
संजय सिंह राणा की रिपोर्ट
चित्रकूट। सदर कोतवाली कर्वी क्षेत्र के खोह गांव में दबंगों द्वारा की गई निर्मम पिटाई के मामले में घायल दलित युवक केवलराम उर्फ़ कल्लू ने आखिरकार जिंदगी की जंग हार दी। स्वरूप रानी हॉस्पिटल प्रयागराज में कई दिनों से चल रहे इलाज के दौरान 20 नवंबर 2025 को उसकी मौत हो गई। मृतक का शव देर शाम गांव लाया जा रहा है, जहां परिवार और ग्रामीणों में शोक की लहर दौड़ गई है।
घटना के बाद से ही संघर्ष कर रहा था केवलराम
स्थानीय लोगों के अनुसार, खोह गांव में कुछ दबंगों का आतंक पहले से ही बना हुआ था। बताया जा रहा है कि एक मामूली विवाद को लेकर दबंगों ने केवलराम उर्फ़ कल्लू (अनुसूचित जाति, चमार समुदाय) को बेरहमी से पीट दिया था। गंभीर हालत में उसे जिला अस्पताल से प्रयागराज रेफर किया गया था, जहां पिछले कई दिनों से उसका उपचार चल रहा था। डॉक्टरों की मेहनत के बावजूद उसकी हालत में सुधार नहीं हुआ और गुरुवार को उसने दम तोड़ दिया।
गांव में तनाव, प्रशासन अलर्ट
केवलराम की मौत की खबर मिलते ही खोह गांव में तनाव की स्थिति बन गई है। हालांकि प्रशासन ने तुरंत सक्रियता दिखाते हुए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया है, ताकि किसी तरह की अवांछित स्थिति न पैदा हो। पुलिस अधिकारियों ने ग्रामीणों से अपील की है कि किसी भी अफवाह पर विश्वास न करें और शांति बनाए रखें।
उग्र प्रदर्शन की पुरानी घटनाओं से सबक
इसी क्षेत्र में पहले भी कई बार सामाजिक संगठन सड़क पर उतरकर राष्ट्रीय राजमार्ग जाम कर चुके हैं, जिसके कारण कानून-व्यवस्था बिगड़ती रही है। कुछ मामलों में नेताओं और कार्यकर्ताओं द्वारा दिए गए भड़काऊ बयान और नारेबाजी के कारण पुलिस को मजबूरन मुकदमा दर्ज करना पड़ा था। इन घटनाओं का खामियाजा कई युवाओं को भुगतना पड़ा, क्योंकि उन पर दर्ज मुकदमे उनके भविष्य पर संकट की तरह मंडरा रहे हैं।
इसी पृष्ठभूमि में प्रशासन और सामाजिक संगठनों के वरिष्ठ लोगों ने इस बार विशेष अपील की है कि किसी भी प्रकार का अराजक प्रदर्शन न किया जाए। उन्होंने कहा कि परिवार को न्याय दिलाने का रास्ता कानून से होकर ही जाता है, न कि किसी तरह की हिंसक गतिविधियों से।
पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी
सदर कोतवाली पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए दबंगों की तलाश तेज कर दी है। कई स्थानों पर दबिशें दी जा रही हैं और प्रारंभिक जांच में शामिल आरोपियों की पहचान की गई है। पुलिस ने भरोसा दिलाया है कि सभी नामजद और अज्ञात आरोपियों की जल्द ही गिरफ्तारी कर ली जाएगी।
परिवार ने की न्याय की मांग
मृतक के परिवार ने केवलराम को इंसाफ दिलाने की मांग की है। परिजनों का कहना है कि केवलराम पर हमला जाति विशेष की घृणा के चलते किया गया था और ऐसे आरोपियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए। परिवार की आर्थिक स्थिति भी बेहद कमजोर है, जिसके चलते गांव के लोग भी प्रशासन से सहायता की मांग कर रहे हैं।
शांति बनाए रखने की अपील
क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ताओं, स्थानीय जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों ने संयुक्त रूप से ग्रामीणों से शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार के हिंसक प्रदर्शन या गलत बयानबाजी से केवल स्थितियां बिगड़ती हैं और निर्दोष लोगों के खिलाफ कार्रवाई होती है।
अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि न्यायिक प्रक्रिया तेज की जाएगी और पीड़ित परिवार को हर संभव सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।
🔍 क्लिक करके सवाल-जवाब देखें (FAQ)
केवलराम उर्फ़ कल्लू की मौत कब हुई?
20 नवंबर 2025 को स्वरूप रानी हॉस्पिटल प्रयागराज में इलाज के दौरान उसकी मौत हुई।
क्या आरोपियों की गिरफ्तारी हुई?
पुलिस ने कहा है कि आरोपियों की पहचान हो चुकी है और गिरफ्तारी के लिए दबिशें जारी हैं।
क्या गांव में तनाव है?
हाँ, स्थिति तनावपूर्ण है लेकिन पुलिस बल तैनात कर दिया गया है और माहौल नियंत्रण में है।
क्या प्रशासन ने शांति बनाए रखने की अपील की है?
हाँ, प्रशासन और सामाजिक संगठनों ने मिलकर लोगों से शांति बनाए रखने और किसी भी उग्र प्रदर्शन से दूर रहने की अपील की है।






