विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान: आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और बीएलओ के संयुक्त सर्वे से मतदाता सूची अद्यतन प्रक्रिया में तेजी

हिमांशु मोदी की रिपोर्ट

Red and Blue Geometric Patterns Medical Facebook Post_20251110_094656_0000
previous arrow
next arrow

डीग, 21 नवंबर। जिले में चल रहे विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान को मजबूत बनाने के लिए जिला प्रशासन ने महिला एवं बाल विकास विभाग और निर्वाचन शाखा के बीच अभूतपूर्व तालमेल स्थापित किया है।
जिला निर्वाचन अधिकारी एवं कलेक्टर श्री उत्सव कौशल के निर्देशन में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर सर्वे कर रही हैं और बीएलओ को हर स्तर पर सहयोग प्रदान कर रही हैं।
इस संयुक्त प्रयास से विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान न केवल गति पकड़ रहा है बल्कि मतदाता सूची अद्यतन की प्रक्रिया भी अधिक सटीक और प्रभावी बन रही है।

आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का फील्ड सर्वे: विशेष गहन पुनरीक्षण का सबसे मजबूत आधार

जिलेभर में विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान का सबसे केंद्रित हिस्सा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा किया जा रहा घर-घर सर्वे है।
अपने-अपने क्षेत्रों की गहरी समझ और परिवारों से निरंतर संपर्क के कारण वे बीएलओ को मतदाता सूची के लिए आवश्यक प्रपत्रों की सही जानकारी जुटाने में बड़ी भूमिका निभा रही हैं।
घर-घर जाकर वे न केवल सर्वे कर रही हैं बल्कि नए मतदाताओं, विशेषकर 18 वर्ष पूर्ण करने वाले युवाओं का विवरण भी सुनिश्चित कर रही हैं।

आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का यह सहयोग विशेष गहन पुनरीक्षण की सफलता का मुख्य स्तंभ बन गया है, क्योंकि स्थानीय स्तर पर मिलने वाली सही और ताज़ा जानकारी के आधार पर ही मतदाता सूची को सटीक रूप से अद्यतन किया जा सकता है।

इसे भी पढें  लौह पुरुष के सपनों का ‘विकसित भारत’ बनाने का लिया संकल्प — डीग में राष्ट्रीय एकता दिवस पर 'रन फॉर यूनिटी' आयोजित

बीएलओ को तकनीकी सहयोग से प्रपत्र संकलन में तेजी

सरकारी दिशा-निर्देशों के तहत चल रहे विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान में बीएलओ को अधिकांश क्षेत्रों में तकनीकी और स्थलीय सहयोग की आवश्यकता पड़ रही है।
इस कार्य में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की भूमिका निर्णायक सिद्ध हो रही है। वे गणना प्रपत्र, भरे हुए फॉर्म और दस्तावेजों की सत्यता की जांच में बीएलओ को निरंतर सहायता प्रदान कर रही हैं।

उनकी सहभागिता से न केवल फॉर्म भरने की प्रक्रिया सरल हुई है बल्कि प्रपत्रों में त्रुटियों की संख्या भी कम हो गई है।
सर्वेक्षण और दस्तावेज संकलन में तेजी आने से विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान के लक्ष्यों को निर्धारित समय से पहले पूरा करने की संभावना बढ़ गई है।

विभागीय समन्वय मॉडल: विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान की नई कार्यशैली

जिला प्रशासन द्वारा अपनाया गया विभागीय समन्वय मॉडल विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान का सबसे प्रभावी उदाहरण बनकर उभर रहा है।
महिला एवं बाल विकास विभाग, शिक्षा विभाग और निर्वाचन शाखा के बीच तालमेल ने अभियान को जमीनी स्तर तक सक्रिय और परिणामदायी बनाया है।

स्थानीय स्तर पर प्रशासन के इस कदम से गणना प्रपत्रों के वितरण और संग्रहण की गति दोगुनी हुई है।
विशेष रूप से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और बीएलओ की जोड़ी ने यह साबित कर दिया है कि यदि सरकारी विभाग संगठित रूप से कार्य करें तो किसी भी अभियान को जमीन पर सफलतापूर्वक उतारा जा सकता है।

विशेष गहन पुनरीक्षण लगातार प्रशासन की प्राथमिकता बना हुआ है और यही कारण है कि इस अभियान को तकनीकी और मानव संसाधन स्तर पर पूरा समर्थन मिल रहा है।

इसे भी पढें  हाँ, हम तो बिहारी हैं जी — थोड़ा संस्कारी हैं जी

स्कूलों में जागरूकता अभियान: विशेष गहन पुनरीक्षण को जन-जन तक पहुंचाने की पहल

मतदाता जागरूकता कार्यक्रम के तहत आज सिकरोरी और कुम्हेर के विद्यालयों में विशेष गहन पुनरीक्षण एवं मतदाता सूची अद्यतन से जुड़े विशेष कार्यक्रम आयोजित किए गए।
शहीद सुशील कुमार राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, सिकरोरी में छात्राओं ने रंगोली बनाकर मतदान जागरूकता का संदेश दिया।
रंगोली के माध्यम से उन्होंने स्थानीय नागरिकों को यह समझाने का प्रयास किया कि विशेष गहन पुनरीक्षण के दौरान घर आए बीएलओ और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को सही जानकारी देना कितना आवश्यक है।

उधर, राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय, कुम्हेर में छात्राओं ने मानव श्रृंखला बनाकर उल्लेखनीय संदेश दिया।
इस मानव श्रृंखला का मकसद था—अभिभावकों को गणना प्रपत्र जमा कराने और विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान में सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए प्रेरित करना।
विद्यालयों में आयोजित ये गतिविधियां प्रशासन की उस मंशा को मजबूत करती हैं, जिसके तहत अभियान को समाज के हर वर्ग तक पहुंचाया जा रहा है।

जिला प्रशासन की अपील: विशेष गहन पुनरीक्षण को सफल बनाएं

जिला निर्वाचन कार्यालय ने आमजन से पुनः अपील की है कि वे विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान में पूर्ण सहयोग दें।
जब भी सर्वे टीम या बीएलओ उनके घर पहुंचे, परिवार के सभी सदस्यों की सही जानकारी उपलब्ध कराएं।
विशेष रूप से 01 जनवरी 2026 को 18 वर्ष पूरा करने वाले युवाओं का विवरण देना अत्यंत आवश्यक है ताकि वे मतदाता सूची में शामिल हो सकें।

इसे भी पढें  दीपावली 2025 की उदासी : किसानों की बुझी मुस्कान, बरसात ने फसलें चौपट कीं

प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान का उद्देश्य किसी भी पात्र नागरिक को मताधिकार से वंचित न रहने देना है।
समावेशी और अद्यतन मतदाता सूची ही लोकतंत्र की सच्ची नींव है।


क्लिक करके सवाल–जवाब पढ़ें

विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान क्या है?

विशेष गहन पुनरीक्षण वह प्रक्रिया है जिसके तहत मतदाता सूची को अद्यतन किया जाता है। इसमें नए मतदाताओं का पंजीकरण, पुरानी जानकारी का सत्यापन और त्रुटियों का सुधार किया जाता है।

आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की इसमें क्या भूमिका है?

आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर सर्वे करती हैं, बीएलओ को तकनीकी सहायता देती हैं और नए व पात्र मतदाताओं का विवरण सटीक रूप से संकलित करती हैं।

बीएलओ के साथ संयुक्त सर्वे क्यों महत्वपूर्ण है?

बीएलओ को स्थानीय जानकारी और परिवारों तक आसान पहुँच की आवश्यकता होती है, जो आंगनबाड़ी कार्यकर्ता प्रभावी रूप से उपलब्ध कराती हैं। इससे प्रपत्र संकलन की प्रक्रिया तेज और सटीक होती है।

अभियान में आमजन की क्या भूमिका है?

आमजन को सही जानकारी, दस्तावेज और नए मतदाताओं का विवरण सर्वे टीम को उपलब्ध कराना चाहिए ताकि मतदाता सूची पूर्ण और त्रुटिरहित बने।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Language »
Scroll to Top