परवेज़ अंसारी की रिपोर्ट
नई दिल्ली। GSTA चुनाव 2025 पूरी रफ़्तार पकड़ चुका है और सभी उम्मीदवार दिल्ली के विभिन्न विद्यालयों में जाकर अपना प्रचार तेज़ कर चुके हैं। इसी क्रम में स्वतंत्र केंद्रीय अध्यक्ष प्रत्याशी दीपक दराल ने मंगलवार को सर्वोदय बाल विद्यालय, सी-ब्लॉक, सुल्तानपुरी का दौरा किया। यहां उन्होंने शिक्षकों से व्यक्तिगत मुलाकात कर समर्थन मांगा और अपने विज़न से अवगत कराया।
दिल्ली के शिक्षा जगत में GSTA चुनाव 2025 को इस बार बेहद निर्णायक माना जा रहा है, क्योंकि संगठन की नीतियों का सीधा प्रभाव हजारों शिक्षकों पर पड़ता है। इसीलिए दीपक दराल का यह सुल्तानपुरी प्रचार दौरा चर्चा का विषय बना हुआ है। उन्होंने कहा कि शिक्षकों की समस्याओं का समाधान तभी संभव है जब संघ से जुड़े पदाधिकारी ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ काम करें।
दीपक दराल ने सुल्तानपुरी विद्यालय में किया व्यापक संवाद
सुल्तानपुरी में प्रचार के दौरान स्वतंत्र केंद्रीय अध्यक्ष प्रत्याशी दीपक दराल के साथ उनके समर्थक भी मौजूद रहे। उन्होंने विद्यालय के सभी संकायों तक पहुंचकर शिक्षकों के अनुभव सुने और GSTA चुनाव 2025 में अपनी भागीदारी को मजबूती से पेश किया।
सर्वोदय बाल विद्यालय सी-ब्लॉक सुल्तानपुरी के शिक्षकों ने भी सुल्तानपुरी विद्यालय प्रचार के दौरान अपनी मांगें विस्तार से रखीं। इसमें सबसे प्रमुख मुद्दे थे—स्थानांतरण नीति में भेदभाव, अवकाश व्यवस्था, कार्यभार वितरण, अतिथि शिक्षकों की समस्याएं और वित्तीय पारदर्शिता।
घोषणा पत्र में कई बड़े वादे: स्थानांतरण नीति से लेकर अतिथि शिक्षकों तक
अपने घोषणा पत्र में दीपक दराल ने कई ऐसे मुद्दे उठाए, जिन्हें लंबे समय से शिक्षक मांग रहे हैं। GSTA चुनाव 2025 में उनकी प्राथमिकताएँ इस प्रकार रहीं:
- निष्पक्ष स्थानांतरण नीति लागू करना
- चिकित्सा एवं पारिवारिक आवश्यकता वाले मामलों को प्राथमिकता
- स्मार्ट ड्यूटी रोस्टर लागू कर समान कार्यभार वितरण
- महिला शिक्षकों को प्रति माह दो विशेष अवकाश
- शिक्षक कल्याण कोष की स्थापना
- विद्यालयों में पांच दिवसीय कार्य प्रणाली
- हर विद्यालय में कैंटीन सुविधा
- डीडीई ज़ोन कार्यालय में सहायता केंद्र स्थापित करना
- वित्तीय प्रणाली पूरी तरह पारदर्शी और सुरक्षित बनाना
- पारिवारिक समारोहों के लिए अतिरिक्त विशेष अवकाश
- अतिथि शिक्षकों के पद निर्धारण और वेतन वृद्धि
- सभी शिक्षकों के लिए 60 साल की जॉब सुरक्षा नीति
- साल में 10 सीएल की व्यवस्था
- समान कार्य के लिए समान वेतन लागू कराना
- सामाजिक सुरक्षा लाभों—भविष्य निधि, बीमा आदि में समावेशन
इन सभी बिंदुओं को GSTA चुनाव 2025 के लिए बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। दीपक दराल ने कहा कि उनका उद्देश्य किसी भी पक्षपात के बिना शिक्षकों के हितों के लिए नीतिगत बदलाव कराना है।
सुल्तानपुरी विद्यालय के शिक्षकों ने जताया भरोसा
इस मौके पर विद्यालय के स्टाफ सेक्रेटरी ओमप्रकाश मीना, मुनेश कौशिक, सत्यनारायण बैरवा, धर्मेंद्र यादव, रजत मान, इंद्रपाल लवासिया, रवि डबास, नितिन शोकीन, रोहतास, अशोक कौशिक, सुमन सिंह मीना, सोनू जयंत और अतिथि शिक्षक गौरी शंकर शर्मा सहित कई शिक्षक उपस्थित रहे।
सुल्तानपुरी विद्यालय प्रचार अभियान के दौरान शिक्षकों ने GSTA चुनाव 2025 से अपनी उम्मीदें जाहिर कीं और कहा कि संगठन को अब ऐसे नेतृत्व की आवश्यकता है जो हर शिक्षक वर्ग की आवाज़ को मजबूत तरीके से आगे बढ़ाए।
क्यों चर्चा में हैं स्वतंत्र प्रत्याशी दीपक दराल?
स्वतंत्र केंद्रीय अध्यक्ष प्रत्याशी दीपक दराल इसलिए भी चर्चा में हैं क्योंकि उन्होंने खुद को किसी गुट या राजनीतिक पक्ष से अलग रखते हुए केवल शिक्षकों के हितों पर केंद्रित अभियान चलाया है। GSTA चुनाव 2025 में वह पारदर्शी नेतृत्व की मांग को केंद्र में रख रहे हैं, जिससे शिक्षकों का एक बड़ा वर्ग उनसे उम्मीदें लगा रहा है।
विशेष रूप से सुल्तानपुरी विद्यालय प्रचार ने उनके अभियान को और गति प्रदान की है, क्योंकि यह क्षेत्र दिल्ली के शिक्षकों की बड़ी आबादी को प्रभावित करता है।
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GSTA चुनाव 2025 क्यों महत्वपूर्ण है?
क्योंकि इस चुनाव में चुने गए प्रतिनिधि दिल्ली के हजारों शिक्षकों की नीतियों, स्थानांतरण, अवकाश, वित्तीय प्रणाली और कल्याण योजनाओं पर प्रभाव डालते हैं।
दीपक दराल किन मुद्दों को प्राथमिकता दे रहे हैं?
निष्पक्ष स्थानांतरण नीति, महिला शिक्षकों के लिए विशेष अवकाश, समान कार्य के लिए समान वेतन, अतिथि शिक्षकों के हित, पारदर्शी वित्तीय प्रणाली और पांच दिवसीय कार्य प्रणाली।
सुल्तानपुरी विद्यालय प्रचार क्यों सुर्खियों में रहा?
क्योंकि यहां बड़ी संख्या में शिक्षकों ने दीपक दराल से मुलाकात की और GSTA चुनाव 2025 के लिए उन्हें समर्थन देने के संकेत दिए।
आउटपुट — परवेज़ अंसारी, ©समाचार दर्पण






