
अब्दुल मोबीन सिद्दीकी की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले के नवाबगंज थाना क्षेत्र स्थित प्राथमिक विद्यालय जैतपुर माझा में सोमवार सुबह एक गंभीर घटना सामने आई, जहां विद्यालय में तैनात शिक्षक विपिन यादव ने संदिग्ध परिस्थितियों में जहरीला पदार्थ खा लिया। अचानक तबीयत बिगड़ने पर साथी शिक्षकों ने उन्हें तुरंत पास के निजी अस्पताल में भर्ती कराया। हालत गंभीर होने पर शिक्षक विपिन यादव को जिला अस्पताल होते हुए मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया।
मेडिकल कॉलेज में CPR, फिर लखनऊ रेफर
सूत्रों के अनुसार मेडिकल कॉलेज पहुंचने पर डॉक्टरों ने शिक्षक विपिन यादव को CPR देकर जान बचाने की कोशिश की। लेकिन लगातार गिरती हालत देखते हुए डॉक्टरों ने उन्हें तत्काल लखनऊ के KGMU रेफर कर दिया। चिकित्सा टीम के अनुसार स्थिति अत्यंत नाजुक है।
SIR कार्य में तैनाती और सुबह की घटनाक्रम
शिक्षक विपिन यादव पर इस समय मतदाता पुनरीक्षण (SIR) के लिए BLO ड्यूटी लगी थी और वे लगभग 50% कार्य पूरा कर चुके थे। सोमवार सुबह वे सामान्य रूप से विद्यालय पहुंचे थे, लेकिन कुछ ही देर में संदिग्ध परिस्थिति में उन्होंने जहरीला पदार्थ खा लिया, जिसके बाद हड़कंप मच गया।
DM प्रियंका निरंजन की तत्परता—खुद पहुंचीं अस्पताल
घटना की सूचना मिलते ही डीएम प्रियंका निरंजन मेडिकल कॉलेज पहुंचीं। उन्होंने डॉक्टरों से शिक्षक विपिन यादव की स्थिति की जानकारी ली और अपनी निगरानी में उन्हें तुरंत लखनऊ रेफर करने का निर्देश दिया।
ड्यूटी डॉक्टर का बयान—स्थिति बेहद गंभीर
ऑन-ड्यूटी डॉक्टर आफताब आलम ने बताया कि शिक्षक विपिन यादव को बेहद गंभीर हालत में अस्पताल में लाया गया था। प्रोटोकॉल के तहत CPR सहित सभी प्राथमिक उपचार किए गए, लेकिन हालत स्थिर नहीं होने पर उन्हें रेफर करना पड़ा।
कौन हैं शिक्षक विपिन यादव?
शिक्षक विपिन यादव जौनपुर जिले के सराय ख्वाजा थाना क्षेत्र के मल्हनी गांव के रहने वाले हैं और वर्तमान में प्राथमिक विद्यालय जैतपुर माझा में सहायक अध्यापक के रूप में तैनात थे। सहकर्मियों के अनुसार वे शांत स्वभाव और जिम्मेदार शिक्षक थे।
डीएम का आधिकारिक बयान
डीएम प्रियंका निरंजन ने बताया कि मतदाता स्थल संख्या–326 प्राइमरी पाठशाला खेमपुर पर केवल शिक्षक विपिन यादव की ही BLO ड्यूटी लगी थी। सोमवार सुबह 7:30 बजे वे घर से निकले, लेकिन रास्ते में ही तबीयत बिगड़ने पर उन्हें नवाबगंज CHC ले जाया गया। वहां से जिला अस्पताल और फिर चिकित्सा विशेषज्ञों की सलाह पर KGMU लखनऊ भेजा गया।
शिक्षा विभाग और जिला प्रशासन में हड़कंप
घटना के बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया। शिक्षक विपिन यादव की गंभीर स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने उपजिलाधिकारी सदर तथा नायब तहसीलदार को लखनऊ भेजा है ताकि उपचार में किसी प्रकार की बाधा न आए।
क्या कारण था? जांच शुरू
घटना की प्रारंभिक जांच मुख्य राजस्व अधिकारी गोंडा से कराई जा रही है। अभी यह स्पष्ट नहीं है कि शिक्षक विपिन यादव ने जहरीला पदार्थ क्यों खाया—क्या यह मानसिक तनाव था, कार्य-भार का दबाव, या कोई और निजी कारण? जांच टीम विद्यालय परिसर, सहकर्मियों के बयान, फोन रिकॉर्ड और मेडिकल रिपोर्ट की समीक्षा कर रही है।
स्थानीय लोगों और सहकर्मियों में चिंता
विद्यालय में पढ़ाने वाले शिक्षकों और स्थानीय ग्रामीणों ने इस घटना पर गहरा दुख और चिंता व्यक्त की है। शिक्षक विपिन यादव की गंभीर स्थिति ने विद्यालय और पूरे क्षेत्र में शोक और बेचैनी का माहौल पैदा कर दिया है।
सोशल और प्रशासनिक पहलू
इस तरह की घटनाएँ न केवल शिक्षा विभाग को झकझोरती हैं, बल्कि सरकारी दायित्वों से जुड़े मानसिक तनाव और दबावों की गंभीरता भी उजागर करती हैं। शिक्षक विपिन यादव का मामला प्रशासन, शिक्षा विभाग और समाज—तीनों के लिए कई सवाल खड़े कर रहा है।
ताज़ा स्थिति—इलाज जारी
शिक्षक विपिन यादव की हालत अभी भी नाजुक है और उनका उपचार KGMU लखनऊ में जारी है। जिला प्रशासन लगातार निगरानी बनाए हुए है।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (क्लिक करें और जवाब देखें)
1. क्या शिक्षक विपिन यादव की हालत स्थिर है?
नहीं, उनकी हालत अभी भी गंभीर है और KGMU में भर्ती हैं।
2. घटना कब और कहाँ हुई?
घटना सोमवार सुबह गोंडा जिले के नवाबगंज क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय जैतपुर माझा में हुई।
3. क्या प्रशासन जांच कर रहा है?
हाँ, प्रारंभिक जांच मुख्य राजस्व अधिकारी गोंडा द्वारा कराई जा रही है और सभी पहलुओं की समीक्षा की जा रही है।
4. क्या BLO ड्यूटी का दबाव कारण हो सकता है?
फिलहाल यह केवल अनुमान है। स्पष्ट कारण जांच रिपोर्ट से ही सामने आएगा।
5. क्या परिवार को सूचना दे दी गई है?
हाँ, परिवार को सूचना दी गई है और प्रशासन स्वास्थ्य संबंधी समन्वय में सहयोग कर रहा है।
प्राप्त सूचना के अनुसार गोंडा में मतदाता पुनरीक्षण कार्य (SIR) में लगे टीचर BLO की मृत्यु घोषित कर दी गई है। । वीडियो में विपिन ने अपनी मौत का जिम्मेदार तरबगंज के एसडीएम विश्वामित्र सिंह, नवाबगंज के बीडीओ रवि गुप्ता और लेखपाल को बताया।