकी मदद के लिए तैयार है।

हेल्पलाइन नंबरों की जानकारी

इस मौके पर छात्राओं को विभिन्न हेल्पलाइन नंबरों की भी जानकारी दी गई। उन्हें समझाया गया कि जरूरत पड़ने पर 112, महिला हेल्पलाइन या चाइल्ड हेल्पलाइन जैसे नंबरों का उपयोग कैसे करना है। पुलिस ने आश्वासन दिया कि कॉल करने पर तुरंत सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।

शिक्षिकाओं और संयोजकों की मौजूदगी

थाने का भ्रमण के इस कार्यक्रम में एसआरजी डॉ. रचना सिंह, मुसर्रत फातिमा और विद्यालय की शिक्षिका नूपुर श्रीवास्तव विशेष रूप से मौजूद रहीं। इनकी उपस्थिति ने कार्यक्रम को और भी प्रभावी बनाया।

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थाने का भ्रमण से जागरूक हुई छात्राएँ

अंत में कहा जा सकता है कि थाने का भ्रमण केवल एक यात्रा नहीं थी, बल्कि यह छात्राओं के लिए जीवन भर की सीख साबित हुआ। इस कार्यक्रम ने न केवल उन्हें कानून, पुलिस और समाज के प्रति जागरूक किया बल्कि उनमें आत्मविश्वास भी जगाया। मिशन शक्ति अभियान का यह प्रयास महिलाओं और बालिकाओं को सुरक्षा और सम्मान की दिशा में एक ठोस कदम है।

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