
हिमांशु मोदी की रिपोर्ट
समाज सेवा की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए अपना घर सेवा समिति कामां ने एक बार फिर करुणा, सहयोग और मानवता की अनूठी मिसाल पेश की है।
आज दिनांक 16 नवंबर 2025 को समिति द्वारा कोकिलावन स्थित अपना घर आश्रम के लिए
लगातार जारी सेवा परियोजना के तहत सब्जी की 16वीं सेवा पिकअप गाड़ी के माध्यम से रवाना की गई।
यह प्रयास केवल सहायता नहीं बल्कि समाज में जरूरतमंदों के प्रति संवेदना और दायित्व का उज्ज्वल प्रमाण है।
अपना घर सेवा समिति कामां का निरंतर सेवा अभियान
अपना घर सेवा समिति कामां लंबे समय से कोकिलावन स्थित अपना घर आश्रम में रहने वाले
करीब 120 प्रभु जी की नियमित सेवा करती रही है। समिति अध्यक्ष प्रमोद कुमार पुजारी ने बताया कि
यह आश्रम बझेरा (भरतपुर) की एक शाखा है, जहाँ आवासित हर प्रभु जी को प्रभु स्वरूप मानकर संपूर्ण व्यवस्था उपलब्ध कराई जाती है।
इसमें उनकी सुबह की चाय-नाश्ते से लेकर रात के भोजन तक,
चिकित्सा सुविधा, वस्त्र, रहने-सहने की समुचित व्यवस्था और व्यक्तिगत देखभाल शामिल है।
समिति का मानना है कि अपना घर आश्रम में आवासित किसी भी प्रभु जी को किसी प्रकार की आवश्यक वस्तु का अभाव नहीं होना चाहिए।
इसी संकल्प के साथ अपना घर सेवा समिति कामां हर माह के प्रथम और तृतीय रविवार को नियमित रूप से
सब्जी सेवा भेजने का प्रकल्प संचालित करती है, जो पूर्णतः जनसहयोग और समिति सदस्यों के सामूहिक प्रयास से निरंतर जारी है।
सेवा भाव से भिजवाई गई 16वीं सब्जी सेवा
आज रवाना की गई 16वीं सब्जी सेवा में स्थानीय व्यापारियों और समिति सदस्यों का उल्लेखनीय योगदान रहा।
सब्जी मंडी के सहयोगियों — हरिओम खंडेलवाल, सतीश सोंखिया, महेश सैनी, पंकज खंडेलवाल, पप्पू आढ़ती, मौनी खंडेलवाल सहित
कई अन्य व्यापारियों ने उदार हृदय से योगदान दिया। जनसहयोग से भरी सब्जियों की गाड़ी को विधिवत कोकिलावन आश्रम के लिए रवाना किया गया।
अपना घर सेवा समिति कामां ने सभी सहयोगियों का हार्दिक आभार व्यक्त किया और कहा कि
इस सेवा प्रकल्प में हर बार नए-नए सहयोगी पूरी निष्ठा से हाथ बढ़ाते हैं, जो मानवता के प्रति जागरूक समाज की सुंदर मिसाल है।
समारोह में उपस्थित रहे समिति के पदाधिकारी
इस सेवा कार्यक्रम में समिति अध्यक्ष प्रमोद पुजारी,
खेमराज खंडेलवाल,
मातुकी वाले मनोज कुमार गंगोरिया,
रमेश मंगला,
सुरेश सोनी,
नेमीचंद घगवाड़ी वाले,
हरप्रसाद नाटाणी सहित कई अन्य समाजसेवी उपस्थित रहे। सभी ने कोकिलावन आश्रम में सेवा भावना को सतत बनाए रखने का संकल्प व्यक्त किया।
अपना घर सेवा समिति कामां की सेवा का सामाजिक महत्व
आज के बदलते समय में जहाँ समाज कई चुनौतियों से जूझ रहा है, वहीं अपना घर सेवा समिति कामां जैसे संगठनों की सेवाएँ
आशा की किरण बनकर सामने आती हैं। कोकिलावन स्थित अपना घर आश्रम में रहने वाले प्रभु जी अक्सर सामाजिक त्याग,
अभाव और मानसिक चुनौतियों से गुजरकर आश्रम तक पहुँचते हैं। ऐसे में समिति द्वारा भेजी गई हर सेवा केवल सामग्री ही नहीं,
बल्कि संवेदना, प्रेम और सम्मान का प्रतीक होती है।
नियमित रूप से दी जा रही यह सेवा — चाहे वह सब्जी की हो, वस्त्र की, दवाइयों की या किसी अन्य सुविधा की —
सामाजिक उत्तरदायित्व की वह परंपरा है जो आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्रोत बनती है।
अपना घर सेवा समिति कामां का यह अभियान समाज के हर वर्ग को जुड़ने और कुछ करने का संदेश देता है।
निष्कर्ष
अपना घर सेवा समिति कामां की यह निरंतर सेवा यात्रा केवल एक सामाजिक संगठन का कार्य नहीं,
बल्कि मानवता की उस गहरी भावना का परिचायक है जिसमें “सेवा ही सर्वोच्च धर्म” माना जाता है।
कोकिलावन स्थित अपना घर आश्रम के 120 प्रभु जी के प्रति समिति का यह दायित्व समाज में करूणा और सहयोग की मजबूत भूमिका को दर्शाता है।
इस 16वीं सब्जी सेवा के साथ समिति ने एक बार फिर साबित किया है कि मानव सेवा की राह में सहयोग, समर्पण और सद्भाव ही सबसे बड़ी पूंजी है।
FAQ – क्लिक करें और जवाब पढ़ें
अपना घर सेवा समिति कामां क्या करती है?
समिति जरूरतमंदों, विशेषकर कोकिलावन अपने घर आश्रम में रहने वाले प्रभु जी की नियमित भोजन, सब्जी, वस्त्र और अन्य आवश्यकताओं की पूर्ति करती है।
कोकिलावन अपना घर आश्रम में कितने प्रभु जी रहते हैं?
यहाँ लगभग 120 प्रभु जी आवासित हैं जिनकी समुचित देखभाल समिति और आश्रम प्रबंधन द्वारा की जाती है।
सब्जी सेवा कितनी बार भेजी जाती है?
अपना घर सेवा समिति कामां हर महीने के प्रथम और तृतीय रविवार को नियमित रूप से सब्जी सेवा भेजती है।
इस सेवा परियोजना में योगदान कैसे दिया जा सकता है?
स्थानीय व्यापारी, समाजसेवी और आम नागरिक समिति से संपर्क कर सब्जी, खाद्य सामग्री, वस्त्र या आर्थिक रूप से सहयोग कर सकते हैं।






